रेवाड़ी,11 अगस्त- वेतनमान बढ़ाने की मांग को लेकर क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले चल रही लिपिकीय वर्ग की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुक्रवार को 38 वें दिन में प्रवेश कर गई।

बीते गुरूवार को सरकार व लिपिक एसोसिएशन के बीच हुई वार्ता में भले ही कर्मचारियों की मांगों को लेकर सहमति नहीं बनी हो। लेकिन इसी दिन देर सांय मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की लिपिक एसोसिएशन और भारत मजदूर संघ के पदाधिकारियों के शिष्टमंडल के साथ सकारात्मक माहौल में हुई बैठक से लिपिकों को अब अपनी वेतनमान बढ़ोतरी की मांग सिरे चढ़ती नजर आ रही है। अब सरकार ने कर्मचारियों को 15 अगस्त के बाद 16 या 17 अगस्त को वार्ता करके निर्णय लेने की बात कही है। लंबे समय से धरनारत कर्मचारियों की मांगों पर सरकार द्वारा सकारात्मक रूख दिखाने के बाद शुक्रवार को लिपिकीय वर्ग कर्मचारी पूरे जोश व उत्साह के साथ धरने पर डटे रहे।

शुक्रवार को क्रमिक भूख हड़ताल के 21वें दिन विभिन्न विभागों से 6 महिला कर्मचारियों अनिता, सोनु शर्मा, मंजु कुमारी, प्रेमलता, निशा व मोनिका भूख हड़ताल पर बैठी और सरकार के खिलाफ जोरदार नारे लगाकर कड़ा रोष जताया। महिला साथियों ने फूल मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया।

लिपिकों का अपनी मांगों के प्रति अडिग विश्वास व प्रतीज्ञा के चलते सरकार को झुकना ही पड़ेगा   

 वन कर्मचारी यूनियन के कमल सिंह यादव ने कहा कि लिपिकीय कर्मचारियों की मांगों को लेकर सरकार के साथ पहले हो चुकी चार वार्ताएं भले ही विफल रही हो। इसके बाद भी लिपिकीय कर्मचारी वर्ग यदि अपनी मांगों के प्रति अडिग विश्वास व प्रतीज्ञा रखता है तो निश्चित तौर पर सरकार को झुकना पडे़गा। उन्होंने अपने अनुभव बांटते हुए कहा कि सरकार विभिन्न तरह के हथकंडे अपनाकर हड़ताल को लंबा खींचकर कर्मचारियों का मनोबल तोड़ने का प्रयास करती है। उन्होंने कर्मचारियों को अपने हकों के लिए एकजुट होकर संघर्षरत रहते हुए मैदान में डटे रहने की अपील की।       

लिपिक एसोसिएशन जिला कोषाध्यक्ष वीर सिंह यादव ने कहा कि लिपिकीय वर्ग अपनी जायज मांगों को लेकर पूरी तरह से संगठित व अडिग है और सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए पूरी तरह से सक्षम है और अपने हक 35400 रूपये मूल वेतनमान की मांग को पूरा करवाकर ही दम लेगा। लिपिकीय वर्ग कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा करवाने के लिए भारतीय मजदूर संद्य व क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी की प्रदेश कार्यकारिणी पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। अपनी मांगों को पूरा नहीं होने तक लिपिकीय वर्ग किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटने वाला है। उन्होंने लिपिक साथियों से अनुरोध किया कि वे अपने हक की लड़ाई के लिए हौंसला, धैर्य और संयम बनाए रखिए।     

 कॉमरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने कहा कि पूरे प्रदेशभर का लिपिकीय वर्ग कर्मचारी अपने हकों के लिए सही दिशा व मुद्दों के साथ लंबे समय से संघर्षरत है। जिसके चलते अपने बुलंद हौसलों व एकजुटता के साथ संगठित हुए कर्मचारी निश्चित तौर पर जीत करके जाएंगे। अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान विषम हालातों से लड़कर कर्मचारियों ने जो हौंसला और हिम्मत हासिल की है, उसके आगे सरकार को मजबूर होकर कर्मचारियों की जायज मांगों को पूरा करना पडे़गा। उन्होंने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार को सदबुद्धि मिले कि वो आजादी दिवस के मौके पर 15 अगस्त को लंबे समय से धरने पर बैठे लिपिकीय वर्ग कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने का काम करें।       

धरने में शुक्रवार को रिटायर्ड डीईओ धर्मबीर बल्डोदिया तथा स्वास्थ्य विभाग के अशोक कुमार व रोहतक की लिपिक प्रवीन कुमारी ने कविता व प्रेरक कथन सुनाए, डाईट के दीपेंद्र यादव, रोड़वेज के बीर सिंह, विजयपाल, शिक्षा विभाग के ब्रहमप्रकाश, बिजेंद्र रंगा, सत्यवान शर्मा, लाजपत कौशिक, कुंजलता, अंकित कौशिक, ओमप्रकाश सैन, एडवोकेट रमेशचंद, प्राचार्य बसंत कुमार आदि ने भी लिपिकों के सम्मानजनक मूल वेतनमान 35400 रूपये की मांग को लेकर अपने विचार रखते हुए कर्मचारियों को धैर्य व हौंसला रखते हुए धरने पर डटे रहने का आह्वान किया।

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