डीसी निशांत कुमार यादव ने खरीफ सीजन की फसलों की गिरदावरी की पड़ताल करते हुए राजस्व विभाग के अधिकारियों को दिए आवश्यक निर्देश
डीसी ने कहा, खरीफ फसलों की स्टीक जानकारी के लिए ई-गिरदावरी अहम

गुरुग्राम, 08 सितंबर। डीसी निशांत कुमार यादव ने खरीफ सीजन की फसलों की गिरदावरी की फिजिकल वेरिफिकेशन कार्यक्रम के तहत आज गांव धनकोट और सुल्तानपुर का दौरा किया।

डीसी ने राजस्व विभाग की टीम द्वारा तैयार किए गए गिरदावरी रिकार्ड का खेतों में पहुंचकर फसल के साथ मिलान किया। गिरदावर व पटवारी द्वारा की गई गिरदावरी की मौके पर पड़ताल की। उन्होंने किसानों द्वारा मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड किया गए विवरण की फिजिकल वेरिफिकेशन कर सजरा से मिलान किया तथा मोबाइल पर अपलोड किया गया विवरण जांचा। उन्होंने गिरदावरी की पड़ताल के दौरान खड़ी फसल का मौका मुआयना भी किया जोकि रिकॉर्ड के अनुसार सही पाई गई। उन्होंने पटवारी व कानूनगो को निर्देश दिए कि फसल की गिरदावरी सही तरीके से की जाए।

उन्होंने कहा कि ई-गिरदावरी प्रणाली में पटवारी सजरे से किला नंबर देखकर आसानी से टैब में फसली ब्यौरा एकत्रित करते हैं। इसकी जांच पड़ताल तहसीलदार सहित उच्च अधिकारी द्वारा की जाती है। डीसी ने साल में दो बार दोहराई जाने वाली इस प्रक्रिया के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए बताया कि डाटा वेरिफिकेशन का मकसद यह है कि मंडियों में अपनी फसल को लेकर आने वाले किसानों को किसी भी तरह की परेशानी ना हो। किसान को उसकी फसल के मुताबिक ही कूपन जारी हो सके और वह मंडी में आकर आसानी से अपनी फसल दे सकें। इसके साथ ही सरकार को भी एकत्रित आंकड़ो के आधार पर फसल की खरीद भंडारण सहित अन्य किसान हितैषी नीति बनाने में मदद मिलती है।

इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी मनबीर सिंह, नायब तहसीलदार कादीपुर आशीष मलिक सहित राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहे।