-डॉ. भीमराव अंबेडकर युवा पीढ़ी के पथ-प्रदर्शक -कन्हई गांव, गुडग़ांव गांव समेत कई स्थानों कार्यक्रम में पहुंचे नवीन गोयल -बोले, आज का दिन है बड़ा महान बनकर सूरज चमका इक इंसान गुरुग्राम। संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की जयंती पर शुक्रवार को कन्हई और गुडग़ांव गांव समेत कई स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने शिरकत की। उन्होंने बाबा साहेब को श्रद्धांजलि देकर उन्हें नमन किया और समाज को उनके जीवन से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया। बाबा साहेब को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए नवीन गोयल ने कहा कि डा. बीआर आम्बेडकर ने हमारे देश के लिए अनुकरणीय कार्य किए हैं। संविधान का निर्माण करके देश के हर वर्ग को अधिकार देने का काम उन्होंने किया। संविधान निर्मात्री सभा के प्रमुख होने के नाते बाबा साहेब ने ऐसा संविधान देश को दिया है, जो सबको समान अधिकार देता है। भारत को इतना व्यापक संविधान देने के उनके कार्य को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उनका आदर्श जीवन व संघर्ष हमारी युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा है। नवीन गोयल ने कहा कि हर महापुरुष के जीवन से हमें कोई ना कोई शिक्षा मिलती है। सभी महापुरुषों ने कठिन परिश्रम और संघर्षों से समाज को बहुत कुछ देने का काम किया है। उनके किए गए कार्य अपने लिए नहीं बल्कि समाज के लिए होते थे। हम सब को महापुरुषों से प्रेरणा लेकर सर्व समाज के लिए काम करना चाहिए। इस अवसर पर जेजेपी नेता सूबे सिंह बोहरा, सतीश यादव पूर्व पार्षद, अनिल यादव कन्हई, कृष्ण नम्बरदार, दिनेश यादव एडवोकेट, विजयपाल यादव, दीपचंद फौजी, अमित हिन्दू, रतनलाल गुप्ता, महाबीर, राजीव अग्रवाल, राजकुमार, सुरेंद्र, नरेंद्र यादव, कार्यक्रम संयोजक अरविंद कुमार समेत अनेक सम्मानित लोग मौजूद रहे। शिक्षित बनों, संगठित बनों, संघर्ष करो का नारा अपनाएंगुडग़ांव गांव में भी बाबा साहेब डा. भीमराव आम्बेडकर की जयंती पर कार्यक्रम में नवीन गोयल ने उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए उनके देश में योगदान को दोहराया। नवीन गोयल ने कहा कि बाबा साहेब ने शिक्षित बनो, संगठित रहो तथा संघर्ष करो का नारा दिया था। आज की आवश्यकता हर व्यक्ति को शिक्षित बनाने की है। समाज के विकास के लिए संगठित होना आवश्यक है। बाबा साहेब ने सामानता के लिए संघर्ष किया और अपने लक्ष्य को प्राप्त करके सामाजिक सामानता की स्थापना की। उनके द्वारा किए गए कार्यों का देश सदैव ऋणी रहेगा। अगर हम सब शिक्षित हो गए, संगठित हो गए और एक होकर संघर्ष किया तो हम आने वाली पीढिय़ों के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं। नवीन गोयल ने कहा कि हमें अपने पर्यावरण की रक्षा करके हम समाज सेवा कर सकते हैं। पानी की बचत करके हम समाज सेवा कर सकते हैं। स्वच्छता के माध्यम से हम समाज सेवा कर सकते हैं। समाज सेवा का कोई पैमाना नहीं होता। राह चलते हमने सड़क से कागज का टुकड़ा उठाकर कूड़ेदान में डाला तो वह भी हमारी समाजसेवा है। हमें हर कदम इस सोच को जागृत रखना होगा, तभी हम समाज में अपना मुकाम हासिल कर सकते हैं। इस अवसर पर बाली पंडित, परमिंदर कटारिया, डब्बू, राकेश, मुकेश, दिनेश सैनी, परमिन्दर कटारिया, अमित चौहान व अन्य जन उपस्थित रहे। Post navigation हमारी रग रग में जीवित है बाबासाहेब : पंकज डावर कर्म ही पहचान है–अंजलि राही