हुड्डा कांग्रेस का चेहरा नहीं’, प्रदेश प्रभारी बोले- ‘अंतिम फैसला हाईकमान करेगा’ मेरी फाइटर माता किरण चौधरी हर स्थिति से निपटने में सक्षम: श्रुति चौधरी अशोक कुमार कौशिक हरियाणा कांग्रेस में 9 साल से संगठन नहीं बन पाया है. जिसकी वजह से कांग्रेस विपक्षी पार्टियों के निशाने पर भी रही है. लेकिन अब चंडीगढ़ में कांग्रेस के नए प्रभारी दीपक बाबरिया की बैठक के बाद संगठन बनने का रास्ता साफ हो गया. दीपक बाबरिया ने कहा है कि जल्द ही संगठन बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर रायपुर अधिवेशन के अनुसार आरक्षण दिया जाएगा तो संगठन बनने में कुछ समय लग सकता है. शनिवार को एक बार चंडीगढ़ में हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी देखी गई. पार्टी के नए प्रभारी दीपक बाबरिया की पहली ही पहली ही बैठक में दीपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की.जिसके बाद छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा बीच में ही बैठक से निकल गईं. ‘हाईकमान के पास अटकी सूची’ दीपक बाबरिया ने कहा है कि संगठन बनाने को लेकर सूची कांग्रेस हाईकमान के पास अटकी हुई है. लेकिन कांग्रेस जल्द ही अब संगठन बनाने को लेकर काम करेगी. उन्होंने कहा कि अब पार्टी द्वारा संगठन में आधा हिस्सा 50 साल से ऊपर वालों का होता है और 50 प्रतिशत हिस्सा 50 साल से कम वालों का होता है. बाबरिया ने कहा कि अब महिलाओं को भी संगठन में स्थान दिया जाएगा. जिसको लेकर जल्द ही सारी औपचारिकताए पूरी कर ली जाएगी. ‘यहां तो सभी नेता सीएम हैं’, बैठक के दौरान जमकर हुआ हंगामा चंडीगढ़ में कांग्रेस की दो दिवसीय बैठक के पहले दिन शनिवार को नए प्रभारी दीपक बाबरिया के सामने ही खूब हंगामा हुआ. हुड्डा और शैलजा समर्थक नारेबाजी करते हुए नजर आए. उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा ने अपना संबोधन शुरू किया तो हुड्डा समर्थक अबकी बार हुड्डा सरकार का नारा लगाने लगे. जिसके बाद शैलजा गुस्सा हो गई और प्रभारी दीपक बाबरिया से शिकायत करते हुए कहा कि देख लिजिए. इस दौरान हुड्डा खड़े हुए और उन्होंने कुमारी शैलजा के लिए नारे लगवा दिए. लेकिन इसके बाद शैलजा नाराजगी की वजह से मंच छोड़कर चली गई. लेकिन जब मीडियाकर्मियों ने उनसे कार्यक्रम से जाने की वजह पूछी तो उन्होंने कहा कि जरूरी काम की वजह से उन्हें जाना पड़ रहा है. ‘नारेबाजी पर होगी कार्रवाई’ बैठक में हंगामे के बाद प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि वे नारेबाजी को ज्यादा तवज्जो नहीं देते. नेताओं के समर्थक अक्सर नारेबाजी करते हैं, लेकिन पार्टी मीटिंग में नारेबाजी करना गलत है. पार्टी में यूनिटी को बरकरार रखना जरूरी है. ‘छोटी-छोटी बातों को मीडिया में लेकर जाना सही नहीं है. जो भी नेता एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करेगा, उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी. चुनावी मोड में काम करेगी कांग्रेस कांग्रेस के नए प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि अब कांग्रेस चुनावी मोड में काम करेगी. बाबरिया ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने प्रदेश में संगठन को जीवंत रखा और पार्टी कार्यकर्त्ताओं को बांधकर रखा. बाबरिया ने बैठक बाद पार्टी विधायकों से एक-एक कर बातचीत की. जिसे वो अपनी कापी में नोट करते गए. ये 5 प्रस्ताव किए गए पास बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने 5 प्रस्ताव पास किए. सभी नेताओं ने उन 5 प्रस्तावों का समर्थन किया. