चंडीगढ़, 26 अप्रैल- हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जेपी दलाल ने कहा कि सरकार का उद्देश्य वर्ष 2030 तक बागवानी के अधीन क्षेत्र को दोगुणा और बागवानी उत्पाद को तीन गुणा करना है। यह लक्ष्य फसल क्लस्टर विकास कार्यक्रमों, ताजे फल और सब्जियों के लिए आपूर्ति श्रृंखला स्थापित करके, पैक हाउस की स्थापना, किसान उत्पादक संगठन के गठन के माध्यम से हासिल करना है।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री आज जापान की जेआईसीए टीम के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधीर राजपाल, बागवानी विभाग  के महानिदेशक श्री अर्जुन सिंह सैनी समेत अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

कृषि मंत्री ने कहा कि हम हरियाणा बागवानी सतत विकास परियोजना के तहत प्रोजेक्ट पर किसानों के कल्याण को ध्यान में रखकर कार्य करेंगे। एसपीओ मॉडल से किसानों को फायदा होगा और हमारा लक्ष्य आखिरी किसान तक इसका फायदा पहुंचाना है। 

उन्होंने कहा कि राज्य में कई बागवानी फसलों के लिए स्थापित उत्कृष्टता केंद्र बागवानी में प्रोत्साहक और विकासात्मक गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं। वर्ष 2023-24 में, तीन नए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव है। इनमें से एक पंचकुला में पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट पर, दूसरा पिनगवां, नूंह में प्याज के लिए और तीसरा मुनीमपुर, झज्जर में फूलों के लिए स्थापित होगा। 
सोनीपत जिले के गन्नौर में हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय बागवानी मंडी का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड ने नई मंडियों के विकास और वर्तमान मंडियों के आधुनिकीकरण के कार्य प्रगति पर हैं। 

इस अवसर पर मुख्य प्रतिनिधि, जेआईसीए इंडिया कार्यालय, नई दिल्ली, श्री सैटो मित्सुनोरी, उप निदेशक, जेआईसीए, दक्षिण एशिया विभाग श्री सोटा कोएदे, अतिरिक्त मुख्य विकास विशेषज्ञ, जेआईसीए इंडिया कार्यालय श्री अनुराग सिन्हा, प्रतिनिधि जेआईसीए इंडिया सुश्री काटो मारिया, टीम लीडर जेआईसीए सर्वे टीम सुश्री मत्सुउरा नत्सुनो, तथा सह-टीम लीडर जेआईसीए सर्वे टीम डॉ. आलोक श्रीवास्तव उपस्थित थे।

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