विपक्ष आपकेे समक्ष कार्यक्रम आने वाले समय की राजनीति को करेगा प्रभावित, कार्यक्रम किरण चौधरी केे लिए लेकर आयेगा कई सवाल, भीड़ तय करेगी हुड्डा का भिवानी में राजनैतिक अस्तित्व ईश्वर धामु पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रतिपक्ष के नेता भूपेन्द्र्र सिंह हुड्डा 9 जुलाई को कांग्रेस की नेता किरण चौधरी केे गढ़ भिवानी में उनको चुनौती देंगे। इस दिन वें विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम में अपने समर्थक विधायकों की पलटन के साथ भिवानी पहुंचेंगे। अभी तक हुड्डा के हुए विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम भीड़ के हिसाब से सफल रहे हैं। परन्तु भिवानी का कार्यक्रम राजनीतिक रूप से अपना अलग महत्व रखता है। हरियाणा के निर्माता चौधरी बंसीलाल की राजनैतिक विरासत को सम्भाल रही किरण चौधरी के लिए अभी तक भिवानी जिला अभेद किला रहा है। अब विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम के बहाने भूपेन्द्र सिंह हुड्डा इस किले में सैंंध लगाने का प्र्रयास करेंगे। दूसरे जिलों की अपेक्षा भिवानी में होने वाला यह कार्यक्रम अपना अधिक राजनैतिक महत्व इसलिए भी रखता है कि चार दिन पहले हुड्डा विरोधी गुट के तीन दिज्गज नेता रणदीप सुरजेवाला, पूर्व प्रदेश प्रधान कुमारी सैलजा और विधायक किरण चौधरी ने चंडीगढ में एक मंच पर आकर प्रैसवार्ता की थी। इस प्रैसवार्ता में शब्दों के तीर चाहे किधर भी चलाए गए हों पर निशाना भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर ही था। तीनों ने आपसी एकता का जोरदार प्रदर्शन किया। इन तीनों नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान को यह संदेश देने का प्रयास किया कि अब हरियाणा में हुड्डा विरोधी गुट एक ताकत के साथ उभर रहा है। इस राजनीति का हुड्डा गुट पर क्या प्रभाव पड़ा अगर उस पर चर्चा न करें तो स्पष्ट है कि यें तीनों नेता कांग्रेेसी कार्यकर्ताओं में हुड्डा विरोधी गुट सशक्त होने का भी मेसेज देना चाहते थे। परन्तु इसका पूरे प्रदेश के कार्यकर्ताओं पर प्रभाव इसलिए नहीं रहा कि सुरजेवाला, कुमारी सैलजा और किरण चौणरी का प्रदेश के सभी जिलों में कार्यकर्ताओं का पुख्ता आधार नहीं है। जबकि भूपेन्द्र सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री रह चुके हैं तो उनका कार्यकर्ता हर जिले में मिलता है। हालांकि भिवानी में किरण चौधरी का प्रभाव होने के कारण हुड्डा समर्थकों की संख्या आपेक्षित रूप से कम है पर नाम चलाने को काफी है। भिवानी में जनाधार वाले हुुड्डा समर्थकों में पूर्व सीपीएस रामकिशन फौजी और जेजेपी छोड़ कर आने वाले पूर्व विधायक डाक्टर शंकर भारद्वाज का नाम उपर आता है। इनके अलाव हुड्डा के समर्थकों का अपना सीमित जनाधार है। परन्तु हुड्डा के प्रति उनकी वफादारी में कोई कमी या संदिज्धता नहीं है। विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम को लेकर हुड्डा समर्थकों ने सांसद दीपेन्द्र हुड्डा के कार्यकर्ता सम्मेलन का सफल आयोजन किया था। इस कार्यक्रम से किरण समर्थकों ने दूरी बनाए रखी थी। अब विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम को लेकर यक्ष प्रश्र भीड़ जुटाने का है। चर्चाकारों का कहना है कि कार्यक्रम मेें भीड़ भिवानी केे अलावा समीपी गांवों से भी आयेगी। इतना ही नहीं हुड्डा के परम्परागत समर्थक भी भिवानी में भीड़ जुटाने का काम करेेंगे। यह कार्यक्रम भीड़ की दृष्टि से सफल होता है तो आने वाले समय में भिवानी की राजनीति पर इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा। चर्चाकार सम्भावना जता रहे हैं कि आने वाले विधानसभा चुनाव में भिवानी से किरण समर्थक की बजाए हुड्डा गुट का नेता कांग्रेस का प्रत्याशी हो सकता है? इसका प्रभाव लोकसभा चुनाव पर भी पडऩा निश्चित है। अभी से कहा जाने लगा है कि लोकसभा टिकट वितरण के समय श्रुति चौधरी के खिलाफ दो बार चुनावी हार का मुद्दा उठाया जायेगा। दूसरी ओर हुड्डा दक्षिण हरियाणा से अपने विश्वसनीय एक दिज्गज नेता को टिकट दिलाने का प्रयास करेंगे। लेकिन भाजपा केे एक नेता के अनुसार किरण चौधरी का भाजपा में आने की चर्चाएं अभी थमी नहीं है। वैसे कहा यह जा रहा है कि भिवानी विधानसभा चुनाव में कांग्रेेस की टिकट पर किसी नेता की कम ही चलेगी। भिवानी टिकट के लिए पार्टी आलाकमान भिवानी की टिकट अपने सर्वे पर देग क्योकि नेताओं की सिफारिश पर पिछले दो चुनाव में दी गई टिकट पर चुनाव लड़ऩेे वाले प्रत्याशी चुनाव हारे हैं। लेकिन आने वाले समय में राजनैतिक हालात जो भी बने पर हुड्डा का यह कार्यक्रम हर स्थिति को प्रभावित करेगा। Post navigation 2023 के अंत में हरियाणा विधानसभा और लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट तीर्थयात्रा खुद की खोज एक समग्र अनुभव है