कुछ महिलाएं बेहोश हुई जिन्हें एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। शहर से 7 किलोमीटर दूर स्थित ऐतिहासिक प्राचीन धार्मिक स्थल च्यवन ऋषि की तपोस्थली ढ़ोसी पर्वत तथा बाबा रामेश्वर दास की तपोस्थली शिवकुंड धाम पर आज सावन माह की सोमावती अमावस्या पर लग रहे विशाल मेले में हजारों की तादाद में श्रद्धालु पहुंचे। श्रद्धालुओं में महिलाओं की संख्या अधिक रही ज्यादा भीड़ आ जाने के कारण पुलिस प्रशासन के पसीने छूट गई तथा इस कारण नारनौल से कुलताजपुर व थाना गांव तक रास्ते में भारी जाम लगा लगा रहा ।

पहाड़ पर श्रद्धालुओं की लंबी लाइन

सुबह से ही ढोसी पर जाने को लेकर श्रद्धालु पहुंचना शुरू हो गए थे। पहाड़ पर श्रद्धालुओं की लम्बी लाइन लगी हुई थी। पहाड़ पर चढ़ने को लेकर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लोगों का कहना है कि मंदिर ट्रस्ट और प्रशासन की व्यवस्था उमड़ रही भीड़ के लिए पर्याप्त नहीं रही जिसके कारण लोग बेकाबू तरीके से एक साथ सीढ़ियों पर चल रहे हैं। ढोसी की चन्द्र कुप तक पहुंचे लगभग 50,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने सोमवती अमावस्या पर स्नान किया। पहाड़ी की चोटी पर स्थित चंद्रकुप को लेकर कहा जाता है कि इसी में स्नान करके ऋषि च्यवन जवान हुए थे और देवताओं के वैद्य अश्वनी कुमारों के बताए अनुसार उन्होंने चवनप्राश का निर्माण किया। उनका यहां पर एक मंदिर भी स्थित है। श्रद्धालुओं ने चन्दरकूप व शिव कुण्ड पर स्नान किया। सुबह से भजन चलते रहे।

-पचास हजार से अधिक पहुंचे श्रद्धालु

ढोसी पर कई सालों के बाद सोमवती अमावस्या पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। काफी बरसों के बाद सावन में अच्छी वर्षा से जहां किसान खुश है वहीं इस बार पहाड़ पर हरियाली दिखाई दे रहही हैं। लेकिन झरने अभी तक नहीं शुरू हुए हैं फलस्वरूप शिव कुंड में पानी नहाने लायक नहीं है। इस बार प्रकृति का खूबसूरत नजारा देखने को मिल रहा है। एक अनुमान के मुताबिक 50,000 से ऊपर श्रद्धालुओं ने हरियाणा व राजस्थान से काफ़ी श्रद्धालु ढोसी पहुंचे।

-प्रशासन की व्यवस्था पड़ी कम

सरकार जल्दी इस पहाड़ी पर रोप वे बनाने जा रही है जिसके लिए प्रक्रिया चल रही है। जिला प्रशासन ने ढोसी पर जगह-जगह पुलिस कर्मी तैनात किया हुए थे, लेकिन यह व्यवस्था कम पड़ गई। श्रद्धालुओं की भीड़ होने के कारण धक्का-मुक्की भी हुई। कुछ महिलाओं को गर्मी के कारण चक्कर आने से बेहोशी का सामना करना पड़ा। उन्हें एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल पहुंचाया गया। लोगों कों वापस उतारने में परेशानी हुई।

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