चंडीगढ़, 8 अगस्त – हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा राज्य में टेली-परामर्श सेवाओं की पहुंच की सराहना केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने की है। हरियाणा में स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र (एचडब्ल्यूसी) के दौरे के दौरान अग्रणी टेली-परामर्श मॉडल के साथ उनके प्रत्यक्ष अनुभव के परिणामस्वरूप की गई है। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में संबोधित करते हुए हरियाणा में एचडब्ल्यूसी की अपनी यात्रा का जिक्र किया, जहां उन्होंने एम्स झज्जर के दौरे के दौरान टेली-परामर्श मॉडल को क्रियान्वित होते देखा। निर्बाध और कुशल सेवा से प्रभावित होकर, उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य के प्रयासों की सराहना की कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के हर कोने तक पहुंचे। श्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा राज्य ने अपनी टेली-परामर्श सेवाओं के साथ स्वास्थ्य सेवा नवाचार को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, जिसने भौगोलिक बाधाओं को दूर करते हुए चिकित्सा विशेषज्ञों और रोगियों के बीच की खाई को प्रभावी ढंग से पाट दिया है। सेवाओं ने विशेषीकृत देखभाल को सबसे दूरदराज के क्षेत्रों की पहुंच में ला दिया है, जिससे न केवल सुविधा मिली है बल्कि सरकार और रोगियों दोनों के लिए लागत में भी उल्लेखनीय कमी आई है। हरियाणा के अभूतपूर्व टेली-परामर्श दृष्टिकोण में 23 केंद्र शामिल हैं, जो राज्य के हर जिले की सेवा के लिए रणनीतिक रूप से स्थित हैं। इन केंद्रों में पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ में एक विशेषज्ञ केंद्र और राज्य के 22 जिलों में प्रत्येक जिला सिविल अस्पताल में एक केंद्र शामिल है। यह प्रणाली केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) और उप केंद्रों (एससी) में विशेषज्ञों के बीच सीधे टेली-परामर्श कनेक्शन को सक्षम बनाती है, जिससे निर्बाध स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित होती है।’’ हरियाणा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जी. अनुपमा ने बताया कि टेली-परामर्श मॉडल में तेजी से वृद्धि हुई है। केवल एक वर्ष की अवधि के भीतर प्रति दिन कॉल की औसत संख्या मात्र 0.13 कॉल प्रति दिन से बढ़कर प्रभावशाली 500 कॉल प्रति दिन हो गई है। हब ने सामूहिक रूप से लगभग 2.5 लाख टेली-परामर्श आयोजित किए हैं, जिनमें से लगभग 50 प्रतिशत परामर्श पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ में विशेषज्ञ हब द्वारा प्राप्त किए गए हैं। पीजीआईएमईआर हब में प्राप्त विशेषज्ञ टेली-परामर्श कॉल ने प्रसूति एवं स्त्री रोग, आंतरिक चिकित्सा, आंख, कान नाक गला (ईएनटी), बाल रोग और त्वचा विज्ञान सहित चिकित्सा विशिष्टताओं की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर किया है। प्रत्येक सलाहकार प्रतिदिन औसतन 50 परामर्श संभालता है, प्रत्येक परामर्श की अवधि 7 से 12 मिनट तक होती है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) हरियाणा के मिशन निदेशक राजनारायण कौशिक ने कहा टेली-परामर्श मॉडल ने 96.3 प्रतिशत की उल्लेखनीय रोगी संतुष्टि दर हासिल की है, जो सेवा की प्रभावशीलता और सुविधा को दर्शाता है। इसके अलावा, लगभग 10,000 मामलों को समय पर विशेषज्ञों और स्वास्थ्य सुविधाओं के पास भेजा गया है, जिससे अनगिनत लोगों की जान बचाने में योगदान मिला है। हरियाणा की टेली-परामर्श सेवाएं स्वास्थ्य देखभाल पहुंच के क्षेत्र में प्रगति के प्रतीक के रूप में खड़ी हैं। मरीजों को विशेषज्ञों से जोड़ने और जहां इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है, वहां देखभाल प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाकर, राज्य ने न केवल स्वास्थ्य देखभाल परिणामों में सुधार किया है, बल्कि अपने नागरिकों के जीवन को भी बदल दिया है, जिससे दूरी या स्थान की परवाह किए बिना, सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल एक वास्तविकता बन गई है। Post navigation डी.एल.एड. की परीक्षाएं 10 अगस्त से आरम्भ लोक कलाकार हरियाणवी संस्कृति के सच्चे ध्वजवाहक : धनखड़