चंडीगढ़, 9 जुलाई – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कौशल्या डैम में  में जल स्तर का आकलन करने के लिए आज कौशल्या बांध का दौरा किया। इस दौरान पंचकुला की उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी और अन्य अधिकारी उनके साथ थे।

मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है इससे कौशल्या डैम में जलस्तर काफी बढ़ गया है। बढ़े जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए बांध के गेट खोले गए हैं और 4000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। हालांकि, बारिश थमने से स्थिति नियंत्रण में नजर आ रही है।   

उन्होंने आगे कहा कि हथिनी कुंड बैराज पर एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। वहां 300,000 क्यूसेक पानी पर अलर्ट होता है।   

मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हमारी तैयारी बरकरार है, चाहे वह बारिश की वजह से हो या पहाड़ों से पानी आने की। उन्होंने कहा कि कुछ इलाकों में एक या दो घंटे की छोटी अवधि के लिए जलभराव हुआ है, लेकिन स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है।   

पंजाब के मुख्यमंत्री के बयान को लेकर किए गए सवाल के जवाब में श्री मनोहर लाल ने इसे निराधार बताया और कहा कि आज उनका पंचकूला में कार्यक्रम है और वो जिस पानी का जिक्र कर रहे हैं वो डेराबस्सी का जलभराव वाला इलाका है। किसी भी क्षेत्र को देखकर वे कहते हैं कि हरियाणा में पानी भरा हुआ है, मुझे लगता है कि उन्होंने मन बना लिया है, डेराबस्सी क्षेत्र उनके नियंत्रण में नहीं है, वे इसे हरियाणा को सौंपने जा रहे होंगे। डेराबस्सी में पानी को देखकर हरियाणा के बारे में बात करना हास्यास्पद है।   

एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्पष्ट किया कि हरियाणा में बिजली की कोई समस्या नहीं है। उन्होंने बेवजह एक ऐसा मुद्दा बनाने के प्रयासों की आलोचना की जो अस्तित्व में ही नहीं है और राज्य में प्रगति के लिए अपनी प्रतिबद्धता को भी दौहराया।

मुख्यमंत्री ने मैंगो मेला का भी अवलोकन किया।   

इससे पहले मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने पिंजौर के ऐतिहासिक यादवेंद्र गार्डन में पर्यटन विभाग और बागवानी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित 30वें आम मेले का भी दौरा किया।   

इस दौरान, मुख्यमंत्री ने मेले का भ्रमण किया और कई आम स्टालों का दौरा किया, जहां उन्होंने फलों के राजा आम का स्वाद चखा। साथ ही उन्होंने मेले में विभिन्न राज्यों से आए आम उत्पादकों से भी बातचीत की।   

इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि आम मेले के आयोजन के पीछे प्राथमिक उद्देश्य जनता और किसानों दोनों को उपलब्ध आमों की विभिन्न किस्मों के बारे में शिक्षित करना है, साथ ही आम की खेती को भी  प्रोत्साहित करना है। 

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल, उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी, डीसीपी श्री सुमेर प्रताप सिंह एवं अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

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