गैंगस्टर के भाई अनमोल के संपर्क में था, गिरफ्तारी से पहले 15 दिन पूर्व हुई बातचीत भारत सारथी/ कौशिक चण्डीगढ़। मोनू मानेसर को लेकर हो रहे खुलासे अब बीजेपी व विश्व हिंदू परिषद के गले की फांस बन सकते हैं। उसे अब तक गौ रक्षक व विश्व हिंदू परिषद का सदस्य बताकर उसका बचाव करने वाले नेता इन खुलासों के बाद बगले झांकते दिखाई देंगे। राजस्थान के नासिर जुनैद हत्याकांड में गिरफ्तार हुआ हरियाणा का गौ रक्षक मोनू मानेसर गैंगस्टर बनना चाहता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मोनू गैंगस्टर लॉरेंस के ग्रुप में शामिल होना चाहता था। इसके लिए वह लगातार लॉरेंस के भाई अनमोल से संपर्क बने हुए था। गिरफ्तारी से पहले 10 सितंबर तक दोनों के बीच एक विशेष ऐप सिग्नल के जरिए बातचीत भी हुई। मोनू मानेसर की बातचीत लॉरेंस के भाई अनमोल से 27 अगस्त से शुरू हुई ।इस दौरान दोनों के बीच सिग्नल अप के जरिए ही इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल भी एक्सचेंज हुई। सिग्नल पर ही दोनों के बीच मैसेज का भी आदान-प्रदान हुआ। दोनों की बातचीत की पूरी डिटेल में इसका खुलासा हुआ है । हालांकि अभी इसकी पुलिस के द्वारा आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।27 अगस्त को पहले मैसेज विदेश में बैठे बिश्नोई के भाई अनमोल ने किया ।जिसमें उसने सिग्नल ऐप के जरिए मोनू को मैसेज में अनमोल लिखकर भेजा । इसके बाद मोनू ने 28 अगस्त को यह मैसेज देखा। देखकर उसने जय श्री राम लिखकर जवाब दिया। दोनों के मैसेज के बाद बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। यह सिलसिला 10 सितंबर तक जारी रहा। 10 सितंबर को दोनों के बीच आखिरी बार मैसेज का आदान-प्रदान हुआ। अनमोल की ओर से मोनू मानेसर को यह जानकारी दी गई कि भाई (लॉरेंस बिश्नोई) का फोन चल गया है। मोनू ने लिखा हुआ जी जय बलकारी। इसके बाद अनमोल ने मोनू से भाई से बात करने के लिए कहा। मोनू को इसके बाद अनमोल ने लॉरेंस का सिग्नल ऐप का नंबर भी भेजा। इसके बाद 12 सितंबर को मोनू मानेसर की गिरफ्तारी हो गई। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश रचने वाले गैंगस्टर लॉरेंस का भाई अनमोल इस साल अप्रैल महीने में अमेरिका में दिखाई दिया था। अनमोल वहां पर एक कार्यक्रम के दौरान मस्ती करते हुए दिखा। लॉरेंस ने फेक पासपोर्ट के जरिए अपने भाई को अमेरिका भेज दिया था। हरियाणा पुलिस ने मोनू मानेसर को मंगलवार 12 सितंबर को गिरफ्तार किया था। उसे पर 31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा से पहले भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट डालने का केस है। नूंह पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने उसे गुरुग्राम में मानेसर के मार्केट से पकड़ा। वह इसी गांव का रहने वाला है। मोनू को नूंह कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने उसकी डिमांड मांगा, लेकिन कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भौंडसी जेल भेजने का आदेश दिया । मोनू मानेसर पर भिवानी में हुए राजस्थान के नासिर जुनैद हत्याकांड में शामिल होने का आरोप है। इस केस में वह पिछले 8 महीने से फरार था। मोनू की गिरफ्तारी का पता चलते ही राजस्थान पुलिस भी कोर्ट पहुंच गई। उसे जेल ले जाने से पहले ही राजस्थान पुलिस को उसकी ट्रांजिट रेमंड मिल गई ।इसके बाद उसे राजस्थान पुलिस ले गई। 15 फरवरी 2023 को राजस्थान में भरतपुर के गांव घाटमिका के नासिर और जुनैद गायब हो गए। परिवार ने पुलिस को शिकायत करते हुए किडनैपिंग के आरोप लगाए। अगले दिन 16 फरवरी को हरियाणा में भिवानी के लोहारू में बोलेरो में दो लोग जिंदा जले मिले। गाड़ी के नंबर से पता चला कि यह बोलोरो वही है जिसमें नासिर जुनैद जा रहे थे। बोलेरो के अंदर दोनों कंकाल के रूप में मिले। उन्हें बोलेरो समय जिंदा जलाया गया। जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया । इसमें मोनू मानेसर समेत कई आरोपियों को नामजद किया गया। इनमें से कुछ आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए लेकिन मोनू मानेसर 8 महीने से फरार था। राजस्थान के जुनैद नासिर हत्याकांड में मोनू मानेसर पुलिस रिकॉर्ड में 8 महीने से फरार था। इसके बाद भी वह मीडिया को इंटरव्यू दे रहा था। सोशल मीडिया पर एक्टिव था। नूंह में 31 जुलाई की हिंसा से पहले उसने खुलकर वीडियो जारी किया। राजस्थान पुलिस के रिकॉर्ड में हत्या का आरोपी होने के बावजूद नूंह मेवात की ब्रजमंडल यात्रा में आने का ऐलान किया। Post navigation 8 दिन पहले हुई थी जुनैद-नासिर को जिंदा जलाने की प्लानिंग, पूछताछ में मोनू मानेसर का कबूलनामा दक्षिणी हरियाणा के नामी शिक्षण संस्थान में आयकर विभाग ने की छापेमारी, कार्रवाई में जुटी टीम