डॉ संदीप पाठक ने परिवार जोड़ो अभियान की समीक्षा की और सभी पदाधिकारियों को चुनाव की तैयारियों से संबंधित टिप्स दिए हरियाणा में “आप” संगठन दूसरी पार्टियों के मुकाबले बहुत ज्यादा मजबूत : डॉ. संदीप पाठक मुझे पूरा भरोसा, इस बार हरियाणा में बदलाव सुनिश्चित है: डॉ. संदीप पाठक भूपेंद्र हुड्डा को पता चल गया है कि कोई भी समाज उनको वोट नहीं दे रहा, इसलिए 4 डिप्टी सीएम बनाने की बात कर रहे: डॉ. संदीप पाठक बाढ़ की वजह से खेतों में रेता बैठ गया है, क्या उसे खेतों से हटाना सरकार की जिम्मेदारी नहीं? : डॉ. संदीप पाठक मंडियों में धान सड़ रहा, न किसानों को पूरा एमएसपी दे रहे हैं और न ही पूरी खरीद कर ररही है हरियाणा सरकार: डॉ. संदीप पाठक 16 अक्टूबर , करनाल – आम आदमी पार्टी करनाल और सोनीपत लोकसभा के पदाधिकारियों ने सोमवार को करनाल के डॉ. मंगलसेन ऑडिटोरियम में आगामी लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लिया। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और राज्यसभा सांसद डॉ. संदीप पाठक ने सभी पदाधिकारियों को चुनाव की तैयारियों संबंधी टिप्स दिए और आगामी चुनावों के मद्देनजर कमर कसने की बात कही। इससे पहले, उन्होंने कार्यकर्ताओं में जोश का संचार किया। समारोह में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता, प्रदेश प्रचार समिति के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा समेत दोनों लोकसभा क्षेत्रों से पदाधिकारी शामिल हुए। डॉ. संदीप पाठक ने कहा कि पिछले दिनों आम आदमी पार्टी ने परिवार जोड़ो अभियान चलाया था, जिसके तहत पार्टी के कार्यकर्ता डोर टू डोर जाकर जनता से बात की है। उसी अभियान को लेकर आज समीक्षा की गई और आगे जो अभियान चलाए जाएंगे उसके बारे में पार्टी के पदाधिकारियों से बात की गई है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में आम आदमी पार्टी का संगठन दूसरी पार्टियों के मुकाबले बहुत ज्यादा मजबूत है। आम आदमी पार्टी के संगठन में सभी निस्वार्थ लोग जुड़े हुए हैं, जिन्हें सिर्फ हरियाणा से मतलब है न कि अपने या किसी और के फायदे से मतलब है। मुझे पूरा भरोसा है कि जिस तरीके से आम आदमी पार्टी का नेतृत्व और कार्यकर्ता मिलकर मेहनत कर रहे हैं, इस बार हरियाणा में बदलाव सुनिश्चित है। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के चार डिप्टी सीएम बनाने के बयान पर कहा कि भूपेंद्र हुड्डा जाट समाज से आते हैं और उन्हें लगता है कि पूरा जाट समाज उनको वोट देता है और उनको लगता है कि और कोई उन्हें वोट नहीं दे रहा। उनकी गलतफमी है कि उनको जाट समाज वोट दे रहा है, इस बार वो भी उनको वोट नहीं दे रहे। उनको लग रहा है कि बाकी का समाज तो उनको वोट नहीं दे रहा है तो बाकी के समाज को रिझाने के लिए ये अलग अलग समाज से डिप्टी सीएम बनाने की बात कह रहे हैं। यहां तो 30-35 समाज के लोग हैं क्या भूपेंद्र हुड्डा 30-35 डिप्टी सीएम बनाएंगे। उन्होंने कहा कि सवाल ये नहीं है कि किसको डिप्टी सीएम बनाएंगे सवाल ये है कि भूपेंद्र हुड्डा को ये पता चल गया है कि किसी और समाज के लोग उनको वोट नहीं दे रहे हैं। उनकी राजनीति केवल एक ही समाज पर चल रही है और ये स्पष्ट है कि वो एक समाज भी उनके साथ नहीं खड़ा है। