फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, कौशल शिक्षा और उद्योग के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में भूमिका निभाएगा श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक गुरुग्राम : श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय तंजानिया में चल रहे डीआईटीएफ में भागीदारी कर रहा है। इस अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में हरियाणा की ओर से विश्वविद्यालय का एक प्रदर्श आयोजित किया गया है। इसके माध्यम से कौशल शिक्षा और उद्योग जगत के विभिन्न आयामों पर दुनिया भर से आए उद्योगों के साथ संवाद कायम किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के डीन इंटरनेशनल कोलेब्रेशन प्रो. निर्मल सिंह और मूल्यांकन एवं प्रमाणन विभाग की संयुक्त निदेशक अंबिका पटियाल छह जुलाई से इस मेले में मौजूद हैं और 13 जुलाई तक वहां स्किल एजुकेशन और इंडस्ट्री कोलेब्रेशन के विविध आयामों पर संवाद कर रहे हैं। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला तकनीक, कौशल और उद्योग के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण इवेंट है। इसमें श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की भागीदारी अपने आप में मायने रखती है। कुलपति डॉ. राज नेहरू ने बताया कि इसके माध्यम से विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय फलक पर संभावनाएं तलाशने में काफी मदद मिलेगी। प्रो. निर्मल सिंह ने तंजानिया से बताया कि संकाय विकास कार्यक्रम और पाठ्यक्रम विकास के लिए विश्वविद्यालय के पास इस अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में भरपूर अवसर हैं। क्रॉस कंट्री स्किलिंग के साथ-साथ स्टूडेंट्स एक्सचेंज जैसे कई पहलुओं के लिहाज से यह एक अच्छा मंच है। उन्होंने बताया कि डीआईटीएफ पूर्वी अफ्रीका में सबसे प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेलों में से एक है, जो सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शकों को अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने और अपने उपभोक्ताओं के साथ जुड़ने के लिए एक सशक्त मंच प्रदान करता है। यह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला पूर्वी अफ्रीकी देशों बुरुंडी, डीआर कांगो, केन्या, रवांडा, दक्षिणी सूडान और युगांडा में व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार है। इसके अलावा, तंजानिया में 300 मिलियन उपभोक्ताओं के बाजार के साथ 15 एसएडीसी सदस्य देशों के साथ एक मुक्त व्यापार क्षेत्र है। संयुक्त निदेशक अंबिका पटियाल ने बताया कि इस मेले के माध्यम से विश्वविद्यालय को वैश्विक स्तर पर संभावनाएं खोजने का एक मंच प्राप्त हुआ है। तकनीक और कौशल शिक्षा के क्षेत्र में दुनिया भर से आए संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ कई महत्वपूर्ण बैठकें हुई हैं। Post navigation मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वीडियो कांफ्रेंस से की बरसात से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा भारत विकास परिषद् समाज को भारतीय संस्कृति से जोड़ कर उत्थान का कार्य कर रही है : सुरेश जैन राष्ट्रीय संगठन मंत्री