*धर्म की रक्षा के लिए विभाजन के समय लाखों लोगों ने शहादत दी, विभाजन विभीषिका के रूप में देश की आजादी के लिए हमने बहुत भारी कीमत चुकाई – मनोहर लाल* 
*विभाजन विभीषिका के शहीदों का स्मारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से जल्द बनकर तैयार होगा*
 *मुख्यमंत्री ने समाज के लोगों से की अपील, पंचनद स्मारक ट्रस्ट द्वारा बनाए जा रहे शहीदी स्मारक के निर्माण में सहयोग करें*
*फतेहाबाद में राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाले श्री मनोहर लाल पहले मुख्यमंत्री होंगे*

चंडीगढ़, 14 अगस्त  –  हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बंटवारे की त्रासदी झेलने वालों के बलिदानों के कारण आज हम सभी खुली हवा में साँस ले रहे हैं। आज के दिन अपनी शहादत देने वाले लोगों को याद करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी, इसके लिए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया।  

मुख्यमंत्री आज फतेहाबाद में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर पंचनद स्मारक ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी महाराज उपस्थित थे।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि आज का दिन भारत के बंटवारे का दुखद दिन है। वर्ष 1947 में भारत की आजादी की प्रक्रिया चल रही थी तो आज के दिन भारत माता की छाती पर लकीर खींच कर देश का विभाजन भी किया गया था। हमें आजादी तो मिली लेकिन इस आजादी की हमें भारी कीमत चुकानी पड़ी। आज का दिन हमें बंटवारे के कारण जान गंवाने वाले अपने पूर्वजों की याद तो दिलाता ही है। साथ ही हमें भाईचारे का संदेश भी देता है।

पूर्व की सरकारों ने कभी शहादत देने वाले लोगों को याद करने की ओर ध्यान नहीं दिया, प्रधानमंत्री ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने की पहल शुरू की

श्री मनोहर लाल ने कहा कि विभाजन में भारत माता के दो टुकड़े हुए, इस त्रासदी को भुलाया नहीं जा सकता, लेकिन पूर्व की सरकारों ने कभी इस और ध्यान नहीं दिया और न ही हमारे पूर्वजों को याद किया। वह विभाजन ऐसी त्रासदी है जिस पर आजादी के बाद का लगभग आधा साहित्य भरा पड़ा है। उस पीड़ा से आहत होकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश के बंटवारे को 20वीं शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी कहा और 15 अगस्त, 2021 को स्वतंत्रता दिवस पर आजादी के अमृत महोत्सव का शुभारंभ करते हुए इस विभाजन में अपनी जान गंवाने वाले लोगों की याद में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने की घोषणा की थी। उस समय श्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि “विभाजन की पीड़ा को कभी भुलाया नहीं जा सकता। वहशी नफरत और हिंसा के कारण हमारी लाखों बहनें और भाई दर-बदर हो गये और तमाम लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। ऐसे लोगों की शहादत को याद करने के लिए स्मारक बनाए जाएंगे और उनकी शहादत को याद किया जाएगा।”

मुख्यमंत्री ने समाज के लोगों से की अपील, पंचनद स्मारक ट्रस्ट द्वारा बनाए जा रहे शहीदी स्मारक के निर्माण में करें सहयोग

मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचनद संस्था ने पिछले 15 सालों से विभाजन के पीड़ितों को याद करने का जिम्मा उठाया। पंचनद स्मारक ट्रस्ट द्वारा कुरुक्षेत्र में देश का विश्व स्तरीय शहीदी स्मारक बनाया जा रहा है। विभाजन विभीषिका के शहीदों का स्मारक प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से जल्द बनकर तैयार होगा और इस मानवीय कार्य में सरकार की ओर से हर सम्भव मदद की जाएगी। हालांकि, सरकार की ओर से इस कार्य के लिए वित्तीय सहायता की बजाय समाज के लोगों से सहयोग लिया जाएगा। स्मारक से विभाजन की दास्ताँ से भावी पीढ़ी जुड़ पाएगी और आजादी के संघर्ष को महसूस करने के साथ साथ देशभक्ति के प्रति प्रेरित होंगे।  