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने अपने संबोधन के दौरान दावा किया कि अगर इस समय भी अगर चुनाव हो जाए तो कांग्रेस पांच से सात सीटें जीतने की स्थिति में है. क्योकि कांग्रेस पार्टी वादे पूरे करने के लिए जानी जाती है. ‘हुड्डा कांग्रेस का चेहरा नहीं’, प्रदेश प्रभारी बोले- ‘अंतिम फैसला हाईकमान करेगा’ हरियाणा में कांग्रेस की तरफ से सीएम का चेहरा कौन होगा, इसको लेकर कभी पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा तो कभी कुमारी शैलजा की तरफ से दावे किए जा चुके हैं. वहीं हाल ही के दिनों में तो रणदीप सुरजेवाला के समर्थकों ने भी उन्हें सीएम बनाए जाने की मांग उठाई थी. लेकिन आपको बता दें कि हरियाणा कांग्रेस की तरफ से सीएम का चेहरा कौन होगा अभी यह तय नहीं है. कांग्रेस के नए प्रभारी दीपक बाबरिया ने खुद इसको लेकर इशारा किया है. नए प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि बीजेपी कौन सी स्ट्रैटजी को लेकर भूपेंद्र सिंह हुड्डा को टारगेट कर रही है. अभी उन्हें इस बारे में नहीं पता है, लेकिन उन्हें लगता है बीजेपी हुड्डा को सीएम चेहरा मानकर टारगेट कर रही है. उन्होंने कहा कि अभी यह तय नहीं है कि हुड्डा सीएम का चेहरा होंगे इसको लेकर अंतिम फैसला हाईकमान करने वाला है. आज दूसरे दिन भी बाबरिया से मुलाकात हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया आज दूसरे दिन कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करने वाले है. नई जिम्मेदारी मिलते ही दीपक बाबरिया ने अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं. वहीं शनिवार को हुए हंगामे के बाद बाबरिया ने कहा कि जो भी नेता एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करेगा उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. छोटी-छोटी बातों को मीडिया में लेकर जाना सही नहीं है. मेरी फाइटर मां किरण चौधरी हर स्थिति से निपटने में सक्षम: श्रुति पूर्व सांसद एवं कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष श्रुति चौधरी ने नवनियुक्त प्रभारी को बेहद सूझबुझ वाला नेता बताते हुए कहा कि उनसे हमें बहुत सी उम्मीदें हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की स्थिति आज बहुत मजबूत है और हरियाणा में फिर से तेजी से कांग्रेस वापस आएगी. उनकी माता किरण चौधरी समेत कई वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा के सवाल पर श्रुति ने कहा कि बड़े लीडर्स की अपनी एक जगह होती है. लेकिन मेरा मानना है कि चुनाव के दौरान हम सभी इकट्ठे होकर चलेंगे, तो ही बहुत अधिक लाभ भी पार्टी को होगा. उन्होंने अपनी माता किरण चौधरी को फाइटर बताते हुए कहा कि हमेशा सीनियर लीडरशिप सोनिया गांधी- राहुल गांधी का उन पर बहुत जबरदस्त हाथ रहा है और वह हर स्थिति से निपटने के लिए सक्षम हैं. नवनियुक्त प्रभारी के एक्सपीरियंस का जबरदस्त लाभ कांग्रेस को होगा : किरण चौधरी विरोधी दलों के नेताओं को पस्त करने की बजाय गुटबाजी में बंटे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अपने ही नेताओं की टांग खिंचाई लगातार नजर आते रहे, जिसका फायदा सीधे तौर पर समय-समय पर भाजपा को मिला. लेकिन कर्नाटक में सरकार बनाने के बाद और 2024 चुनावों को नजर में रखते हुए उत्साह में लबरेज कांग्रेस नेतृत्व प्रदेश संगठन को लेकर गंभीर नजर आ रहा है. जिसके चलते नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने चंडीगढ़ में पदभार संभालने के दौरान सभी वरिष्ठ नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक ली. जिसमें सभी गुटों के नेता शामिल हुए. इस बैठक से और प्रभारी की दखल से गुटबाजी दूर होगी या नहीं, इस सवाल पर पूर्व मंत्री किरण चौधरी ने साफ किया कि हमने कभी कोई गुटबाजी नहीं की, जिन्होंने की है यह उन पर आधारित है. उन्होंने कहा कि नए प्रभारी बहुत एक्सपीरियंस्ड और सुलझे हुए व्यक्ति हैं. वह जमीन से जुड़े हुए ऐसी शख्सियत है, जिन्होंने संगठन में बहुत से काम किए और आने वाले समय में कांग्रेस को नवनियुक्त प्रभारी का बेहद जबरदस्त फायदा मिलने वाला है. इस मौके पर रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आज संगठन और एकता को लेकर पार्टी में एक अच्छी शुरुआत हुई है और मुझे विश्वास है कि इसका कांग्रेस को बहुत भारी लाभ होने वाला है. Post navigation मोदी को मात देने के लिए कांग्रेस से निकल जाएंगे 309 लोकसभा सीट वाले 10 बड़े राज्य? ईमानदारी की मिसाल : रोडवेज फ्लाइंग इंचार्ज ने महिला का सोने का हार लौटाया