मंडी में सोर्टिंग से लेकर पैकेजिंग तक की संपूर्ण कार्यप्रणाली का लिया जायजा
बागवानी तथा कृषि क्षेत्र में नई तकनीक अपनाकर प्रदेश के किसानों की आय में हो सकेगी वृद्धि- जेपी दलाल

चंडीगढ़, 24 जुलाई – हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जय प्रकाश दलाल ने अधिकारियों व किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ अपने 7 दिवसीय दौरे के पहले दिन जापान के टोक्यो में सब्जी-फल मंडी का दौरा किया। प्रतिनिधिमंडल ने मंडी में उत्पादों की सोर्टिंग, ब्रांडिंग और पैकेजिंग के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल की।

श्री जेपी दलाल ने कहा कि इस मंडी में अधिकतर काम मशीनों द्वारा किया जाता है और उत्पाद की गुणवत्ता का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। यह जापान की सबसे बड़ी मार्केट है, यहां लगभग 17-18 हजार करोड़ रुपये सालाना का कारोबार होता है। मंडी में स्वच्छता का भी पूरा ध्यान रखा जाता है।

हरियाणा सरकार ने वर्ष 2023 तक बागवानी क्षेत्र को 22 लाख एकड़ करने लक्ष्य रखा

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों की आय और रोजगार बढ़ाने के लिए जापान का यह दौरा बागवानी और कृषि क्षेत्र में नए अनुसंधान एवं विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इससे बागवानी की ओर फसल विविधीकरण में बहुत ज्यादा वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने वर्ष 2023 तक बागवानी क्षेत्र को 22 लाख एकड़ करने व उत्पादन को तीन गुणा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

उन्होंने कहा कि अलग-अलग देशों में बागवानी के क्षेत्र में अपनाई जा रही तकनीकों का अध्ययन कर हम हरियाणा में भी इन तकनीकों को अपनाएंगे, ताकि प्रदेश के किसान भी उद्यमी बनने की ओर अग्रसर हों और उनकी आय में वृद्धि हो। इस प्रकार की नई – नई तकनीकों से न सिर्फ किसानों को लाभ होगा बल्कि हरियाणा में भी बागवानी के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनेगी।

कृषि मंत्री के साथ कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव श्री के मकरंद पांडुरंग, बागवानी विभाग के महानिदेशक डॉ अर्जुन सिंह सैनी, संयुक्त निदेशक डॉ जोगेंद्र सिंह व पद्मश्री से सम्मानित किसान कमल सिंह चौहान, लोहारू विधानसभा क्षेत्र से प्रगतिशील किसान अमित कुमार प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं।

प्रदेश में फल, फूल, सब्जियों के लिए हरियाणा सरकार बना रही मंडियां

कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार निरंतर बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है, ताकि किसान परंपरागत फसलों की खेती को छोड़कर फसल विविधीकरण की ओर बढ़ें। इसके लिए राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं में सब्सिडी भी प्रदान कर रही है। इतना ही नहीं, प्रदेश में फल, फूल, सब्जियों के लिए अलग से मंडियां बना रही हैं। अभी हाल ही में सोनीपत के गन्नौर में इंडिया इंटरनेशनल हॉर्टिकल्चर मार्केट का शिलान्यास किया गया है, इस मार्केट के बनने से किसान न केवल देशभर में बल्कि विदेशों में अभी अपने उपज व उत्पाद सीधे बेच सकेंगे।

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