मुख्यमंत्री ने समाज के लोगों से अपील करते हुए कहा कि पंचनद स्मारक ट्रस्ट द्वारा बनाए जा रहे स्मारक में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि वे स्वयं अपने संपर्क से समाज के लोगों के सहयोग से साढ़े 5 करोड़ रुपये की राशि इकठ्ठा करके देंगे। इसके अलावा, उन्होंने विधायक श्री सुभाष सुधा, श्री विनोद भ्याना, श्रीमती सीमा त्रिखा, श्री प्रमोद विज सहित 11 लोगों की ओर से 51-51 लाख रुपये के सहयोग की भी घोषणा की।

श्री मनोहर लाल ने पंचनद स्मारक ट्रस्ट, फतेहाबाद को भी अपने ऐच्छिक कोष से 21 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की। इसके अलावा, शिवधाम नवीनीकरण योजना के तहत स्थानीय शिवपुरी शमशान घाट के लिए भी 21 लाख रुपये की राशि को मंजूर करने की घोषणा की।

स्वार्थ की बजाय परमार्थ की भावना से प्रदेश की सेवा करना हमारा लक्ष्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2.80 करोड़ जनता के आशीर्वाद से उन्हें प्रदेश की सेवा का मौका मिला है और प्रदेश का हर व्यक्ति मेरे परिवार का हिस्सा है। राज्य सरकार ने पीपीपी की योजना बनाकर पात्र लाभार्थी तक सरकार की योजना पहुंचाई, आज पीपीपी के जरिये घर बैठे लोगों की पेंशन बनी है। उन्होंने कहा कि हरियाणा एक हरियाणवी एक के नारे के साथ सरकार काम कर रही है और स्वार्थ की बजाय परमार्थ की भावना से प्रदेश की सेवा करना हमारा लक्ष्य है। हम बिना भेदभाव के पूरे समाज को एक साथ लेकर आगे बढ़ेंगे।

विभाजन में धर्म की रक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने अपना बलिदान दिया

श्री मनोहर लाल ने कहा कि विभाजन की घटना कोई सामान्य घटना नहीं थी। रामायण से लेकर महाभारत तक हमारी संस्कृति में कई ऐतिहासिक घटनाएं हुई हैं, इन घटनाओं में विशेष बात यह थी कि इन सबमें धर्म की जीत हुई। विभाजन में भी धर्म की रक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने अपना बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं उसी परिवार से हूं, इसलिए उस दर्द को भली भांति जानता हूं। वास्तव में वह बंटवारा हमारे देश की भौगोलिक सीमा का बंटवारा नहीं बल्कि लोगों के दिलों और भावनाओं का भी बंटवारा था।

फतेहाबाद में राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाले श्री मनोहर लाल पहले मुख्यमंत्री होंगे

इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी ने कहा कि फतेहाबाद की जनता यह कह रही है कि जब से हरियाणा बना है, तब से आज तक फतेहाबाद में पहली बार कोई मुख्यमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराने आ रहे हैं। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फतेहाबाद में राष्ट्रीय ध्वज फहराने वाले श्री मनोहर लाल पहले मुख्यमंत्री होंगे, यह फतेहाबादवासियों  के लिए ऐतिहासिक क्षण होगा।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद सारा देश विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मना रहा है, लेकिन सबसे पहले, सबसे बड़ा कार्यक्रम हरियाणा में हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ओजस्वी, यशस्वी व तेजस्वी व्यक्तित्व के धनी हैं। वह तन मन से पूरी तरह जनसेवा के लिए समर्पित हैं। उन्होंने संपूर्ण जीवन जनसेवा के लिए लगाया है।

इस अवसर पर सांसद श्रीमती सुनीता दुग्गल, पंचनद स्मारक ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री सुभाष सुधा, सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के अध्यक्ष श्री सुभाष बराला, स्वामी ध्यान परमानन्द जी, विधायक श्री दूड़ा राम, श्री लक्ष्मण नापा, श्री घनश्याम दास अरोड़ा, श्री विनोद भ्याना, श्री कृष्ण मिड्ढा, श्रीमती सीमा त्रिखा, पूर्व मंत्री श्री मनीष ग्रोवर और श्री कर्ण देव कम्बोज सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।