लगभग 15 करोड़ रुपए की लागत से तीन गांवों के जोहड़ उठान प्रणाली से जोड़ने की सरकार से मिली मंज़ूरी भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। हरियाणा सरकार ने महेंद्रगढ़ क्षेत्र में भूजल सुधार में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जिला महेंद्रगढ़ में लगभग 15 करोड रुपए की लागत से 3 गांव के जोहड़ उठान प्रणाली से जोड़ने की मंजूरी मिल चुकी है। महेंद्रगढ़ डिस्ट्रीब्यूटरी के जीर्णोद्धार के साथ ही क्षेत्र की भूजल व्यवस्था के सुधार की विस्तृत योजना के कार्यान्वित करने की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण क़दम बताते हुए नांगल चौधरी के विधायक डॉक्टर अभय सिंह यादव ने बताया कि इस नहर के कमांड एरिया में पानी की बिगड़ती व्यवस्था और गिरते भूजल स्तर को देखते हुए इस डिस्ट्रीब्यूटरी के जीर्णोद्धार का बजट स्वीकार होने के उपरांत इससे प्राप्त होने वाले पानी को क्षेत्र के विभिन्न गांवों में स्थिति अनुसार उपयोग करने के लिए एक वृहद योजना तैयार की है। इस कड़ी में मूल रूप से दो श्रेणी के गाँव है। जिन गांवों में नहर का पानी प्राकृतिक बहाव से बहकर नहीं जा सकता उन गांवों को नहर के पम्प हाऊस पर अतिरिक्त मोटर लगाकर प्रेसर पाइप द्वारा जोड़ने के लिए योजना बनाकर सरकार को भेजी गई थी। इनमें मुख्य रुप से मांडोला, दुलोठ अहीर एवं नीम्बी गाँवों के तीन प्रोजेक्ट बनाकर भेजे गए थे जिनकी सरकार ने मंज़ूरी क्रमशः 6 करोड़, 6 करोड़ 50 लाख और 2 करोड़ 25 लाख रुपए की लागत से स्वीकृति दे दी है। इसी तरह से नहर से आरसीसी पाइप के माध्यम से जोहड़ों को जोड़ने के लिए समस्त ज़िले के लगभग 40 से अधिक गाँवों की एक योजना सरकार को स्वीकृति के लिए भेजी जा चुकी है तथा उसकी भी स्वीकृति किसी भी समय अपेक्षित है। इनमें मुख्य रूप से जाटवास, झुक, पायगा, सोहला, मुंडायन, माजरा कलाँ मेघनवास, बुचोली डुलाना मालड़ा आदि गाँव सम्मिलित हैं । उल्लेखनीय है कि महेंद्रगढ़ डिस्ट्रीब्यूट्री के पुनर्निर्माण के लिए 30 करोड़ रुपये की प्रशासनिक स्वीकृति पहले ही प्राप्त हो चुकी है। इसके अंतर्गत इसकी क्षमता हैड पर 115 क्यूसिक से बढ़ाकर 175 क्यूसिक एवं टेल पर 11 से बढ़ाकर 31 क्यूसिक की जा रही है। उम्मीद है कि ये सभी कार्य इस वर्ष के अंत तक पूरे कर लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस नहर के पुनर्निर्माण के उपरांत गाँव पल्ह, पाल, बैरावास, गड़ानिया, खेड़की कुकसी, निहालावास और दुलोठ अहीर गाँवों में सिंचाई व्यवस्था में सुधार होगा और पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा। दुलोठ अहीर में लगभग 8 एकड़ एरिया में एक पक्का टैंक बनाकर सूक्ष्म सिंचाई के लिए किसानों को सुविधा दी जाएगी। साथ ही महेंद्रगढ़ के साथ डुलाना रोड पर पानी फैलने की समस्या के निपटान के लिए कच्ची ड्रेन को खोदकर माजरा खुर्द गाँव तक बढ़ा दी गई है तथा उम्मीद है कि आगामी बरसात में यह पानी माजरा कलाँ तक ले जाया जाएगा। ये सभी काम पूरे होने के उपरांत समस्त क्षेत्र की जल व्यवस्था में महत्वपूर्ण सुधार होगा एवं क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को सुधारने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। सरकार का सक्रिय सहयोग एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों का परिश्रम इसके लिए बधाई के पात्र हैं। Post navigation आईटीआई में चेयरमैन सुरेश चौधरी के जन्म दिवस के उपलक्ष में रक्तदान कैंप आयोजित विश्व स्वास्थ्य दिवस पर चिकित्सकों का नारनौल में पैदल मार्च