गुडग़ांव, 6 अगस्त (अशोक) : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल नूंह में घटित हुई घटनाओं की जानकारी लेने के लिए रविवार को नूंह क्षेत्र में गया, लेकिन नूंह सीमा पर भी पुलिस और ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने उन्हें नूंह जाने से रोक दिया।

एटक हरियाणा के वरिष्ठ उप महासचिव अनिल पंवार ने बताया कि रविवार को केरल सरकार के पूर्व मंत्री व राज्य सभा सांसद कामरेड बिनोय विश्वम की अगुवाई में सीपीआई का प्रतिनिधिमंडल गत दिनों नूंह में हुई हिंसा में पीडित परिवारों से मुलाकात करने तथा शांति व भाईचारे की अपील करने के लिए नूंह जा रहा था। पुलिस अधिकारियों व ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने धारा 144 का हवाला देते हुए प्रतिनिधिमंडल को नूंह जाने से रोक दिया, जिसका उन्होंने विरोध करते हुए कहा कि प्रतिनिधिमंडल नूंह की स्थिति का जायजा लेने व आमजन से शांति की अपील करने जा रहा है, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें जाने नहीं दिया।

कामरेड बिनोय विश्वम का कहना है कि नूंह में सांसदों को जाने से रोकने से यह साबित होता है कि नूंह में स्थिति अधिक तनावपूर्ण है। सामान्य जनजीवन बहाल नहीं हो सका है। फिर भी प्रतिनिधिमंडल ने नूंह की जनता से मीडिया के माध्यम से शांति एवं भाईचारा बनाए रखने की अपील की। प्रतिनिधिमंडल में एटक की राष्ट्रीय सचिव अमरजीत कौर, सीपीआई के संदोष कुमार पी, दरियाव सिंह कश्यप, सतपाल नैन, हरीप्रकाश शर्मा, धीरेन्द्र आदि शामिल थे।

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