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र हुड्डा 10 साल सरकार में रहे। अब बात ये होनी चाहिए कि उन्होंने अपने समय में क्या काम किए कहां पास हुए, कहां फेल हुए थे और हरियाणा के लिए क्या काम करेंगे। बात तो हरियाणा के किसानों को बचाने की होनी चाहिए, बात किसान और नौजवान की होनी चाहिए। अब इनके पास कोई मुद्दा नहीं है, इनके पास एक ही चीज बच गई है कि मैं सीएम बन जाऊंगा, फलाने समाज को ऐसा कर दूंगा तो वोट आ जाएगा। यदि ये इस विजन के साथ आगे जा रहे हैं तो ये उनका और उनकी पार्टी का दुर्भाग्य है। उनको ये समझ नहीं आ रहा कि जनता अब बदल चुकी है, जनता को अब बदलाव और काम चाहिए। उन्होंने इंडिया गठबंधन पर कहा कि इंडिया गठबंधन करने का एकमात्र कारण ये था कि भाजपा को देश और सत्ता से पदच्युत करना। उसके लिए सभी ने सोचा कि यदि भाजपा से देश को बचाना है तो इकट्ठा होना पड़ेगा। तो इसके लिए स्वयं के स्वार्थ जितने मर्जी हो उन सब स्वार्थों को छोड़कर लोकसभा चुनाव के लिए साथ आए हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के कई जिलों में बाढ़ की वजह से खेतों में रेता बैठ गया है, क्या सरकार की जिम्मेदारी नहीं है कि उस रेत को हटाए? यदि उस रेत को नहीं हटाएंगे तो अगली फसल कैसे होगी? बाढ़ से हुए नुकसान को मुआवजा क्यों नहीं दिया? मंडियों में अव्यवस्था है, धान पड़ा पड़ा सड़ गया। न तो ये किसानों को पूरा एमएसपी दे रहे हैं और न ही पूरी खरीद कर पा रहे हैं। यदि खरीद पूरी करते हैं तो उसका उठान नहीं हो पा रहा है। इन्होंने किसानों की हालत को बद से बदतर कर दिया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के बगल में ही पंजाब है, पंजाब में जितना भी किसानों का नुकसान हुआ था उनको मुआवजा मिल गया। सरकार की तरफ से पूरी फसल की खरीद की जा रही है। फसल बिक्री के बाद किसान के घर पहुंचने से पहले ही उनके बैंक अकाउंट में पैसा पहुंच जाता है। जो फसल मंडी में बिकती है उसको तुरंत उठाकर गोदाम में ले जाया जाता है। दो राज्य जुड़े हुए हैं फिर भी ऐसा क्या फर्क पड़ जाता है। फर्क केवल एक है हरियाणा में भाजपा की सरकार है और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है। उन्होंने पंजाब में पराली जलाने के मुद्दे पर कहा कि पूरे देश को पता है कि दूसरी पार्टियों ने पराली जलाने के मुद्दे पर आज तक कुछ नहीं किया। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद पराली को लेकर बहुत सारे निर्णय लिए गए और उस पर धीरे धीरे काम भी कर रहे हैं। जबकि हरियाणा की सरकार ने इस पर कुछ भी नहीं किया, पिछले साल के मुकाबले हरियाणा में पराली जलाने की घटनाएं 4 गुणा बढ़ गई हैं। उन्होंने कहा कि प्रदूषण फैक्ट्री, गाड़ी, धूल और पराली से भी होता है। इसलिए फैक्ट्रियों पर भी लगाम लगाने की आवश्कता है और नई टेक्नोलॉजी देने की जरूरत है। धूल को भी रोकने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण ये है कि किसकी नीयत साफ है और कौन ये मुद्दे सुलझाना चाहता है। Post navigation हरियाणा में पहली बार हुआ ब्राह्मण खाप समाज का निर्माण हरित क्रांति में अन्न उत्पादन में सबसे ज्यादा योगदान देने वाला करनाल बना पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सपनों का साकार करने का गवाह