फर्जी पत्रकार व पुलिस अधिकारी बनके धमकी दे वसूली करने वाले 02 मुख्य आरोपी गिरफ्तार।

साईबर अपराध करने का आरोप लगाकर जेल भेजने की धमकी देते हुए वसूली

देशभर में सैकङों वारदातों को दे चुके है अन्जाम, अब तक इस मामलें में कुल 03 आरोपियों को किया जा चुका है गिरफ्तार।

पीङित द्वारा दी गई शिकायत का विवरणः-

गुरुग्राम: 16 जून 2023 – दिनांक 04.06.2023 को एक व्यक्ति ने पुलिस चौकी झाड़सा गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत के माध्यम से बतलाया कि एक व्यक्ति ने एक वेबसाइट के माध्यम से इससे संपर्क किया और इससे सर्विस मांगी। इसके साथ मोबाईल पर सम्पर्क करके इसको साईबर पार्क सैक्टर-39, गुरुग्राम में बुला लिया और इसको एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी बिठा लिया, फिर उन्होंने अपना परिचय पुलिसकर्मियों के रूप में कराते हुए इसके द्वारा साईबर अपराध किए जाने के अपराध में इसको जेल भेजने की धमकी दी। फिर गाड़ी में बैठाकर ही इसको सैक्टर-39 ले गए और फिर अन्य व्यक्ति जिसने अपना परिचय एक सीनियर पुलिस अधिकारी के रूप में कराकर इससे 01 लाख रुपए मांगे और रुपए ना देने की सूरत में जेल भेजने की धमकी दी। इसने अपने भाई के खाते से उनके द्वारा बताए गए एकाउंट में 50,000 रुपए ट्रांसफर कर दिए और बाकी रुपए अरेंज करके देने के लिए व इस बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। इस संबंध में पुलिस थाना सदर, गुरुग्राम में सम्बन्धित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया।

पुलिस टीम द्वारा की गई कार्यवाहीः-

श्री नितिश अग्रवाल भा.पु.से., पुलिस उपायुक्त पूर्व, गुरुग्राम के निर्देशन में निरीक्षक वेदप्रकाश, प्रबन्धक थाना सदर व उप-निरीक्षक जसवंत, प्रभारी पुलिस चौकी झाड़सा, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करके उपरोक्त अभियोग की वारदात को अंजाम देने में शामिल रहे व वारदात के समय गाङी चालक की भूमिका निभाने वाले सुनील नामक आरोपी को दिनांक 05.06.2023 को जयपुर, राजस्थान से काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया था, जिसको दिनांक 06.06.2023 को माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके एक दिन के पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया गया था। पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान इसने पुलिस पूछताछ में अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर उपरोक्त वारदात को अंजाम देने का खुलाशा किया था। पुलिस टीम द्वारा इसके कब्जा से वारदात में प्रयोग की गई गई 01 कार (स्विफ्ट डिजायर) भी बरामद की गई थी।

उपरोक्त आरोपी सुनील द्वारा किए गए खुलासे के आधार पर पुलिस टीम द्वारा आगामी कार्यवाही करते हुए उपरोक्त मामले के दोनों मुख्य आरोपियों को कल दिनांक 15.06.2023 को जयपुर (राजस्थान) से काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया। आरोपियों की पहचान मोहित कुमार टांक (उम्र 29 वर्ष, शिक्षा 8वीं) व देवकीनन्दन निवासी मध्य-प्रदेश वर्तमान पता जयपुर राजस्थान (उम्र 37 वर्ष , शिक्षा 10वीं) के रुप में हुई।

