– बैठक में पेयजल आपूर्ति से संबंधित मुद्दों का समाधान करने के अधिकारियों को दिए गए निर्देश गुरूग्राम, 4 अगस्त। गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीसी मीणा की अध्यक्षता में 7वीं समन्वय बैठक का आयोजन स्थानीय लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में किया गया। बैठक में पेयजल आपूर्ति से संबंधित मुद्दों के समाधान पर चर्चा की गई तथा अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए। चंदू-बूढ़ेड़ा तथा बसई स्थित वाटर ट्रीटमैंट प्लांट पर बिजली कटौती के बारे में जीएमडीए के अधिकारियों ने बताया कि जुलाई माह में बिजली की कमी के कारण दोनों प्लांटों से पानी की आपूर्ति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इस पर बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा कि पावर कंडक्टर बदलने का कार्य चलने के कारण बिजली कट हुए थे, जो अब भविष्य में नहीं होंगे। उन्होंने बताया कि कई बार लाईन फॉल्ट के कारण भी बिजली कट लगते हैं तथा फॉल्ट को मैनुअली ढूंढऩे में समय लग जाता है। इस पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि वे फॉल्ट डिटैक्टर मशीन की व्यवस्था करें। इसके साथ ही उन्होंने डबल फीडर बिजली सप्लाई की व्यवस्था रखने के भी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। मुख्य पेयजल आपूर्ति लाईन से अमनपुरा, एफ व एच ब्लॉक पालम विहार, सैक्टर-21, 22, 23 तथा सैक्टर-12 में सीधे कनैक्शन के मामले की समीक्षा के दौरान नगर निगम अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे पैरलल लाईन डालकर गलियों में पेयजल आपूर्ति कनैक्शन दें तथा मुख्य लाईनों से जो भी कनैक्शन हैं उन्हें हटाएं। इस बारे में जल्द कार्रवाई करके रिपोर्ट भेजें। बैठक में बताया गया कि गांव सरहौल, तिघरा, साऊथ सिटी-2, हंस इन्कलेव, सराय, न्यू पालम विहार, सैनी खेड़ा व सिलोखरा में पेयजल आपूर्ति सीधे चालू होने से पानी की बर्बादी होती है। इन स्थानों पर बूस्टिंग स्टेशनों के माध्यम से जलापूर्ति करवाई जाए, ताकि पानी की बर्बादी कम हो। इस पर निगम अधिकारियों ने कहा कि गांव सरहौल, तिघरा, साऊथ सिटी व हंस इन्कलेव में बूस्टिंग स्टेशनों के लिए बिजली कनैक्शन आवेदन किया हुआ है। इनको जल्द ही चालू कर दिया जाएगा। इसके अलावा, सराय, न्यू पालम विहार व सैनीखेड़ा में जगह की पहचान की जा रही है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि बूस्टिंग स्टेशन निर्माण कार्य के पूर्ण होने से पूर्व ही बिजली कनैक्शन के लिए आवेदन किया जाना चाहिए। सरकार की नीति अनुसार न्यू पालम विहार, आयुध डिपो के आसपास का क्षेत्र तथा सुखराली इन्कलेव अनाधिकृत क्षेत्रों में स्टैंड पोस्ट के माध्यम से जलापूर्ति के मामले में बताया कि इनके नजदीकी क्षेत्रों में बूस्टिंग स्टेशन या भूमिगत टैंकों की योजना बनाई जाएगी। बैठक में नए जलापूर्ति कनैक्शनों पर फ्लो मीटर लगाने तथा डैशबोर्ड से जोडऩे के निर्देश भी मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को दिए गए। इसके साथ ही राजस्व रिकार्ड में जितने भी नाले, तालाब या क्रीक हैं उन्हें विकसित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए। Post navigation नूंह पर एक्शन में प्रशासन……… तावडू में अवैध घुसपैठियों की झुग्गियों पर चला बुलडोजर जीएमडीए सीईओ पीसी मीणा ने किया एमजी रोड़ स्ट्रीट स्केपिंग प्रोजैक्ट का दौरा