गुरुग्राम 16 सितंबर। गुरुग्राम ज़िला के आईएमटी मानेसर स्थित आईआईसीए में कार्यरत डा लता सुरेश को अध्विका वार्षिक पुरस्कार 2023 के लिए चुना गया है। यह अवार्ड उन महिलाओं को दिया जा रहा है जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करते हुए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारतीय जनसंपर्क परिषद (पीआरसीआई) द्वारा यह अवार्ड एक राष्ट्रीय स्तर पर अनूठी पहल है। डा लता को यह पुरस्कार नॉलेज मैनेजमेंट के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए दिया जा रहा है। डा सुरेश ने बताया कि यह पुरस्कार मेरे लिए बहुत महत्व रखता है, न केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि के रूप में बल्कि मेरी पूरी यात्रा में मुझे मिले सामूहिक प्रयासों और समर्थन के प्रतीक के रूप में भी। मैं इस मान्यता से बहुत अभिभूत हूं, जो उत्कृष्टता के लिए प्रयास जारी रखने और अपने क्षेत्र और उससे परे सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रेरणा के रूप में कार्य करता है। लता ने पूरी पीआरसीआई टीम और जजों के सम्मानित पैनल की उनके परिश्रमी मूल्यांकन और चयन प्रक्रिया के लिए सराहना करते हुए कहा कि वो महिलाओं के इस प्रतिष्ठित समूह का हिस्सा बनना अपना सौभाग्य समझती हैं जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। और मैं महिला सशक्तिकरण के लिए और योगदान देने के लिए हमेशा उत्सुक रही हूं । मैं अपने परिवार, दोस्तों, गुरुओं और सहकर्मियों के प्रति भी आभार व्यक्त करना चाहती हूं जो समर्थन, मार्गदर्शन और प्रेरणा के अटूट स्तंभ रहे हैं। उनके प्रोत्साहन और मुझ पर विश्वास के बिना, यह उपलब्धि संभव नहीं होती। यह पुरस्कार डा लता सुरेश को 17वें ग्लोबल कम्युनिकेशन कॉन्क्लेव के दौरान सिविल सर्विसेज ऑफिसर्स इंस्टीट्यूट दिल्ली में आगामी 21-22 सितम्बर के दौरान दिया जाएगा । इस ग्लोबल कॉन्क्लेव में दूसरे सेशन “रीइंवेंटिंग कल्चर इन डिजिटल ऐज” की मोडरेटर व स्पीकर भी हैं। Post navigation प्रशासन की अगुवाई में एनडीआरएफ ने नया गांव स्थित इंडियन ऑयल के एलपीजी प्लांट में करवाई मॉक ड्रिल विशेष कैंप लगाकर नागरिकों को उनके घर-द्वार पर दी गई सुविधा