जब मंडलायुक्त कार्यालय के निकट ही सीवर का मैनहॉल खुला पड़ा है और उसकी मरम्मत तक नहीं हो रही तो स्वयं ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर के अन्य क्षेत्रों में इस प्रकार के क्षतिग्रस्त सीवरेज का क्या हाल होगा।

गुडग़ांव, 19 मई (अशोक) : शहर के विभिन्न क्षेत्रों में खुले सीवरेज दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहे हैं। सीवरेज के इन खुले मैनहॉल से सदैव दुर्घटना घटित होने का भय बना रहता है, लेकिन नगर निगम प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। शहर के सबसे पॉश सिविल लाइन क्षेत्र जिसमें जिला प्रशासन के उच्चाधिकारी मंडलायुक्त, उपायुक्त, पुलिस विभाग के उच्चाधिकारी आदि के आवास भी स्थित हैं।

इसी क्षेत्र स्थित मंडलायुक्त कार्यालय के निकट पिछले कई सप्ताह से सीवर का मैनहॉल टूटा पड़ा है। मुख्य मार्ग होने के कारण इस क्षेत्र में अधिकारियों का भी सदैव आवागमन रहता है। लेकिन इस सबके बावजूद भी टूटे हुए मैनहॉल की ओर किसी का ध्यान नहीं गया, ऐसा लगता है। स्वयंसेवी संस्थाओं व शहर के जागरुक लोगों का कहना है कि जब मंडलायुक्त कार्यालय के निकट ही सीवर का मैनहॉल खुला पड़ा है और उसकी मरम्मत तक नहीं हो रही तो स्वयं ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि शहर के अन्य क्षेत्रों में इस प्रकार के क्षतिग्रस्त सीवरेज का क्या हाल होगा। उनका कहना है कि शायद निगम प्रशासन किसी बड़ी दुर्घटना के घटित होने की प्रतीक्षा कर रहा है। क्षतिग्रस्त मैनहॉल को लकड़ी की डंडिया लगाकर प्रशासन ने अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है।

गौरतलब है कि इसी क्षेत्र में शहर का प्राचीन गिरजाघर भी स्थित है। जहां पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में समुदाय के लोग प्रार्थना सभा के लिए आते रहते हैं और पुलिस का नाका भी इसी स्थान पर लगाया हुआ है ताकि कमर्शियल वाहन सिविल लाइन क्षेत्र में प्रवेश न कर सकें। क्योंकि उन पर इस क्षेत्र में जाने पर पाबंदी लगाई हुई है।

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