2031 के मास्टर प्लान में ओ या गोल आकार के मुताबिक ही बने बाईपास व्यापारी वर्ग ने पटौदी के एसडीएम को भी सौंपा हस्ताक्षरित ज्ञापन विधायक सरकार की तरफ से दे व्यापारियों को लिखित में दे ठोस आश्वासन हेली मंडी के व्यापारिक संगठन और पदाधिकारियों ने एमएलए को सौंपा ज्ञापन हेली मंडी में दोहरा आरोबी बना तो रोजगार की गंभीर समस्या फतह सिंह उजाला मानेसर / पटौदी । पटौदी विधानसभा क्षेत्र में बिलासपुर से कुलाना तक फोरलेन सड़क मार्ग बनाया जाने की प्रक्रिया आरंभ होने के साथ ही इस सड़क मार्ग की प्रस्तावित चौड़ाई और एलिवेटेड फ्लाईओवर सहित रेलवे ओवर ब्रिज बनाए जाने को लेकर पैमाइश किया जाने से विशेष रुप से हेली मंडी और जाटोली इलाके में दुकानदारों तथा निवासियों में अपने प्रतिष्ठान आवास मकान टूटने को लेकर जबरदस्त आतंक सहित डर भय बना हुआ है । हेली मंडी में बने हुए रेलवे ओवर ब्रिज के साथ एक और और ब्रिज बनाए जाने की संभावना सहित आशंका को लेकर एक दिन पहले ही हेली मंडी क्षेत्र के विभिन्न व्यापारिक संगठनों और प्रबुद्ध नागरिकों की पंचायत में रेलवे और ब्रिज बनाए जाने का विरोध दर्ज कराया गया। इसी पंचायत में लिए गए फैसले के मुताबिक शुक्रवार को एक प्रतिनिधिमंडल मानेसर जाकर पटौदी के एमएलए एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता से मिला। समस्त हालात की जानकारी देते हुए मांग पत्र सौंपा । एमएलए एडवोकेट सत्यप्रकाश जरावता ने प्रतिनिधि मंडल को पूरी तरह से आश्वस्त किया कि हेली मंडी में रेलवे ओवरब्रिज के साथ अतिरिक्त कोई भी रेलवे ओवर ब्रिज नहीं बनेगा । यदि यहां पर व्यापारियों और लोगों के प्रतिष्ठान तथा आवास मकान का अधिग्रहण किया गया , तो फिर इसके लिए 1 इंच जमीन भी नहीं अधिग्रहित करने दी जाएगी । सरकार के सामने खुला विकल्प है कि पटौदी और हेली मंडी के बीच 2031 के मास्टर प्लान के मुताबिक बाईपास का निर्माण किया जाए और इसके लिए जितनी जमीन की जरूरत है, वह अधिग्रहण की जाए । ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से हेली मंडी नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन सुरेश यादव, पूर्व चेयरमैन शिवकुमार शेष गुप्ता, मार्केट कमेटी के पूर्व वाइस चेयरमैन श्याम लाल अग्रवाल, अजय कुमार मंगला, जितेंद्र अग्रवाल टिल्लू, ज्ञानचंद, नरेश सैनी, पूर्व पार्षद एवं भाजपा नेता राजेंद्र गुप्ता, हैप्पी जैन, पूर्व पार्षद श्री पाल चौहान, पूर्व पार्षद अशोक सोनी, अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी दलीप पहलवान छिल्लर , ललित कुमार, हेली मंडी व्यापार मंडल के अध्यक्ष आनंद कुमार व अनेक व्यापारी मौजूद रहे । हेली मंडी के व्यापारी और निवासियों के द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि बिलासपुर, पटौदी और कुलाना सड़क मार्ग जहां भी पटौदी और हेली मंडी सहित जाटोली शहरों से गुजरता है, उसके दोनों तरफ ही मुख्य रूप से व्यापारिक गतिविधियां अथवा प्रतिष्ठान मौजूद है या फिर पूरे के पूरे शहर-बाजार आबाद हैं । ऐसे में पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा औसतन 100 फुट तक की निशानदेही की जा रही है । इसी निशानदेही को लेकर स्थिति पूरी तरह साफ नहीं की जा रही , जिसके कारण व्यापारियों और सामान्य नागरिकों का कई सौ करोड़ रुपए का नुकसान होने की आशंका सहित भविष्य में काम का चौपट होने की प्रबल संभावना बनी हुई है । ज्ञापन में मांग की गई है कि पटौदी का जो 2031 का मास्टर प्लान है , उसमें गोल या फिर ओ आकार मे अंकित बायपास का प्रस्ताव का निर्माण किया जाए । इतना ही नहीं यह भी कहा गया है कि एक अतिरिक्त रेलवे ओवरब्रिज नहीं बने तथा बायपास का निर्माण हो, इसके लिए राज्यसभा में प्रस्ताव पास करवाया जाए। संबंधित ऑफिस, मंत्रालय, विभाग में भी समय रहते जन भावना से अवगत करा कर अनगिनत लोगों को राहत प्रदान की जाए। बाईपास पर जाटोली निवासी नहीं सहमत एक दिन पहले ही बिलासपुर कुलाना के बीच हेली मंडी क्षेत्र में कथित प्रस्तावित रेलवे और ब्रिज के मुद्दे को लेकर हेली मंडी जाटोली टोडापुर के विभिन्न बाजारों के व्यापारिक संगठनों तथा अन्य सामान्य दुकानदारों सहित निवासियों की पंचायत का आयोजन किया गया । जिसमें अतिरिक्त रेलवे ओवर ब्रिज को सभी के लिए आर्थिक नुकसान वाला बताते हुए पटौदी से हेली मंडी तक रेलवे लाइन के साथ बाईपास बनाने का प्रस्ताव रखा गया । इस प्रस्ताव पर लगभग सभी की सहमति भी बन गई । लेकिन अचानक एक दिन बाद ही प्रस्तावित बाईपास का जाटोली के निवासियों के द्वारा विरोध दर्ज करवाया गया । बाईपास के विरोध में सोशल मीडिया पर जाटोली के निवासियों के द्वारा पोस्ट डाल कर अपनी भावना सार्वजनिक की गई । कथित रूप से संभवत यही कारण रहा कि शुक्रवार को दो स्थानों पर सौंपे गए ज्ञापन के मौके पर जाटोली के प्रबुद्ध नागरिकों की हाजिरी नहीं के बराबर ही देखी गई। Post navigation राज्य स्तरीय आरबीआई क्विज प्रतियोगिता में पटोदी गर्ल्स स्कूल की छात्राएं रही अव्वल मणिपुर में द्रोपदी का चीर हरण हो रहा है मगर धृतराष्ट्र आंखों पर पट्टी बांधे हुए है : सुनीता वर्मा