-महिलाओं, वंचितों के अधिकारों की आवाज बने थे महात्मा फुले गुरुग्राम। महान समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती के अवसर पर मंगलवार को सैनी सभा झाड़सा द्वारा यूनिटेक साइबर पार्क के पीछे सैनी भवन कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल, विशिष्ट अतिथि के रूप में आरएसएस महानगर कार्यवाह संजीव सैनी के अलावा प्रमोद सैनी, विनोद सैनी रहे। सर्व समाज के लोगों ने कार्यक्रम में शिरकत की। नवीन गोयल ने कहा कि महात्मा फुले जी महिलाओं व वंचितों के अधिकारों की आवाज बने और उन्होंने कुरीतियों के खिलाफ समाज को संगठित कर आंदोलन चलाया। नारी शिक्षा व समानता के लिए समर्पित उनका जीवन राष्ट्र के लिए सदैव प्रेरणा का केंद्र रहेगा। महात्मा ज्योतिबा फुले को 19वीं सदी का प्रमुख समाज सेवक माना जाता है। उन्होंने भारतीय समाज में फैली अनेक कुरूतियों को दूर करने के लिए संघर्ष किया। छुआछूत, नारी-शिक्षा, विधवा विवाह और किसानो के हित के लिए ज्योतिबा ने उल्लेखनीय कार्य किए। नवीन गोयल ने कहा कि जातिगत भेद-भाव के कारण उन्हें विद्यालय छोडऩा पड़ा। उन्होंने विधवाओं और महिलाओं के कल्याण के लिए काफी काम किया। उन्होंने इसके साथ ही किसानों की हालत सुधारने और उनके कल्याण के लिए भी काफी प्रयास किये। स्त्रियों की दशा सुधारने और उनकी शिक्षा के लिए ज्योतिबा ने 1848 में एक स्कूल खोला। यह इस काम के लिए देश में पहला विद्यालय था। लड़कियों को पढ़ाने के लिए अध्यापिका नहीं मिली तो उन्होंने कुछ दिन स्वयं यह काम करके अपनी पत्नी सावित्री को इस योग्य बना दिया। उच्च वर्ग के लोगों ने आरंभ से ही उनके काम में बाधा डालने की चेष्टा की, लेकिन जब महात्मा फुले आगे बढ़ते ही गए तो उनके पिता पर दबाब डालकर पति-पत्नी को घर से निकालवा दिया गया। उन्होंने एक के बाद एक बालिकाओं के तीन स्कूल खोल दिए। नवीन गोयल ने इतिहास में दर्ज जानकारियों को सांझा करते हुए कहा कि महात्मा जोतिराव फुले इन्होंने भारत के इस सामाजिक आंदोलन से महराष्ट्र में नई दिशा दी। स्त्रियों की दशा सुधारने और उनकी शिक्षा के लिये ज्योतिबा और उनकी पत्नी ने मिलकर 1848 में स्कूल खोला, जो देश का पहला महिला विद्यालय था। नवीन गोयल के आज के युवाओं को महात्मा ज्योतिबा फुले के विचारों को अपने जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया। हम सब मिलकर समाज में महिलाओं का आदर मान बढ़ाने के साथ सबकी शिक्षा का प्रबंध करें। सरकार के कार्य अपने स्तर पर हैं, लेकिन समा के स्तर पर हम सबको अपनी जिम्मेदारी के साथ काम करना होगा। कार्यक्रम में हरीश प्रधान, जय सिंह सैनी उपप्रधान, नरेंद्र दत्त सैनी जनरल सेक्रेटरी, सन्दीप सैनी कैशियर, ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज से दिलबाग सिंह सैनी, कार्यकारिणी सदस्य महेश सैनी, डा. संदीप सैनी, पवन सैनी, अरुण सैनी, सोमदत्त, अर्जुन सैनी, ज्ञानेंद्र सैनी, ऊषा रानी सैनी, संध्या सैनी कार्यकर्ता सेवा भारती, रमेश सैनी, कृष्ण सैनी, हेमंत सैनी पार्षद समेत अनेक लोग उपस्थित रहे। Post navigation महात्मा ज्योतिबा फुले को 1888 में ‘महात्मा’ की उपाधि दी गई : कैप्टन अजय सिंह यादव सब सेंटर कार्टरपुरी में निशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा शिविर का आयोजन