सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पक्का करें या फिर 26000 वेतन दे 
बीते 17 वर्षों से लटकी हुई है  ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगें
अपनी मांगों के समर्थन में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के द्वारा धरना प्रदर्शन जारी 
अब भी सरकार ने मांगे नहीं मानी तो सरकार को करेंगे कच्चा 

फतह सिंह उजाला                                     

पटौदी 12 अक्टूबर । ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन संबद्ध सीटू के द्वारा पूर्व घोषणा के अनुसार ग्रामीण सफाई कर्मचारी सदस्यों के द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में धरना प्रदर्शन किया गया । पटौदी में यह धरना प्रदर्शन खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय पर किया गया ।  

बीते तीन दिनों से देहात में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर रहने के कारण विशेष रुप से बड़े गांव में सफाई व्यवस्था जी का जंजाल बन गई । देहात में विभिन्न स्थानों पर कूड़े करकट के देर अंबार लगने से देहात का वातावरण भी बुरी तरह से प्रभावित दिखाई दिया । ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन और ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की गई । सफाई कर्मचारियों के द्वारा कल भी हम जीतेंगे आज भी हम जीतेंगे,  खट्टर सरकार मुर्दाबाद – खट्टर सरकार मुर्दाबाद, तानाशाही नहीं चलेगी – तानाशाही नहीं चलेगी, कर्मचारी एकता जिंदाबाद – कर्मचारी एकता जिंदाबाद, जैसे नारे लगाए गए।  

 इस मौके पर ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान रामवीर , जिला सचिव पूनम सहित अन्य कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार के प्रतिनिधि और प्रशासन के द्वारा समय-समय पर कर्मचारी नेताओं से बात तो की जाती है , लेकिन परिणाम शून्य ही है । कर्मचारी नेताओं ने सवाल किया हरियाणा और उत्तर प्रदेश में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की 2007 में नियुक्ति की गई थी । उसी समय उत्तर प्रदेश में लगभग 1 लाख ग्रामीण सफाई कर्मचारी नियुक्त किए गए थे, जो कि आज पक्के किया जा चुके हैं । लेकिन हरियाणा में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के साथ नियुक्ति और वेतनमान में भी भेदभाव किया जा रहा है। कर्मचारी नेताओं ने कहा कर्मचारियों  की मुख्य मांग पक्का किया जाने के साथ 26000 रुपए प्रति महीने वेतनमान उपलब्ध करवाने की है । इसके अलावा 12 अन्य मांगे और भी हैं ।  

कर्मचारी नेताओं ने बताया नगर परिषद और ब्लॉक स्तर पर देहात में काम कर रहे ग्रामीण सफाई कर्मचारियों के वेतनमान ने भी विसंगतियां बनी हुई है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के द्वारा भी सत्ता में आने से पहले ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन की मांगों को पूरा करने का वादा किया गया था । लेकिन आज लगभग 9 वर्ष हो चुके मौजूदा हरियाणा भारतीय जनता पार्टी की सरकार ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन की मांगों को पूरा नहीं कर रही है। विभिन्न प्रकार के अलाउंस और सफाई करने के उपकरण भी सफाई कर्मचारियों को उपलब्ध नहीं करवाई जा रहे । यदि अब भी सरकार ने ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया तो इसके परिणाम भी सत्ता पक्ष को भुगतने पङ सकते हैं।

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