एम्स निर्माण के नाम पर राव साहब को जनता को मूर्ख बनाने की बजाय यह भी बताना चाहिए कि विगत 9 सालों में मोदी सरकार द्वारा घोषित कितने नये एम्स का भवन निर्माण कार्य शुरू हुआ और कितनों का कार्य पूरा हुआ : विद्रोही 
जब कोई सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को भी वोट हडपने का जरिया बना ले तब स्वास्थ्य संस्थान निर्माण की वैसी ही स्थिति होगी जैसी विगत 8 सालों से भाजपा सरकार ने माजरा एम्स निर्माण की बना रखी है : विद्रोही

24 सितम्बर 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने दावा कि कि उनकी यह भविष्यवाणी सही साबित हो रही है कि भाजपा सरकार लोकसभा चुनाव 2024 में अहीरवाल के मतदाताओं की वोट हडपने माजरा एम्स का शिलान्यास लोकसभा चुनावों की विधिवत घोषणा से 2-3 महीने पहले नवम्बर-दिसम्बर 2023 में ही करेगी।

विद्रोही ने कहा कि वे पिछले एक साल से सार्वजनिक बयान देकर कह रहे है कि भाजपा के लिए स्वास्थ्य सेवा का उच्च संस्थान माजरा एम्स के निर्माण से ज्यादा अहीरवाल के लोगों को भावनात्मक रूप से गुमराह करके लोकसभा चुनाव 2024 में वोट हडपने की है। इसलिए भाजपा सरकार माजरा एम्स शिलान्यास नवम्बर-दिसम्बर 2023 में ही करेगी। अब स्वयं गुरूग्राम के सांसद व केन्द्रीय मंत्री ने मीडिया के सामने दावा किया कि माजरा एम्स का शिलान्यास नवम्बर में होगा और उनका दावा है कि शिलान्यास के बाद एक सप्ताह में एम्स भवन निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। एम्स निर्माण के नाम पर राव साहब को जनता को मूर्ख बनाने की बजाय यह भी बताना चाहिए कि विगत 9 सालों में मोदी सरकार द्वारा घोषित कितने नये एम्स का भवन निर्माण कार्य शुरू हुआ और कितनों का कार्य पूरा हुआ।  

विद्रोही ने कहा कि कटु सत्य यह है कि मोदी सरकार द्वारा घोषित एम्स का निर्माण तो दूर की कोड़ी है, कांग्रेस जमाने के घोषित एम्स जिन पर कांग्रेस सरकार ने निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया था, उन एम्स के भवनों का निर्माण कार्य भी 9 वर्ष की सत्ता में मोदी सरकार नही करवा पाई। मोदी सरकार के लिए एम्स जैसे स्वास्थ्य संस्थान भी लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की बजाय वोट हडपने का जरिया है। जब कोई सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को भी वोट हडपने का जरिया बना ले तब स्वास्थ्य संस्थान निर्माण की वैसी ही स्थिति होगी जैसी विगत 8 सालों से भाजपा सरकार ने माजरा एम्स निर्माण की बना रखी है। विद्रोही ने अहीरवाल के लोगों से अपील की कि वे भाजपा नेताओं के झांसे में आकर माजरा एम्स के नाम पर भाजपा को वोट बैंक की औच्छी व क्षुद्र राजनीति के जाल में न फंसे। यदि अहीरवाल की जुझारू जनता संघर्ष करके भाजपा सरकार को एम्स निर्माण को मजबूर नही करती तो झांसेबाज भाजपा सरकार तो माजरा एम्स को अपनी तरफ से पांच साल पहले ही ठंडे बस्ते में डालने के लिए जुमला बताकर एम्स निर्माण से पल्ला झाड़ चुकी थी।   

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