गुरुग्राम (23 सितंबर) मानेसर स्थित राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र (एनबीआरसी)में इन दिनों हिंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है। केंद्र सरकार के इस प्रतिष्ठित संस्थान में कार्यरत सभी अधिकारियों, कर्मचारियों व छात्रों में हिंदी के प्रति जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।

हिंदी पखवाड़े के अंर्तगत एनबीआरसी में हिंदी में भाषण प्रतियोगिता और हिंदी में शोध पत्रों की प्रस्तुति हुई। हिंदी भाषण प्रतियोगिता में अहिन्दी भाषी व हिंदी भाषी दो समूह बनाये गए, इनमें अधिकारियों, कर्मचारियों व छात्रों ने हिस्सा लिया। जबकि शोध पत्र प्रस्तुति पीएचडी कर रहे छात्रों ने की।

इस अवसर पर एनबीआरसी के निदेशक डॉ. कृशानु राय ने कहा कि राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र की गतिविधियों पर प्रकाश डाला और यहाँ कार्यरत सभी कर्मचारियों व विद्यार्थियों से ज्यादा से ज्यादा कार्य हिंदी में करने की अपील की। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार अमित नेहरा ने हिंदी भाषा के अतीत, वर्तमान और भविष्य पर प्रकाश डाला। अपने चुटीले सम्बोधन में उन्होंने हिंदी भाषा के मजेदार पहलुओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि हमें हिंदी के साथ-साथ सभी भारतीय भाषाओं का भी सम्मान करना चाहिए।एनबीआरसी के हिंदी अधिकारी डॉ. इंद्रजीत यादव ने कहा कि यह आयोजन देश की अनेकता में एकता का बोध कराता है।

इस अवसर जेएनयू के एसोसिएट प्रोफेसर गंगा सहाय मीणा व पत्रकार पवन कुमार भी विशेष रूप से उपस्थित रहे और सभी प्रतिभागियों को भाग लेने पर बधाई दी। इस हिंदी पखवाड़े के आयोजन में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी तन्मय भट्टाचार्य, तकनीकी अधिकारी जितेंद्र अहलावत व प्रशासन अधिकारी पूजा गोसाईं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

राष्ट्रीय मस्तिष्क अनुसंधान केंद्र में चल रहे इस बड़े आयोजन में संस्थान में भारत के विभिन्न प्रदेशों के अधिकारी व छात्र हिस्सा ले रहे हैं जिनमें से विशेष रूप से मिथलेश कुमार सिंह, संजय कुमार गुप्ता, पीवी विनीता, केशव, शंकर दत्त जोशी, आशीष, हिमांशु मल, केदार सिंह पम्था, सुनंदा शर्मा, स्वागता डे, अरविंद सिंह पुंडीर, इरशाद आलम, परमंदर सिंह रावत, रेशमा खातून, हरि शंकर, दुर्गा लाल मीना, निशा, नौशाद आलम, पल्लवी सिंह, मीनाक्षी भास्कर, महेश कुमार, सुमित महापात्रा, तन्मय सिंघल व अथिरा एम सरथ शामिल हैं।

एनबीआरसी में इस पखवाड़े के तहत हास्य कवि प्रतियोगिता भी आयोजित करवाई जायेगी। पखवाड़े के अंतिम दिन सभी विजेताओं को पुरुस्कार वितरित किए जाएंगे।

एनबीआरसी के निदेशक डॉ. कृशानु राय ने कहा है कि इस बार का हिंदी पखवाड़ा संस्थान के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने इस आयोजन में भाग लेने वाले सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दी हैं।

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