एम्स शिलान्यास की बार-बार ऐसीे तारीखे क्यों दी जा रही है जिस पर भाजपा सरकार को अमल ही नही करना? विद्रोही देशभर में एम्स भवनों के निर्माण का मोदी सरकार का ट्रेप रिकार्ड बहुत ही खराब है। मोदीजी देशभर में एम्स के बारे में जितने भी दावे करते है, वे धरातल पर कहीं भी खरे नही उतरते : विद्रोही 3 अक्टूबर 2023 – गांधी जंयती के पावन अवसर पर माजरा एम्स का शिलान्यास करने की मांग को लेकर एम्स संघर्ष समिति द्वारा कुंड में शुरू किये गए अनिश्चितकालीन धरने का स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने समर्थन व स्वागत करते हुए केन्द्र सरकार से मांग की कि तारीख पर तारीख देकर अहीरवाल की जनता को वोट बैंक की औच्छी व गंदी राजनीति के लिए ठगने की बजाय माजरा एम्स का तत्काल शिलान्यास करे। विद्रोही ने आरोप लगाया कि विगत छह माह से हरियाणा भाजपा सरकार, जिला प्रशासन, भाजपा के मंत्री-संतरी मीडिया में बयान बहादुर बनकर माजरा एम्स शिलान्यास की तारीख पर तारीख देकर अहीरवाल की जनता को ठग रहे है। सवाल उठता है कि एम्स शिलान्यास की बार-बार ऐसीे तारीखे क्यों दी जा रही है जिस पर भाजपा सरकार को अमल ही नही करना? हरियाणा व केन्द्र सरकार अहीरवाल को सच बताने की बजाय माजरा एम्स शिलान्यास को चुनाव व वोट बैंक की राजनीति से जोड़कर एम्स जैसे स्वास्थ्य संस्थान को चुनावी मोहरा क्यों बना रही है? विद्रोही ने कहा कि माजरा एम्स शिलान्यास प्रधानमंत्री मोदी ही क्यों करेंगे? यदि प्रधानमंत्री के पास समय नही है तब माजरा एम्स का शिलान्यास केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से क्यों नही करवाया जाता? सवाल उठता है कि माजरा एम्स का शिलन्यास करके उसका निर्माण करना जरूरी है या शिलान्यास पर प्रधानमंत्री का नाम लिखना व एम्स शिलान्यास के नाम पर मीडिया इवेंट करके मोदीजी का चेहरा चमकाना जरूरी है? वहीं एम्स का शिलान्यास करने मात्र से अहीरवाल की जनता यह कैसे मान ले कि शिलान्यास के बाद भी माजरा एम्स निर्माण एक निश्चित समय अवधि में पूरा हो जायेगा? देशभर में एम्स भवनों के निर्माण का मोदी सरकार का ट्रेप रिकार्ड बहुत ही खराब है। मोदीजी देशभर में एम्स के बारे में जितने भी दावे करते है, वे धरातल पर कहीं भी खरे नही उतरते। ऐसी स्थिति में विद्रोही ने कहा कि अहीरवाल की जनता की मांग सौ प्रतिशत सही है कि न केवल माजरा एम्स का शिलान्यास तत्काल हो अपितु शिलान्यास के साथ ही एम्स ओपीडी व एमबीबीएस यूजी प्रथम वर्ष कोर्स की कक्षाएं भी विधिवत रूप से किसी अस्थाई भवन में शुरू हो ताकि माजरा एम्स निर्माण उसी तरह बीरबल की खिचडी न बन जाये जिस तरह विगत 8 सालों से अहीरवाल में एम्स शिलान्यास बीरबल की खिचडी बना हुआ है। Post navigation राव इन्द्रजीत सिंह और उनकी पुत्री आरती राव भी अपने पिता-दादा राव बिरेन्द्र सिंह को श्रद्धाजंली देने नही आये : विद्रोही जातिगत जनगणना के आंकडे जारी होने के बाद मोदी-भाजपा-संघ बुरी तरह से बौखला गए है : विद्रोही