रेवाड़ी-12 अगस्त – वेतनमान वृद्धि की मांग को लेकर क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले चल रही लिपिकीय वर्ग की अनिश्चितकालीन हड़ताल शनिवार को 39 वें दिन जारी भी रही। मौजूदा प्रदेश सरकार द्वारा लिपिकों की मांगों के प्रति सकारात्मक रूख अपनाए जाने के बाद कर्मचारियों का जोश व उत्साह लगातार बढ़ता ही जा रहा है और शनिवार को अवकाश के दिन भी धरनास्थल पर लिपिकीय कर्मचारियों की भारी भीड़ उमड़ी। शनिवार को क्रमिक भूख हड़ताल के 22वें दिन विभिन्न विभागों से 5 महिला कर्मचारियों मोनिका, रेनु, सोनु शर्मा, मंजु कुमारी व प्रेमलता ने भूख हड़ताल पर बैठकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारे लगाकर कड़ा रोष जताया। इनमें अधिकतर महिला कर्मचारी लगातार हर रोज भूख हड़ताल में शामिल हो रही है। महिला साथियों ने फूल मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया। हड़ताल के दौरान लिपिक एसोसिएशन के जिला प्रधान विकास यादव ने हॉल ही में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी के शीर्ष पदाधिकारियों के बीच हुई सकारात्मक वार्ता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने सभी कर्मचारियों से (सीएडब्लयूएस) संगठन में अपना पूरा विश्वास, आस्था व निष्ठा बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि लिपिकीय कर्मचारियों की मांगों को पूरा करवाने के लिए भारतीय मजदूर संघ व क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी की प्रदेश कार्यकारिणी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि सीएम ने लिपिकीय वर्ग की जायज मांगों को लेकर एसोसिएशन पदाधिकारियों द्वारा रखी गई बातों को गंभीरता से सुनते हुए प्रस्तुत किये गए सभी तथ्यों व दस्तावेजों का बारीकी से अध्ययन करने उपरांत 15 अगस्त के बाद वार्ता करके मांगों को पूरा करने का ठोस आश्वासन दिया है। उन्होंने लिपिकीय वर्ग की राज्य कार्यकारिणी को भी भरोसा दिलाया है कि मांगों को लेकर अब कर्मचारी हित में जो भी फैसले लिए जाएंगे वो सभी को सर्वमान्य होंगे। उन्होंने कहा कि आजादी के 76वें वर्ष में देशभर में मनाए जा रहे मेरी माटी-मेरा देश कार्यक्रम के तहत जिला रेवाड़ी में होने वाले हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने में लिपिकीय वर्ग कर्मचारी भी अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। अधिकारियों की कामयाबी के पीछे लिपिकीय वर्ग का बहुत बड़ा योगदान रिटायर्ड डीईओ मुकेश यादव ने कहा कि समूचे कार्यालयों के कार्यो को सही दिशा देने तथा विभिन्न तरह की सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लिपिकीय वर्ग का अहम रोल होता है। अधिकारियों की कामयाबी के पीछे लिपिकीय वर्ग का बहुत बड़ा योगदान होता है। कई दशकों से उचित वेतनमान दिये जाने को लेकर रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले लिपिकीय वर्ग के लिए भेदभाव होता रहा है। अब प्रदेश सरकार को बिना किसी संकोच के अविलंब लिपिक कर्मचारियों का 35400 रूपये मूल वेतनमान लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जुनुन इंसान की सफलता की जननी है और पिछले कई दिनों से पूरे जोश, जुनुन व एकजुटता के साथ धरने पर बैठे हुए कर्मचारियों की मांगो को प्रदेश सरकार को मान लेना चािीए। धरने में भारत मजूदर संघ के जिला प्रधान सावंत सिंह ने कहा कि लिपिकीय वर्ग की जायज मांगों को पूरा करवाने को लेकर बीएमएस की ओर से शुरू से ही कड़े प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने आश्वस्त किया कि कई दिनों से संघर्षरत कर्मचारियों की मांगों को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने चौथी वार्ता में स्वयं संज्ञान लेकर सकारात्मक रूख दिखाया है। ऐसे में अब समय आ गया है कि जल्द ही कर्मचारियों की मांग पूरी होने जा रही है। लंबे समय से पूरे जोश व हौसलों के साथ जुटे हुए लिपिकीय वर्ग के कर्मचारियों द्वारा अपनी जायज मांगो को लेकर किया जा रहा संघर्ष निश्चित तौर पर सफलता के रंग लेकर आएगा। धरने में शनिवार को शिक्षा विभाग के बिजेंद्र रंगा, पूर्व डीईओ धर्मबीर बल्डोदियां, लाजपत कौशिक, वेदव्रत, सिंचाई विभाग के जयपाल, रामनिवास बेनीवाल, कुलदीप सिंह, रोड़वेज के सुनील कुमार, बीर सिंह आदि नेे अपने विचार रखते हुए प्रदेश सरकार से अविलंब धरनारत लिपिकों के सम्मानजनक मूल वेतनमान 35400 रूपये की मांग को पूरा करने की अपील की। Post navigation भाजपा नेता टीवी डिबेट में जेल में डालने कीे धमकी दे सकते है तो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता बची कहां ? विद्रोही रींगस व सादुलपुर रेल मार्ग पर ओवर ब्रिज पर खर्च होंगे 100 करोड़ – राव इंद्रजीत