रेवाड़ी-26 जुलाई – वेतनमान वृद्धि की मांग को लेकर विभिन्न विभागों के लिपिकों की क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल बुधवार को 22वें दिन में प्रवेश कर गई। बुधवार को कर्मचारियों की हड़ताल कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में देशभक्ति कार्यक्रमों के चलते अमर शहीदों के नाम समर्पित रही। सुबह के समय वन विभाग यूनियन नेता कमल यादव के आह्वान पर एसोसिएशन के जिला प्रधान विकास यादव के नेतृत्व में दर्जनों पदाधिकारियों व लिपिक साथियों ने शहीद वन स्मृति स्थल पर पहुंचकर विभिन्न प्रकार करीब एक हजार के करीब पौधे रोपित करके शहीदों को याद किया। वहीं क्रमिक भूख हड़ताल के पांचवे दिन 6 लिपिकीय वर्ग कर्मचारी डाईट, हुसैनपुर कार्यालय के अनिल सचदेवा, राजसिंह, राहुल, महिला लिपिक निशा, शिक्षा विभाग के राजेंद्र कुमार, सीएचसी बावल के अशोक कुमार भूख हड़ताल पर बैठे और सरकार के खिलाफ कड़ा रोष जताया। हड़ताल के दौरान डीसी कार्यालय की लिपिक ललिता, शिक्षा विभाग के विनोद शर्मा, सहकारिता के वेदव्रत ने देशभक्ति गीत, लिपिक मंजीत कुमार ने गीत, कविता तथा रागिनी प्रस्तुत करके शहीदों को याद किया वहीं हिमांशु ने देशभक्ति गानों के माध्यम से शहीदों को नमन किया और सभी की आंखे नम कर दी। एसोसिएशन की ओर से इस मौके पर देश की एकता व अखंडता की रक्षा के लिए कुर्बानी देने वाले वीर शहीदों के बच्चों व परिवार में शामिल लिपिक सदस्यों पूजा कुमारी, अक्षय यादव, अजय कुमार, विजय लता, उतम कुमार, सुनील कुमार, बादल कुमार आदि के साथ सेना में रहे दर्जनभर पूर्व सैनिक लिपिक भाईयों को भी फूलमालाएं व फटके पहनाकर सम्मानित किया गया। रिटायर्ड अधिकारी एवं कर्मचारी ज्वाईंट एक्शन कमेटी ने रिटायर्ड डीएफएससी रामौतार एकलव्य के नेतृत्व में दर्जनभर रिटायर्ड अधिकारी व कर्मचारियों ने धरना स्थल पर पहुंचकर लिपिको की 35400 रूपये के वेतनमान की जायज मांग को पूर्ण समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि पिछले 22 दिनों से अपनी जायज मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे लिपिकों की यह मान सम्मान की ही नहीं बल्कि हकाें की लड़ाई है। लिपिकों की कलम में ताकत है और ज्यादातर उनके द्वारा नोटिंग में लिखे गए मैटर को उच्चाधिकारी भी गलत नहीं ठहराते है और बिना किसी संकोच के उन्हें स्वीकृत कर दिया जाता है। ऐसे में लिपिकीय वर्ग को अपनी ताकत को पहचानकर मांगे पूरी नहीं होने तक एकजुट व संघर्षशील होकर मैदान में डटे रहना चाहिए। क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी के पदाधिकारियों ने इस मौके पर रेजांगला शहीद स्मृति स्थल पर पुष्प अर्पित करके शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। जिला प्रधाान विकास यादव दने कहा कि आज हम सभी शहीदों की बदौलत खुली हवा में सांस ले रहे है। इसी के चलते हड़ताल का आज का दिन उन शहीदों के प्रति समर्पित है, जिन्होंने अपना आज हमारे कल के लिए बलिदान कर दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि वेतनमान को लेकर एसोसिएशन व सरकार के बीच होने वाली तीसरी वार्ता के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे और लंबे समय से हड़ताल पर बैठे कर्मंचारियों की मांगों को सरकार जल्द ही लागू करेगी। अन्यथा आंदोलन को ओर तेज किया जाएगा। धरने में मंगलवार को एम्स संघर्ष समिति के ओमप्रकाश सैन, रिटायर्ड डीईओ जगदीश प्रकाश डहीनवाल, सुभाषचंद शर्मा, रिटा- प्रोफेसर रमेशचंद्र शर्मा, आचार्य सुदानंद, पूर्व डीईओ धर्मबीर बल्डोदिया, लिपिक मंजू, बिजेंद्र, लाजपत कौशिक, बिजेंद्र रंगा, राजकुमार, बृजमोहन कौशिक, रामनिवास बेनीवाल, नरेश यादव, संजीव कौशिक, बीर सिंह ने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए सरकार से अविलंब धरनारत लिपिकों के सम्मानजनक मूल वेतनमान 35400 रूपये की मांग को पूरा करने की अपील की। Post navigation रेवाडी : कथित जनसवांद कार्यक्रम को प्रशासन व भाजपा समर्थक हाईजैक करके मीडिया इवेंट में न बदल सके : विद्रोही लिपिक एसोसिएशन और सरकार के बीच बुधवार को हुई तीसरी वार्ता भी बेनतीजा