कांग्रेस संगठन पदाधिकारियों की नियुक्तियां दस साल से नही हो पा रही। विगत दस सालों से विधिवत रूप से पार्टी का संगठन न होने से कांग्रेस को चुनावों में काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है: विद्रोही 
प्रदेश के सभी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता समझते है कि उसका समर्थक ही प्रदेश, जिला व ब्लॉक स्तर के संगठन का पदाधिकारी होना चाहिए : विद्रोही

29 अप्रैल 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने पिछले दस साल से हरियाणा कांग्रेस का विधिवत औपचारिक संगठन न बनने पर गंभीर चिंता प्रकट करते हुए प्रदेश के सभी वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं से आग्रह किया कि वे संगठन पदाधिकारियों की नियुक्तियां न होने के चलते एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराने की बजाय अपना-अपना आत्मविश्लेषण करे कि क्या कारण रहे जिसके चलते एक दशक से प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों की घोषणा नही हो पा रही है।

विद्रोही ने कहा कि उनकी बडी स्पष्ट व बेबाक राय है कि हरियाणा में कांग्रेस के प्रदेश, जिला व ब्लॉक स्तर के पदाधिकारियों की नियुक्तियां न होने के लिए सभी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता समान रूप से जिम्मेदार व जवाबदेह है। कोई भी नेता कुछ भी कहे, पर कटु सत्य यही है कि हरियाणा में सभी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अपने-अपने ज्यादा से ज्यादा समर्थकों को संगठन में फिट करने की जिद के चलते ही कांग्रेस संगठन पदाधिकारियों की नियुक्तियां दस साल से नही हो पा रही। विगत दस सालों से विधिवत रूप से पार्टी का संगठन न होने से कांग्रेस को चुनावों में काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। 

विद्रोही ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस के पास मजबूत कार्यकर्ताओं की भरमार है। कांग्रेस जितने कार्यकर्ता प्रदेश में किसी भी राजनीतिक दल के पास नही है। हर बूथ पर कांग्रेस के पास 10 से 15 सक्रिय कार्यकर्ता है, लेकिन दुर्भाग्य से इन कार्यकर्ताओं की ऊर्जा का प्रयोग संगठन हित में नही हो पा रहा। कांग्रेस की बिडम्बना यह है कि प्रदेश के सभी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता समझते है कि उसका समर्थक ही प्रदेश, जिला व ब्लॉक स्तर के संगठन का पदाधिकारी होना चाहिए और जो कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी के प्रति कितना भी वफादार व कर्मठ क्यों न हो, पर यदि वह नेता विशेष का समर्थक नही है तो वह प्रमुख पदाधिकारी नही बनना चाहिए। प्रदेश कांग्रेस  नेताओं की इसी सकीर्ण सोच के चलते हरियाणा में संगठन की घोषणा नही हो पा रही जो बहुत ही चिंताजनक स्थिति है। ऐसी स्थिति में विद्रोही ने कांग्रेस हाईकमांड से आग्रह किया कि वे कांग्रेस नेताओं के दबाव को दरकिनार करके अपने विशेष अधिकारों का प्रयोग करके कांग्रेस के समर्पित, कर्मठ कार्यकर्ताओं में किसी किसी को भी प्रदेश, जिला व ब्लॉक स्तर की संगठन की जिम्मेदारियां हर हालत में एक पखवाडा के अंदर दे। संगठन में नियुक्तियों में और अधिक देरी किसी भी तरह कांग्रेस के हित में नही होगी।

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