कामकाजी महिला आवास के नवनिर्माण को लेकर एडीसी ने किया निरीक्षण

-एडीसी हितेश कुमार मीणा ने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ किया दौरा
-आवास को नये सिरे से अधिक कमरे बढ़ाकर बनाने की कही बात

गुरुग्राम। अतिरिक्त उपायुक्त हितेश कुमार मीणा ने सोमवार को सिविल लाइन स्थित कामकाजी महिला आवास का दौरा किया। इस दौरान जिला रेड क्रॉस सचिव विकास कुमार, पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन चरनदीप राणा, जेई अमन, रेड क्रॉस के लेखाकार कुणाल मंगला भी मौजूद रहे। एडीसी ने कामकाजी महिला आवास को नए सिरे से बनाने के पर चर्चा की। उन्होंने गुरुग्राम के विस्तार को देखते हुए कमरों की संख्या भी बढ़ाने की बात कही। 

जिला रेड क्रॉस सोसायटी द्वारा संचालित कामकाजी महिला आवास काफी समय पूर्व बनाया गया था। यह इमारत काफी पुरानी हो चुकी है। कमरे भी मात्र 40 ही हैं, जबकि मांग अधिक रहती है। ऐसे में कामकाजी महिला आवास को तोडक़र नया बनाने का विचार काफी समय से चल रहा है। इसी को लेकर सोमवार को एडीसी हितेश कुमार मीणा ने यहां का दौरा किया। जिला रेड क्रॉस सचिव विकास कुमार ने उन्हें अवगत कराया कि गुरुग्राम शहर काफी बढ़ चुका है। यहां आवास में कमरों की मांग अधिक रहती है। महिलाओं के रहने के लिए सबसे सुरक्षित स्थान कामकाजी महिला आवास है। ऐसे में यहां पर कमरे बढ़ाए जाने चाहिए। पुरानी इमारत को अधिक समय तक नहीं रखा जा सकता। इसलिए इसे तोडक़र नया बनाने पर विचार प्रशासन का सकारात्मक कदम है।

कामकाजी महिला आवास की वार्डन कविता सरकार ने आवास के कमरों के बारे में बारीकी से एडीसी को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आवास परिसर सिविल लाइन की मुख्य सडक़ से कई फुट नीचा हो गया है। ऐसे में यहां बरसात का पानी भर जाता है। इससे यहां आने-जाने में कठिनाई होती है। पंप आदि लगाकर पानी निकालने की व्यवस्था करनी पड़ती है। एडीसी ने पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन को निर्देश दिए कि वे आवास के नवनिर्माण को लेकर रिपोर्ट तैयार करें। प्रयास रहेगा कि निकट भविष्य में इमारत को तोडक़र नई बनाए जाने की कार्यवाही शुरू हो सके।

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