केन्द्र की मोदी सरकार हो या हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार हो, यौन शोषण आरोपों में घिरे भाजपाईयों-संघीयों को बचाने बेशर्मी से सत्ता दुरूपयोग कर रही है। विद्रोही
गोल्ड मैडल लाने वाली महिला पहलवानों को न्याय नही मिल रहा है तो संघी राज में आम महिलाओं की क्या स्थिति होगी, यह बताना भी बेमानी है। विद्रोही
महिला कोच यौन शोषण मामले में हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करवाने के लिए विगत 5 माह से भटक रही : विद्रोही

27 अप्रैल 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि एक ओर मोदी-भाजपा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का जुमला उछालकर महिलाओं व समाज को ठगते है, वहीं महिला यौन शोषकों पर प्रभावी कार्रवाई करने की बजाय सत्ता दुरूपयोग से उन्हे सत्ता सरंक्षण देते है। विद्रोही ने कहा कि कुश्ती में पूरी दुनिया में भारत का परचम फैहराने वाली महिला कुश्ती पहलवानों का भारतीय कुश्ती फेडरेशन पदाधिकारियों द्वारा यौन शोषण मामले में जंतर-मंतर पर दूसरी बार धरने पर बैठकर न्याय की गुहार करना बताता है कि जब मोदी-भाजपा संघ राज में ओलिम्पिक, एशियाड, कामनवैल्थ गेम में भारत के लिए कुश्ती इवेंट में गोल्ड मैडल लाने वाली महिला पहलवानों को न्याय नही मिल रहा है तो संघी राज में आम महिलाओं की क्या स्थिति होगी, यह बताना भी बेमानी है। जिन 7 महिला कुश्ती पहलवानों ने यौन शोषण मामले में दिल्ली पुलिस को शिकायत दी है, उसमें एक नाबालिग लडकी भी है। विद्रोही ने कहा कि पास्को एक्ट के तहत नाबालिग कुश्ती पहलवान की यौन शोषण की शिकायत पर कानूनी रूप से तुरन्त एफआईआर दर्ज करने को बाध्य होने पर भी दिल्ली पुलिस का एफआईआर दर्ज नही करना और एफआईआर दर्ज करवाने के लिए महिला पहलवानों का सुप्रीम कोर्ट में जाना अपने आप बताता है कि यौन शोषण आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह शरण व कुश्ती फेडरेशन के अन्य पदाधिकारियोंं को बचाने के लिए मोदी सरकार दिल्ली पुलिस पर दबाव डाल रही होगी। यदि दिल्ली पुलिस पर संघी सत्ता का दबाव नही होता तो कभी की एफआईआर दर्ज हो चुकी होती। 

विद्रोही ने कहा कि यही स्थिति हरियाणा की है जहां एक महिला कोच यौन शोषण मामले में हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करवाने के लिए विगत 5 माह से भटक रही है, पर चंडीगढ़ पुलिस संघी सत्ता दबाव में मंत्री संदीप सिंह को गिरफ्तार करने की बजाय मामले को किसी न किसी बहाने टाल रही है। चाहे केन्द्र की मोदी सरकार हो या हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार हो, यौन शोषण आरोपों में घिरे भाजपाईयों-संघीयों को बचाने बेशर्मी से सत्ता दुरूपयोग कर रही है। महिला कुश्ती पहलवानों के यौन शोषण मामले का तो भाजपा अपने आई टी ट्रोल  सोशल मीडिया में राजनीति, जातियता, प्रदेशवाद में घसीटकर पूरे मामले को रफा-दफा करवाने का जो माहौला बना रही है, वह और भी निदंनीय व चिंताजनक है। विद्रोही ने हरियाणा के लोगों से आग्रह किया कि वे अपने प्रदेश की बेटियों व महिला कुश्ती पहलवानों को न्याय दिलाने व यौन शोषक भाजपाईयों-संघीयों को जेल की सींखचों के पीछे पहुंचाने के लिए सडकों पर निकले।