वारदात करने का तरीकाः-

आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त मोहित कुमार टांक मूल रुप से जयपुर, राजस्थान का रहने वाला है और ये जयपुर में ही बतौर ट्यूरिस्ट गाईड का काम करता था। करीब 09 वर्ष पहले यह एक डिस्को में काम करने के लिए गया था, डिस्को में ही इसकी मुलाकात तहलका चैनल के मालिक ईब्राहिम शेख से हुई। अग्रेंजी भाषा पर अच्छी पकङ होने के कारण यह मुम्बई में ईब्राहिम शेख (तहलका चैनल के मालिक) के साथ मिलकर अच्छे रुतबे वाले लोगों का स्टिंग ऑपरेशन करने लगा था। वर्ष-2020 में कोविड के कारण लॉकडाऊन होने के बाद यह जयपुर वापस आ गया।

आरोपियों से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ कि यह (आरोपी मोहित टांक) स्टिंग ऑपरेशन का काम अच्छे से जानता था तो जयपुर में ही इसके नजदीक ही किराए पर रहने वाले एक व्यक्ति देवकीनन्दन व सुनील (उपरोक्त आरोपी) के साथ मिलकर इसने इस प्रकार की वारदात करके जबरन उगाही करने की योजना बनाई और विभिन्न बेवसाईट्स (रेन्टमैन, स्कोका, लॉकएन्टो, जिगेलो व मसाज-रिपब्लिक इत्यादि) के माध्यम से अपने शिकार को टारगेट करते और उससे सर्विस लेने के बुलाते। अलग-अलग शहरों में जिस स्थान पर ये वारदात करते थे वहां के नजदीकी पुलिस थाना की जानकारी व लोकेशन इन्टरनेट के माध्यम से लेते व आरोपी देवकीनन्दन को इनकी योजना के अनुसार पुलिस स्टेशन/चौकी के गेट के पास खङा कर देते थे और इनके द्वारा टारगेट किया गया व्यक्ति जब इनके द्वारा दिए गए स्थान पर पहुंचता तो मोहित कुमार टांक उस व्यक्ति को अपना परिचय एक पत्रकार के रुप में कराता और उसके द्वारा साईबर अपराध करने की बात कहकर उसको जेल भेजवाने की धमकी देता। उस व्यक्ति पर अधिक दबाव बनाने के लिए उसे गाङी में बैठाकर उसको पुलिस स्टेशन/चौकी के पास ले जाता, जहां पर पहले से ही इसका साथी देवकीनन्दन खङा होता था। यह उसका परियच एक पुलिस अधिकारी के रुप में करवाता और फिर ये उस व्यक्ति से जेल भेजने की धमकी देने के नाम पर वसूली करते। उपरोक्त अभियोग में भी इन्होनें पीङित से 50 हजार रुपयों की वसूली की थी। ये एक शहर में करीब 1 महीना रुकते और वारदात को अंजाम देने के बाद ये दूसरे शहर में जाकर वहां वारदात करते।

आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में पूरे देश में अलग-अलग शहरों जैसे दिल्ली, जयपुर, बेलगाँव, मुम्बई, अहमदाबाद इत्यादि में उपरोक्त प्रकार से सैंकङों वारदातों को अन्जाम देने का खुलाशा किया है। इन्होनें यह भी बतलाया कि जब इनके द्वारा की गई वारदात का पीङित को आभास हो जाता और वो इनकी शिकायत पुलिस में करने के लिए कहता तो ये उस व्यक्ति को ये अधिक रुपए देकर उसके साथ अपना समझौता कर लेते थे।

बरामदगीः-

पुलिस टीम द्वारा दिनांक 05.06.2023 को गिरफ्तार किए गए आरोपी सुनील उपरोक्त के कब्जा से वारदात में प्रयोग की गई 01 कार (मारुति स्विफ्ट डिजायर) बरामद की गई थी।

आगामी कार्यवाहीः-

आरोपियों को आज दिनांक 16.06.2023 को माननीय अदालत के सम्मुख पेश करके पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया जाएगा। पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान आरोपियों से अन्य वारदातों व अन्य साथी आरोपियों के बारे में गहनतापूर्वक पूछताछ करते हुए बरामदगी की जाएगी। अभियोग का अनुसंधान जारी है।

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