रेवाड़ी-07 अगस्त – लिपिकों द्वारा अपनी वेतनमान वृद्धि की मांग को लेकर क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल सोमवार को 34वें दिन जारी रही। पूरे प्रदेशभर में पिछले लंबे समय से चल रही लिपिकों की हड़ताल से विभिन्न तरह के सरकारी कार्य व जनसेवाएं बाधित होने से आमजन को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है तथा सरकार को भी राजस्व का भारी नुक्सान हो रहा है। वहीं क्रमिक भूख हड़ताल के 17 वें दिन डीसी कार्यालय के 5 लिपिकीय वर्ग कर्मचारियों मधुसूदन, उतम कुमार, सुनील कुमार, जोगेंद्र व जनक ने भूख हड़ताल पर रहकर सरकार के खिलाफ कड़ा रोष प्रकट किया। जिला कार्यकारिणी के सदस्यों ने उन्हें फूल मालाएं पहनाकर उनका स्वागत किया।     

लिपिक एसोसिएशन के जिला प्रधान विकास यादव ने बताया कि सरकार की तानाशाही, हठधर्मिता व अनदेखी के कारण ही सरकारी कार्यो व योजनाओं को धरातल पर उतारने वााले लिपिकीय वर्ग कर्मचारी अपनी मांगो को पूरा करवाने के लिए सड़कों पर आने को मजबूर हुए है। सरकार के प्रतिनिधि लिपिकीय वर्ग के आंदोलन को कमजोर करने के लिए वेतनमान को लेकर बिल्कुल झूठे आंकडे़ व तथ्य पेश करके जनता को भ्रमित करके आपस में लड़वाने का कार्य कर रहे है। जबकि सरकार की लापरवाही के चलते कर्मचारी हड़ताल लंबी खींच जाने से आए दिन आमजन बेहद परेशान हो रहा है तथा इससे प्रदेशभर में पैदा हुए अव्यवस्था के माहौल से सरकार की ही छवि जनता में खराब हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि लंबे से शोषित व संघर्षरत लिपिकीय वर्ग के कर्मचारियों की जायज मांग को अविलंब पूरा किया जाए।     

 जिला उपप्रधान बादल कुमार ने कहा कि सरकार किसी गलतफहमी में ना रहे, जब तक उनकी 35400 रूपये मूल वेतनमान की मांग पूरी नही होती तब तक हड़ताली जारी रहेगी। उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि हम अपने हक के लिए हड़ताल पर है और हम किसी को परेशान नहीं करना चाहते है। सरकार की ओर से बार-बार झूठ का सहारा लेकर जनता को भ्रम में डालने का प्रयास किया जा रहा है। हम सरकार की हर झूठ का प्रचार-प्रसार मीडिया के माध्यम से आमजन तक कर रहे है।     

देश के हित में करेंगे काम, काम का लेंगे पूरा दाम
वरिष्ठ कर्मचारी नेता रामनिवास बेनीवाल ने साफ कहा कि देश के हित में करेंगे काम, काम का लेंगे पूरा दाम। प्रजातंत्र में सभी को अपने हक की लड़ाई लड़ने का पूरा हक है, जिसके लिए पिछले 34 दिनों से लिपिकीय वर्ग जायज मांग 35400 रूपये को लेकर अपनी लड़ाई शांति, धैर्य व संयम के साथ लड़ रहा है और धरनारत कर्मचारियों द्वारा रक्तदान शिविर लगाने के साथ-साथ प्राकृतिक आपदा बाढ़ नियंत्रण आदि की स्थिति में पूर्ण सहयोग किया जा रहा है। इसके बाद भी सरकार जानबूझकर कर्मचारियों की हड़ताल को लंबा खींचकर हड़ताली कर्मचारियों का मनोबल तोड़ने का प्रयास कर रही है। उन्होंने सरकार को आगाह किया कि सरकार ने जल्द से जल्द लिपिक कर्मचारियों की मांग नहीं मानी तो सरकार को भविष्य में इसके गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।

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