– एनएचएआई अध्यक्ष ने जीएमडीए के सीईओ पीसी मीणा व डीसी निशांत कुमार यादव के साथ द्वारका एक्सप्रेस-वे से जुड़े कार्यों को लेकर आपसी समन्वय पर की चर्चा – द्वारका एक्सप्रेस-वे के एनएच-48 इंटरचेंज स्थित क्लोवरलीफ पर हरियाली को प्रोत्साहन के लिए मियावाकी तकनीक से होंगे चार छोटे वन विकसित गुरुग्राम, 22 जुलाई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के महीपालपुर से गुरुग्राम में एनएच 48 स्थित खेडक़ी दौला को जोडऩे के लिए द्वारका एक्सप्रेस-वे का निर्माण अंतिम चरण में पहुंच चुका है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने शनिवार को गुरुग्राम क्षेत्र में द्वारका एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण किया। जीएमडीए के सीईओ पीसी मीणा तथा डीसी निशांत कुमार यादव ने बजघेड़ा के समीप अध्यक्ष का स्वागत किया। अध्यक्ष के आगमन को लेकर एनएचएआई द्वारा द्वारका एक्सप्रेस-वे पर जारी कार्यों की प्रगति पर आधारित फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष ने द्वारका एक्सप्रेस-वे पर प्रदर्शनी का अवलोकन करने के उपरांत बजघेड़ा से एनएच-48 पर इंटरचेंज क्लोवरलीफ तक जारी कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने एनएच-48 पर स्थित क्लोवरलीफ के सभी चार प्वाइंट्स पर हरियाली को बढ़ावा देने के लिए मियावाकी तकनीक का उपयोग करते हुए चार छोटे वन (मिनी अमेजॉन) विकसित करने की बात कही। इस एक्सप्रेस वे के आरंभ होने से गुरूग्राम और दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी साथ ही इस परियोजना में टनल, अंडरपास, फ्लाईओवर तथा फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाई ओवर होंगे। हरियाणा वाले हिस्से में इस सडक़ की लंबाई 18.9 किलोमीटर तथा दिल्ली वाले क्षेत्र में 10.1 किलोमीटर है। श्री संतोष कुमार यादव ने जीएमडीए के सीईओ पीसी मीणा, डीसी निशांत कुमार यादव व एनएचएआई के अधिकारियों के साथ परियोजना को लेकर आपसी समन्वय से जुड़े कार्यों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने करीब 9000 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे द्वारका एक्सप्रेस-वे के साथ सॢवस लेन, जीएमडीए व अन्य एजेंसियों के ड्रेनेज सिस्टम आदि को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। इस दौरान एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी मोहम्मद शफी, प्रोजेक्ट के इंचार्ज आकाश पाधी, नगर निगम गुरुग्राम के संयुक्त आयुक्त विजय यादव, जीएमडीए के एक्सईएन विक्रम सिंह, विकास, संबंधित विभागों के अधिकारी व निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। Post navigation तीन साल बिना रुके चले ओपी धनखड़, लाखों हाथों में पकड़ाया कमल का फूल अल्पसंख्यक वर्ग के लिए मोदी सरकार में शुरू हुई कई कल्याणकारी योजनाएं : नवीन गोयल