पूरा अहीरवाल व हरियाणा जानता है कि माजरा एम्स निर्माण का सारा श्रेय अहीरवाल की जनता के संघर्ष व माजरा गांव के किसानों के त्याग को जाता है : विद्रोही
यदि भाजपा सरकार केवल शिलान्यास करती है और यूजी कोर्स एमबीबीएस प्रथम वर्ष की कक्षाएं व ओपीडी किसी अस्थाई भवन में शुरू नही करती है तो अहीरवाल के लोग समझ ले कि एम्स शिलान्यास करना केवल वोट हडपने की नौटंकी है : विद्रोही

15 जुलाई 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि जुलाई 2015 को बावल जनसभा में मनेठी में एम्स बनाने की जिस घोषणा को सितम्बर 2018 में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर जुमला बता चुके थे, अब वह एम्स परियोजना माजरा रेवाडी में स्थापित करने के प्रति अहीरवाल के जागरूक नागरिकों के संयुक्त संघर्ष व माजरा गांव के किसानों के त्याग ने भाजपा सरकार को एम्स बनाने की दिशा में मजबूर किया, अब अहीरवाल के भाजपाईयों में इस योजना का श्रेय लेने की जूतम-पजार शुरू हो गई। विद्रोही ने कहा कि लोकसभा व विधानसभा चुनाव 2024 से पूर्व भाजपा सरकार अहीरवाल के लोगों को भावनात्मक रूप से ठगकर वोट हडपने के जुगाड़ में निकट भविष्य में माजरा एम्स का शिलान्यास इवेंट तो जरूर करेगीे, लेकिन एम्स कब तक जमीन पर वास्तविक आकार लेगा, यह कोई नही जानता क्योंकि देशभर में घोषित एम्स को जमीन पर उतारने में मोदी सरकार का विगत नौ साल का रिकार्ड बहुत खराब है। अब मोदी जी निकट भविष्य में माजरा में बनने वाले 22वें एम्स का शिलान्यास तो अहीरवाल की वोट हडपने के लिए कर देंगे, पर यह बनेगा कब कोई नही जानता। 

विद्रोही ने कहा कि भाजपाई श्रेय लेने के लिए बेशक जूतम-पजार करके श्रेय लूटने का कुप्रयास कर ले, पर पूरा अहीरवाल व हरियाणा जानता है कि माजरा एम्स निर्माण का सारा श्रेय अहीरवाल की जनता के संघर्ष व माजरा गांव के किसानों के त्याग को जाता है। यदि माजरा के किसानों ने त्याग की भावना दिखाकर हरियाणा सरकार की शर्तो पर अपनी बेशकीमती जमीन कोडियों के भाव में हरियाणा सरकार को देने के लिए दिल नही खोला होता तो भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री खट्टर जी सुनियोजित रणनीति के तहत अहीरवाल के एम्स को जुमला ही बने रहने का जुगाड़ में कामयाब हो जाते। अहीरवाल की जनता जानती है कि एम्स का श्रेय यहां के संघर्ष, लोगों व माजरा के किसानों के त्याग का प्रतिफल है।

विद्रोही ने कहा कि वे एक साल से मांग कर रहे है कि यदि मोदी भाजपा सरकार व हरियाणा खट्टर सरकार अहीरवाल के सरोकारों व स्वास्थ्य सेवाओं के प्र्रति गंभीर, ईमानदार है तो एम्स शिलान्यास के साथ-साथ अस्थाई भवन में एम्स के लिए एमबीबीएस, यूजी कोर्स की प्रथम वर्ष की कक्षाएं व ईलाज के लिए ओपीडी भी साथ में शुरू की जाये ताकि माजरा एम्स निर्माण को जमीन में उतारने के लिए अहीरवाल के लोगों को 10-15 साल का और इंतजार न करना पडे। यदि भाजपा सरकार केवल शिलान्यास करती है और यूजी कोर्स एमबीबीएस प्रथम वर्ष की कक्षाएं व ओपीडी किसी अस्थाई भवन में शुरू नही करती है तो अहीरवाल के लोग समझ ले कि एम्स शिलान्यास करना केवल वोट हडपने की नौटंकी है और धरातल पर एम्स के फंक्शनल होने में उन्हे 10 से 15 साल का और इंतजार करना पडेगा।

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