रेवाड़ी-20 जुलाई – लिपिकों द्वारा अपने वेतनमान बढ़ाने की मांग को लेकर क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी के बैनर तले चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल के 16 वें दिन भी विभिन्न विभागों के लिपिक भारी संख्या में धरने पर डटे रहे। रोजाना की तरह धरने की शुरूआत सुबह ईश्वर वंदना व राष्ट्रगान के साथ हुई। लिपिक एसोसिएशन के जिला प्रधान विकास यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार द्वारा हमारे लिपिकों का वेतनमान बढ़ाये जाने की मांग को लेकर शुक्रवार को वित विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री के निजी सहायक के साथ वार्ता निर्धारित की गई है। उन्होंने आशा जताई इस वार्ता के सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने कहा कि सभी लिपिक साथी पूरे जोश, उत्साह व एकजुटता के साथ अपने लक्ष्य को पाने के लिए धरने पर डटे रहे तथा निश्चित तौर पर सरकार लिपिकों की 35400 रूपये का वेतनमान दिए जाने की मांग को पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में एक साथ सभी जिलों के लिपिक कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण आए दिन सरकार को बहुत ज्यादा नुक्सान उठाना पड़ रहा है। सरकारी कार्यालयों में कार्य ठप्प होने के चलते आम जनता को भारी दिक्कते उठानी पड़ रही है, उसके लिए केवल सरकार ही जिम्मेवार है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक सरकार लिपिक वर्ग की एकमात्र मांग मूलवेतन 35400 रूपये को पूरा नहीं करती है तब तक यह धरना जारी रहेगा। कॉमरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने कहा कि लिपिक वर्ग की मांग बिल्कुल जायज है तथा वे पूरे तथ्यों के साथ मांगपत्र सरकार के समक्ष बार-बार रख चुके है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि सरकार जल्द ही उनकी जायज मांग मानने पर मजबूर हो जायेगी। यह खुशी की बात है कि दिन-प्रतिदिन लिपिकों को जोश कम होने की बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरूवार को हड़ताल के दौरान सरकार को चेताते हुए लिपिकों ने हुंकार भरी कि सरकार वेतनमान के मुद्दे पर तुरंत निणर्य ले और आमजन को परेशानी से बचाए। इस मौके पर शिक्षा विभाग के विजेंद्र रंगा, पूर्व सरपंच वेदप्रकाश, बिजेंद्र यादव, रामनिवास बेनीवाल, रोड़वेज विभाग के विजयपाल, कैलाश, दीपेंद्र, किसान संगठन के अमर सिंह, एम्स संघर्ष समिति के ओमप्रकाश सैन, नरेश कुमार, जयपाल, कैलाश, रेजांगला शहीद के बेटे लिपिक अक्षय यादव ने अपने विचार रखते हुए तथा लिपिक प्रवीन कुमारी व मंजू ने कविता के माघ्यम से सरकार से अविलंब लिपिकों की वेतनमान बढ़ाने की जायज मांग को जल्द से जल्द पूरा करने की पुरजोर मांग की। Post navigation आत्ममुग्ध मुख्यमंत्री, मंत्री व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ………. क्या 2024 में लगा पाएंगे नैया पार श्रम एवं रोजगार मंत्री रामेश्वर तेजी ने संसद में बताया हरियाणा में 2013-14 में बेरोजगारी दर 2.9 प्रतिशत थी जो वर्ष 2021-22 में र 9 प्रतिशत हो गई : विद्रोही