आलौकिक सन्त समागम ओशोधारा मुरथल में होगा : समर्थगुरु सिद्धार्थ औलिया

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र : ओशोधारा मैत्री संघ हिमाचल प्रदेश के संयोजक आचार्य डा. सुरेश मिश्रा एवं वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक प्रदेशाध्यक्ष राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद संत प्रकोष्ठ व राष्ट्रीय संगठन सचिव षड्दर्शन साधु समाज, सह संरक्षक गोविंदानंद आश्रम पिहोवा ने आयोजित सन्त समाागम हेतु धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र के विशेष संतों और विशिष्ट लोगों को आमंत्रण पत्र दिया जिसमें महामंडलेश्वर
डा. स्वामी शाश्वतानंद गिरि , महामंडलेश्वर 1008 स्वामी विद्या गिरी जी महाराज , गीता मनीषी महामंडलेश्वर गीतानन्द, महामंडलेश्वर स्वामी विकास दास , परमहंस संत ज्ञानेश्वर, महंत बंशीपुरी , महंत सर्वेश्वरी गिरि , साध्वी संत आत्मविभोर पुरी , महंत गुरुभक्त सिंह , वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक ( राष्ट्रीय संगठन सचिव षडदर्शन साधु समाज ) और डा. संजीव कुमारी (सनातन धर्म प्रचारक) है। विशेष सन्त सनातन धर्म का प्रचार और प्रसार रामायण, वेदों, शास्त्रों और पुराणों के अनुभवी ज्ञान जनमानस को देते है।

संतों का समागम और सत्संग से ही कलयुग में लोगो का कल्याण होता है । संतों का जीवन परमार्थ के लिए ही होता है।

आचार्य डा. सुरेश मिश्रा ने बताया कि सनातन धर्म को जन-जन तक पहुंचाने के लिए अध्यात्म के गूढ़ रहस्यों, साधना पद्धति व इसकी वैज्ञानिकता पर चर्चा के लिए समर्थगुरु सिद्धार्थ औलिया जी के सान्निध्य में ओशो नानक ध्यान मन्दिर, मुरथल (सोनीपत) में 9 जुलाई से 14 जुलाई 2023 को एक संत समागम का आयोजन कर रहे है। ओशोधारा साधनामय, भक्तिमय और हरे पेड़ पौधों के कारण बहुत सुन्दर स्थान है। जिसमें भारत के विशेष अनुभवी संतों का आगमन होगा जो अपनी अपनी साधना और सनातन धर्म सारे विश्व में प्रसारित हो।

इस अवधि में यहां 6 दिवसीय ध्यान योग (ओंकार की साधना) कार्यक्रम भी होगा, जिसमें आमंत्रित सन्त, शिष्यगण और देश विदेश के बहुत साधक अपने परिवार सहित भाग लेंगे।

प्रत्येक संध्या 6 बजे से 8 बजे तक विशेष संतो का प्रवचन होगा।

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