– मुख्य सचिव संजीव कौशल ने केंद्र व हरियाणा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सम्मेलन की तैयारियों को लेकर की समीक्षा बैठक
– डीसी निशांत कुमार यादव वीडियो कॉन्फ्रेंस से हुए समीक्षा बैठक में शामिल, मुख्य सचिव को कराया जिला प्रशासन से जुड़े कार्यो से अवगत
– जीएमडीए के सीईओ एवं नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त पीसी मीणा तथा पुलिस कमिश्नर कला रामचंद्रन भी वीसी से बैठक में हुए शामिल

गुरुग्राम, 8 जून। जी-20 के एंटी करप्शन वर्किंग ग्रुप की बैठक (1 से 3 मार्च, 2023) के सफल आयोजन के उपरांत गुरुग्राम में एक बार फिर से आगामी 13 व 14 जुलाई को एनएफटी, एआई और मेटावर्स के युग में अपराध और सुरक्षा विषय पर दो दिवसीय जी-20 सम्मेलन का आयोजन होगा। हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने आगामी सम्मेलन की तैयारियों को लेकर आज केंद्रीय गृह मंत्रालय व हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में विशेष सचिव (आंतरिक सुरक्षा) भारत सरकार शिवगामी सुंदरी नंदा, पुलिस महानिदेशक हरियाणा पी.के. अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह टीवीएसएन प्रसाद, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव एवं सूचना जनसम्पर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग के महानिदेशक डॉ. अमित अग्रवाल, मानव संसाधन विभाग के विशेष सचिव आदित्य दहिया व राज्य और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

डीसी निशांत कुमार यादव गुरुग्राम के लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक में शामिल हुए। उन्होंने मुख्य सचिव को जिला प्रशासन से जुड़े कार्यों को लेकर आवश्यक जानकारी दी। जीएमडीए के सीईओ एवं नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त पीसी मीणा तथा पुलिस कमिश्नर कला रामचंद्रन भी वीसी से बैठक में शामिल हुए।

मुख्य सचिव ने बैठक में प्रतिनिधियों के अनुभव को बढ़ाने के लिए हरियाणा सरकार की प्रगति और सांस्कृतिक विरासत की यात्रा के साथ-साथ एक मनोहर सांस्कृतिक कार्यक्रम को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी सहित कई इनिसिएटस पर विस्तार से प्रकाश डाला गया।

श्री कौशल ने कहा कि सम्मेलन के प्रतिनिधियों को हरियाणा के जीवंत इतिहास, प्रगति और विकास की दिशा में गहन जानकारी प्रदान करने के लिए प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा, उच्च शिक्षा विभाग ने राज्य के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में सेमिनार, निबंध लेखन प्रतियोगिताओं और अन्य आकर्षक कार्यक्रमों की श्रृंखला की योजना बनाई है। यह चर्चा गतिविधियां छात्रों व विद्वानों के बौद्धिक विकास और ज्ञान को बढावा देने के लिए प्रोत्साहित करेंगी।

जी-20 सम्मेलन में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, अमेरिका और यूरोपीय संघ के देश भाग लेंगे। बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात सहित नौ देशों को सम्मेलन में अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। सम्मेलन में लगभग 600 प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है।

जी-20 सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य उभरती हुई प्रौद्योगिकियों एनएफटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मेटावर्स अपराध और सुरक्षा के प्रभाव से उत्पन्न होने वाले मुद्दों और चुनौतियों का समाधान करना है।

गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने अवगत करवाया कि सम्मेलन दुनिया भर के विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और हितधारकों के साथ सार्थक चर्चाओं को साझा करने और डिजिटल क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों के विकसित परिदृश्य से निपटने वाली रणनीति विकसित करने के लिए बेहतर प्लेटफार्म प्रदान करेगा।

इस अवसर पर कॉन्फ्रेंस हॉल में सीटीएम दर्शन यादव तथा सूचना, लोक सम्पर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग, हरियाणा के संयुक्त निदेशक (एनसीआर) रणबीर सिंह सांगवान भी विशेष तौर पर मौजूद रहे।

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