रेवाड़ी-13 जुलाई – वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर जिलेभर के सरकारी कार्यालयों में तैनात लिपिकों की नौवें दिन भी हड़ताल जारी रही और गुरूवार को क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी के आह्वान पर जिले के विभिन्न विभागों, शिक्षण संस्थानों, निगम व बोर्डो से सैकड़ों की संख्या में लिपिक वर्ग के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल में डटे रहे और इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सभी लिपिकीय कर्मचारियाें के हड़ताल में शामिल होने से पिछले कई दिनों से सरकारी कार्यालयों के जरूरी कार्य ठप्प पडे़ हुए है और आमजन से जुड़ी शिकायते व कार्य भी लंबित होने से कामकाज कराने वाले लोगों को बिना काम के ही बैरंग लौटना पड़ रहा है। हड़ताल के दौरान गुरूवार को अनुभाग अधिकारी(एसओ) एसोसिएशन की ओर से रजनीश कुमार, एसओ के नेतृत्व में लिपिक वर्ग की 35400 रूपये वेतनमान की मांग का पूर्ण समर्थन किया व वहीं कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डा- लक्ष्मीनारायण शर्मा व हुडा कर्मचारी यूनियन 550 के सदस्यों ने भी विजय चौधरी के नेतृत्व में लिपिको की वेतन बढ़ाने की जायज मांग का समर्थन किया। इस मौके पर रिटायर्ड सैशन जज राकेश यादव भी विशेष तौर पर वकीलों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ धरने में शामिल हुए और कहा कि लिपिकों का वेतनमान महंगाई के हिसाब से जरूर बढ़ना चाहिए और इसलिए सभी लिपिकीय वर्ग एकजुट होकर अपने हकों की लड़ाई लडे़ तथा बिना घबराये अपना संघर्ष जारी रखें। उन्होंने लिपिकों को कार्यालयों की रीढ़ बताते हुए इलाके के रिटार्यड अधिकारियों व कर्मचारियों से भी समर्थन देकर आंदोलन को मजबूत करने का आह्वान किया।उन्होंने आश्वस्त किया कि वे लिपिक वर्ग को जरूरत पड़ने पर किसी भी कानूनी सलाह व सहयोग देने के लिए सदैव तत्पर रहेंगे। भारतीय मजदूर संघ के जिला प्रधान सांवत सिंह ने कहा कि वे जल्द ही बीएमएस की प्रदेश कार्यसमिति सदस्यों को साथ लेकर मुख्यमंत्री से मिलकर लिपिकाें का 35400 रूपये का वेतनमान लागू करवाने की पुरजोर अपील करेंगे। उन्होंने ऐलान किया कि समय रहते यदि सरकार ने लिपिकों की इस जायज मांग को नहीं माना तो वे सरकार के साथ बड़ा टकराव करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि कर्मचारी संगठन में यदि कोई किसी भी प्रकार की फूट डालने का प्रयास करेगा तो उसे किसी भी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। लिपिक एसोसिएशन के जिला प्रधान विकास यादव ने कहा कि जब तक सरकार लिपिकों की वेतन बढ़ाने की मांग को पूरा नहीं करती, तब तक धरना व प्रदर्शन जारी रहेगा। इसलिए सरकार को अविलंब कार्य समीक्षा के आधार पर लिपिकों का वेतनमान 35400 रूपये लाग करना चाहिए। धरने को कॉमरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट, वीर सिंह, कुलदीप यादव, रामनिवास बेनीवाल, विजय चौधरी ने संबोधित किया वहीं हास्य कवि आलोक भांडोरिया ने अपनी हास्य कविताओं के जरिये कर्मचारी को खूब हंसाने का काम किया। Post navigation शिक्षण संस्थानों में पीपीपी की अनिवार्यता कांग्रेस-यूपीए सरकार में पारित शिक्षा के अधिकार के विरूद्ध : विद्रोही हरियाणा में प्रोपर्टी आईडी व परिवार पहचान पत्र की त्रुटिया आमजनों के लिए जी का जंजाल बन गई : विद्रोही