-महोत्सव की तैयारियों को लेकर पत्रकार वार्ता में दी अहम जानकारियां -नवीन गोयल बनाए गए हैं सेलिब्रेशन कमेटी के चेयरमैन गुरुग्राम। पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने कहा कि गुरुग्राम के विकास में उड़ीसा के लोगों का अहम योगदान है। यहां एक मजदूर से लेकर सीईओ के पदों तक उड़ीसा के लोग हैं। एक लाख से भी अधिक उड़ीसा लोगों की गुरुग्राम में मौजूदगी है, जो कि बहुत बड़ी बात है। यह बात उन्होंने रविवार को कलिंग भारती फाउंडेशन की ओर से 5वें प्रवासी उडिय़ा रज महोत्सव को लेकर यहां सेक्टर-15 पार्ट-1 स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे। नवीन गोयल ने कहा कि उड़ीसा के लोगों के साथ भारतीय जनता पार्टी भी है और कैनविन फाउंडेशन भी है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों गुरुग्राम में भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान एक भारत-श्रेष्ठ भारत के तहत उड़ीसा दिवस समारोह आयोजित किया। उन्होंने गुरुग्राम के लोगों से भी आग्रह किया कि वे इस समारोह में पहुंचे, ताकि हम सब एक-दूसरे की संस्कृति से परिचित हो सकें। कार्यक्रम में ना केवल उड़ीसा की संस्कृति, बल्कि वहां के रहन-सहन, खान-पान, धर्म-कर्म से आधारित कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि द्वापर युग से ही उड़ीसा और हरियाणा का गहरा संबंध है। भगवान श्री कृष्ण ने दोनों ही जगह पर रहकर अपनी लीलाएं दिखाई। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम आज सिर्फ एक शहर नहीं बल्कि मिनी इंडिया बन गया है। हर राज्य, धर्म, संस्कृतियों के लोग यहां पर निवास करते हैं। यही हमारी संस्कृति है। उड़ीसा अपने आप में इतिहास को समेटे हुए है। रज महोत्सव को लेकर कलिंगा भारती फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर अक्षय कुमार सामल ने बताया कि 5वां प्रवासी उडिय़ा रज महोत्सव आगामी 17 व 18 जून को जवैल गार्डन शीतला माता रोड पर धूमधाम से मनाया जाएगा। दो दिवसीय कार्यक्रम में उड़ीसा की कला, संस्कृति, खान-पान आदि का प्रदर्शन होगा। महिलाओं के लिए रज क्वीन और लड़कियों के लिए रज कुमारी प्रतियोगिता खास होगी। उन्होंने कहा कि रज महोत्सव सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह परम्पराओं को आगे बढ़ाने का, अगली पीढिय़ों तक पहुंचाने का माध्यम है। उड़ीसा के लोग जहां भी रहते हैं, अपनी संस्कृति, अपनी जड़ों से जुड़े रहते हैं। डा. विक्रम मोहंती ने बताया कि रज उत्सव का उड़ीसा के लोगों के लिए बहुत खास महत्व रहता है। इस समय में सभी लोग अपनी संस्कृति को सहेजने का काम करते हैं। हम सब भगवान जगन्नाथ से भी यही प्रार्थना करते हैं कि वे जहां भी रहें उनसे जुड़े रहें। उनका परोक्ष रूप में आशीर्वाद मिलता, फलीभूत होता रहे। सूर्य नारायण मिश्रा ने कार्यक्रम को लेकर विस्तृत जानकारियां सांझा की। इस अवसर पर पर्वकार सामल, बिष्णु प्रिया साहू, अनिल जेना, संतोष रौत, सुधांशु पाढी, सुप्रिया मोहंती, सलील दाश, प्रमोद सामल, श्रीमंत बिसवाल, निरंजन त्रिपाठी, जजाती पाल, देवी पटनायक, संग्राम पाणिग्रही, संजय दाश, संजय बेहरा, सुजीत नंदा समेत अनेक महिलाएं, पुरुष मौजूद रहे। Post navigation गाँव नाथूपुर में मकानों की तोड़फोड़ के विरोध में हुई पंचायत आध्यात्मिकता से कॉर्पोरेट लाइफ में भी आता है सुकून