चर्चाओं का विषय बनी है जैन समाज की यह रामलीला  
करीब 250 सदस्य रामलीला में निभा रहे हैं विभिन्न किरदार
जैन समाज के पदम पुराण पर आधारित है यह जैन रामलीला

फतह सिंह उजाला                                       

गुरुग्राम 18 अक्टूबर । आपने रामलीलाएं तो खूब देखी होंगी। लेकिन गुरुग्राम की जैन बारादरी में जो रामलीला है, वह सबसे अलग है और खास है। इस रामलीला में बाहर से बुलाए गए कलाकार नहीं, बल्कि जैन समाज के अनुयायी ही पात्रों की भूमिका निभा रहे हैं। इस पर एक और खास बात यह कि यहां पात्रों में पति-पत्नी की भूमिका असली पति-पत्नी ही निभा रहे हैं। यही कारण है कि इस रामलीला की दूर-दूर तक चर्चा हो रही है। 

जैन समाज के प्रवक्ता अभय जैन एडवोकेट के मुताबिक नवरात्रि के पावन शुभ अवसर पर श्री 1008 पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जैकबपुरा में पदम पुराण आधारित जैन रामलीला का भव्यता से मंचन किया जा रहा है। 15 से 24 अक्टूबर तक पाठशाला प्रणेता मुनि श्री 108 अनुमान सागर जी महाराज की प्रेरणा एवं आशीर्वाद से रोजाना शाम साढ़े 7 बजे से जैन समाज के कलाकारों द्वारा भव्य मंचन किया जा रहा है। पहले दिन राजा श्रेणिक रमेश चंद संदीप जैन प्रधान ने महाराजश्री से रामलीला पर आधारित कई सवाल पूछे। महाराजश्री के द्वारा सभी प्रश्नों के सटीक उत्तर दिए गए।  

 पांडाल उद्घाटन कपिल जैन राजा जैन मंदिर मालिबू टाउन ने किया। रामलीला के संयोजक निर्दोष जैन स्वास्तिक सदन, मनोज जैन मियांवाली कालोनी रहे। रामलीला मंचन से पहले चित्र आवरण, दीप प्रज्जवलन, मंगलाचरण से शुरुआत होकर राजा श्रेणिक बने प्रमोद जैन रेवाड़ी वाले एवं सुभाष चंद गोपी राम जैन रेवाड़ी वाले द्वारा प्रश्न पूछ गये। रामलीला में प्रतिदिन संगीतकार द्वारा मधुर संगीत एवं समाज के कलाकारों द्वारा भव्य मंचन किया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से समाज के प्रधान संदीप जैन, उपप्रधान विनय जैन सीए, महामंत्री श्रेयांश जैन, सहमंत्री पारस जैन, कोषाध्यक्ष प्रदीप जैन समेत समाज के सभी व्यक्ति शामिल हो रहे हैं।