मनोहरलाल खट्टर के मुख्यमंत्री बनने के बाद विगत 9 सालों में वे विकास परियोजनाए पूरा होने का नाम नही ले रही है जिन पर वर्ष 2014 से पूर्व कांग्रेस राज में निर्माण कार्य शुरू हो गया था। विद्रोही
मुख्यमंत्री खट्टर जी राजनीतिक नौटंकिया करने की बजाय अहीरवाल के विगत नौ वर्षो से आधे-अधूरे पड़े विकास प्रोजेक्ट पूरा करवाने पर्याप्त बजट राशी इस वर्ष देकर उन्हे पूरा करवा दे, वही अहीरवाल के लिए उनका सबसे बडा योगदान होगा। विद्रोही

18 मई 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से आग्रह किया कि जिस तरह से वे अहीरवाल के भाजपा नेताओं के निजी सामाजिक समारोह में आकर प्रेम बरसा रहे है और महेन्द्रगढ़ जिले में अपना पांचवां कथित जनसंवाद कार्यक्रम करने की योजना बना रहे है, उसी तर्ज पर अहीरवाल क्षेत्र के विगत 9 सालों से आधे-अधूरे पड़े विकास प्रोजेक्टस को पूरा करवाने के लिए पर्याप्त बजट राशी देकर आमजनों के प्रति अपना प्रेम, समर्थन बरसाकर इस क्षेत्र के साथ विकास कार्यो में किये जा रहे भेदभावपूर्ण सौतेले व्यवहार को छोड़े। विद्रोही ने कहा कि विगत एक माह से मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर जी दो बार रेवाडी में भाजपा नेताओं के सामाजिक समारोह में आये, उनका स्वागत है लेकिन यह समझ से परे है कि अहीरवाल के साथ सौतेला भेदभावपूर्ण व्यवहार क्यों करते है? मनोहरलाल खट्टर के मुख्यमंत्री बनने के बाद विगत 9 सालों में वे विकास परियोजनाए पूरा होने का नाम नही ले रही है जिन पर वर्ष 2014 से पूर्व कांग्रेस राज में निर्माण कार्य शुरू हो गया था। भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर एक हरियाणा-एक हरियाणवी का नारा तो उछालते है, लेकिन वास्तव में वे ऐसा न मानते है और न ही अपना आचरण इस नारे के अनुरूप करते है। 

विद्रोही ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री खट्टर जी की कथनी-करनी एक होती तो विकास कार्यो में अहीरवाल के साथ सौतेला भेदभावपूर्ण व्यवहार नही होता और बजट अभाव में इस क्षेत्र की विकास परियोजनाएं आधी-अधूरी नही पडी होती। वही मुख्यमंत्री खट्टर जी अपना पांचवा कथित जनसंवाद महेन्द्रगढ़ जिले में करने की योजना बना रहे है। एक मुख्यमंत्री के नाते ऐसे कथित जनसंवाद करना उनका संवैद्यानिक, प्रशासनिक अधिकार है। वहीं भाजपा नेता के नाते भी ऐसे कथित जनसंवाद करना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है, जिन पर किसी को कोई आपत्ति नही।

लेकिन मुख्यमंत्री के चार जिलों के विगत कथित जनसंवाद की समीक्षा और इनमें आमजनों से किये व्यवहार, खट्टर जी के निजी आचरण से यह जनसंवाद की बजाय एक सत्ता अहंकारी राजा के तानाशाही दरबार ज्यादा दिखे जहां सत्ता हनक की भरमार थी, आमजन की समस्या सुनकर समाधान की सोच की दूर-दूर तक नही थी। मीडिया फोटो इवेंट करके सत्ता दुरूपयोग से खट्टर जी अपने को जनहितैषी मुख्यमंत्री स्थापित करने का असफल प्रायोजित अभियान था। विद्रोही ने कहा कि यदि खट्टर जी को अपने विगत चार कथित जनसंवाद के नाम पर महेन्द्रगढ़ में भी सत्ता हनक का पांचवा राजशाही दरबार मीडिया इवेंट करना है तो इसका होना या न होना बेमानी है। मुख्यमंत्री खट्टर जी राजनीतिक नौटंकिया करने की बजाय अहीरवाल के विगत नौ वर्षो से आधे-अधूरे पड़े विकास प्रोजेक्ट पूरा करवाने पर्याप्त बजट राशी इस वर्ष देकर उन्हे पूरा करवा दे, वही अहीरवाल के लिए उनका सबसे बडा योगदान होगा।

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