ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी गुरु परम्परा अनुसार देंगे मानव सेवा एवं सर्वकल्याण का संदेश।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 30 जून : हर वर्ष की भांति देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं एवं कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर के तट पर श्री जयराम विद्यापीठ में व्यास पूर्णिमा महोत्सव व गुरुकृपा के भव्य कार्यक्रम आयोजित होंगे। व्यास पूर्णिमा कार्यक्रमों की सभी तैयारियां कर ली गयी हैं। उल्लेखनीय है कि व्यास पूर्णिमा पर देशभर से श्रद्धालु जयराम संस्थाओं में पहुंचते हैं।

जयराम संस्थाओं के मीडिया प्रभारी राजेश सिंगला ने बताया कि व्यास पूर्णिमा के अवसर पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 3 जुलाई को श्री जयराम अन्नक्षेत्र ट्रस्ट ऋषिकेश से परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी गुरु परम्परा के अनुसार सभी सेवकों, श्रद्धालुओं एवं यजमानों को मानव सेवा एवं सर्वकल्याण का संदेश देंगे। देश के विभिन्न राज्यों में संचालित जयराम संस्थाएं आध्यात्म, शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति एवं संस्कृत संरक्षण, गौ सेवा इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही हैं।

विद्यापीठ प्रवक्ता ने बताया कि व्यास पूर्णिमा पर परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी द्वारा सर्वप्रथम पहले आदि गुरु जयराम व अन्य गुरुओं सहित ब्रह्मलीन पूज्य प्रात: स्मरणीय देवेंद्र स्वरूप ब्रह्मचारी के चरणों में नमन करते हुए परम्परा स्वरूप गुरु पूजन किया जाएगा। इस के उपरांत ब्रह्मचारी एवं अन्य संत महापुरुषों के सानिध्य में श्री सत्यनारायण कथा, गुरु पूजन, आशीर्वचन एवं भंडारों का आयोजन होगा। ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के अनुसार व्यास पूर्णिमा पर गुरु का पूजन करने की परंपरा है। महर्षि वेद व्सास की जयंती पर इस पर्व को मनाया जाता है। ब्रह्मचारी के अनुसार चारों वेदों, 18 पुराणों, महाभारत के रचयिता और कई अन्य ग्रंथों के रचनाकार का श्रेय महर्षि वेद व्यास को दिया जाता है। वेदों का विभाजन करने के कारण इनका नाम वेद व्यास पड़ा। उन्होंने बताया कि व्यास पूर्णिमा के अवसर पर गुरुओं की पूजा और उनका सम्मान करते हुए उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

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