चंडीगढ़, 7 जूनः पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने किसान नेताओं की गिरफ्तारी को अलोकतांत्रिक करार देते हुए तुरंत रिहाई की मांग की है। हुड्डा का कहना है कि अपनी जायज मांगों के लिए संघर्ष और आंदोलन करना प्रत्येक नागरिक का अधिकार है। किसान भी एमएसपी की जायज मांग को लेकर आंदोलन कर रहे थे। ऐसे में सरकार को उनकी मांगों पर विचार करते हुए एमएसपी पर सूरजमुखी की खरीद करनी चाहिए थी। लेकिन सरकार ने बार-बार किसानों के ज्ञापन, धरने और अल्टीमेटम को नजरअंदाज किया। आखिर में मजबूर होकर किसानों को सड़कों पर उतरना पड़ा। लेकिन हमेशा की तरह किसानों फसलों के रेट की बजाए बीजेपी-जेजेपी सरकार की लाठियां मिलीं। सरकार ने एकबार फिर प्रदेश के अन्नदाता को लहूलुहान किया।

हुड्डा का कहना है कि एमएसपी प्रत्येक किसान का अधिकार है और यह अधिकार सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है। लेकिन बीजेपी-जेजेपी लगातार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है। गेहूं, धान, बाजरा और सरसों से लेकर सूरजमुखी तक के किसानों को एमएसपी लेने के लिए आंदोलन करना पड़ता है। इस सरकार के पूरे कार्यकाल के दौरान किसान सड़कों पर रहे। उन्हें कभी खाद, कभी बीज, कभी मुआवजे तो कभी फसलों के रेट को लेकर धरना प्रदर्शन करना पड़ा।

हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस किसानों की मांगों का पूर्ण समर्थन करती है और उनकी मांग को सड़क से लेकर सदन तक उठाया जाएगा। भविष्य में कांग्रेस सरकार बनने पर कानून बनाकर किसानों को प्रत्येक फसल पर एमएसपी सुनिश्चित की जाएगी।

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