विवादित सरपंच परिवार के घर लेंगे चाय की चुस्कियां 
सीहमा सरपंच पति पर जुआ एक्ट में चल रहे 2 मामले, करोड़ों रुपए गबन के आरोप की शिकायत 
कभी कांग्रेस से नजदीकी तो कभी भाजपा मंत्री के खासमखास

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। भावी लोकसभा और विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व भाजपा जनता से नज़दीकियां बढ़ा दोबारा से सिंहासन की चाहत में जनसंवाद कार्यक्रम जारी किए हुए हैं। अपने पांचवें जनसंवाद के तहत मुख्यमंत्री जिला महेंद्रगढ़ में आ रहे हैं। इसके लिए नांगल चौधरी, नारनौल, महेंद्रगढ़ तथा अटेली विधानसभा के अलग-अलग जगह पर उनके प्रोग्राम निश्चित किए गए हैं। नारनौल विधानसभा में उनका एक कार्यक्रम गांव सीहमा में रखा गया है। इस गांव की सरपंच पति के घर मुख्यमंत्री का चाय का प्रोग्राम भी है। सरपंच पति पर जुआ अधिनियम के तहत महेंद्रगढ़ नारनौल में 2 मामले चल रहे हैं वही उनके खिलाफ पंचायत की करोड़ों रुपए की संपत्ति खुर्द बूट करने के शिकायतें प्रधानमंत्री से लेकर विभिन्न जांच एजेंसियों के पास की हुई है। सीएम के इस प्रोग्राम को लेकर कई चर्चाओं ने जन्म ले लिया।

भाजपा को सिद्धांतवादी पार्टी के रूप में जाना जाता है पर आजकल वह सत्ता पर कायम रहने के लिए हर सिद्धांत को तिलांजलि दे रही है। गांव सीहमा में रखे गए इस प्रोग्राम से तो ऐसा ही कुछ दिखाई दे रहा है। इस प्रोग्राम के बारे में जब विधानसभा के विधायक एवं प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री ओमप्रकाश यादव से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ से मिले आदेशों के तहत गांव के सरपंचों के घर प्रोग्राम निश्चित किए गए हैं और उनके घर जाए वह चाय या खानपान की व्यवस्था है।

ग्रामीणों के अनुसार सीहमा गांव की सरपंच सुमन देवी का पति प्रमोद यादव एक मंझा हुआ जुआरी है और उस पर जुआ अधिनियम के तहत दो मामले वर्तमान में भी चल रहे हैं। नारनौल सदर थाना में प्राथमिकी नंबर 91 सीएचएयू 66/ 2019 का मामला अदालत में लंबित है। दूसरा मामला महेंद्रगढ़ सदर थाना में प्राथमिकी 101/2020 में भादस 13 ए/3/67 के तहत अदालत में चल रहा है। सरपंच पति प्रमोद यादव व ससुर विक्रम पर ग्राम पंचायत की करोड़ों रुपए की संपत्ति खुर्द-बुर्द करने के आरोप हैं। इसकी शिकायत प्रधानमंत्री, सीबीआई प्रमुख, ईडी प्रमुख, मुख्यमंत्री हरियाणा, राज्यपाल हरियाणा, महानिदेशक विजिलेंस, निदेशक पंचायती राज, मुख्य सचिव हरियाणा, लोकायुक्त हरियाणा व एंटी करप्शन ब्यूरो के पास जांच को लिखा गया है। 

भेजी गई शिकायत में आरोप लगाया गया है सरपंच पति वह उसके ससुर द्वारा ग्राम पंचायत की भूमि में बनी सैकड़ों दुकानों को गलत तरीके से गुप्त रूप रूप से अपने समर्थकों को वोट बैंक की राजनीति व मोटी रकम से पैसा कमाने करने के लिए गोलमाल किया गया है। इस मामले की आरटीआई बार बार मांगने पर भी नहीं दी जा रही। लिखित शिकायत में आरोप लगाया गया है की सरपंच सुमन देवी उसका पति प्रमोद यादव तथा ससुर विक्रम यादव ने सुनियोजित तरीके से पंचायती जमीन और दुकानों को अपने निजी स्वार्थों के लिए इस्तेमाल कर भारी गोलमाल किया है। शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया है की लगभग सैकड़ों दुकानों को बिना किसी प्रस्ताव या खुली बोली के आवंटित किया गया है। वर्तमान में इन दुकानों पर उनके समर्थक गैरकानूनी तरीके से काबिज है। इतना नहीं पद का इतना भारी दुरुपयोग किया गया है कि दुकानों पर चले आ रहे काबिज लोगों की मौत होने के बाद उनके वारिस के नाम कब्जा ट्रांसफर किया गया जबकि नियम के अनुसार यह बिल्कुल गलत है।

शिकायतकर्ता का कहना है कि सरपंच ग्राम सचिव, बीडीपीओ व डीडीपीओ से बार बार आरटीआई मांगे जाने पर सूचना उपलब्ध नहीं करवाई जा रही और ना ही शिकायतों पर कोई कार्रवाई हो रही। इससे यह साबित होता है कि इन अधिकारियों की व सरपंच परिवार की आपसी मिलीभगत है। इस संबंध में सरपंच प्रतिनिधि/ पति प्रमोद यादव से संपर्क करने का प्रयास किया तो उन्होंने समय अभाव की बात कह कर बात नहीं की।

इस परिवार की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह समय और परिस्थिति को देखकर अपने राजनीतिक आका बदल लेते हैं। कभी यह परिवार कांग्रेस की किरण चौधरी का खासम खास हुआ करता था आजकल इन्होंने प्रदेश के राज्य मंत्री ओम प्रकाश यादव का दामन थामा हुआ है। ग्रामीणों का यह भी कहना है बिना राजनीतिक वरदहस्त के करोड़ों रुपए का घोटाला संभव नहीं। सबसे विचित्र बात यह है कि जिस प्रदेश के मुखिया के पास शिकायत लंबित है वह मुखिया उसको अनदेखा करके उसके घर चाय की चुस्कियां लेने जाएगा। यहां सवाल यह खड़ा होता है कि क्या भ्रष्टाचारी के घर चाय की चुस्कियां लेना उचित है, क्या सरकार की खुफिया विभाग ने मुख्यमंत्री को इस परिवार के कारनामों की जानकारी उपलब्ध नहीं करवाई या मंत्री की सिफारिश पर इन सब को अनदेखा किया गया।

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