हनुमान चालीसा से होगा युवाओं के मन में संस्काररूपी बीजों का अंकुरण : बोधराज सीकरी गुरुग्राम। जैसा कि विदित है लगभग सवा महीने पूर्व बोध राज सीकरी ने एक छोटी से मुहिम हनुमान चालीसा पाठ से प्रारम्भ की थी वो मुहिम अब गुरुग्राम के अन्दर एक बड़ा रूप धारण कर रही है। इसी मुहिम के तहत केंद्रीय श्री सनातन धर्म सभा, गुरुग्राम के मुख्य संरक्षक बोधराज सीकरी के आह्वान पर विशाल राम श्याम मंदिर जैकमपुरा और शिव दुर्गा मंदिर एवं दुर्गा राम लीला कमेटी जैकमपुरा के संयुक्त तत्वावधान में गत 4 अप्रैल मंगलवार को रामलीला ग्राउंड (जैकमपुरा) में एक भव्य सामूहिक 500 से अधिक लोगों द्वारा हनुमान चालीसा पाठ किया गया। जिसमें चालीस प्रतिशत युवा थे। सभी श्रद्धालुओं ने इस महान यज्ञ में आकर हनुमान चालीसा का 21 – 21 बार पाठ कर अपनी ओर से आहुति डाली। साथ ही यजमानों द्वारा हनुमान चालीसा पाठ के उपरांत भंडारे की सुंदर व्यवस्था थी। बता दें कि लगभग सवा महीने की अवधि के दौरान 75,000 हनुमान चालीसा के पाठ का एक कीर्तिमान स्थापित हुआ है और आने वाले छः मंगलवार अलग-अलग शहर की संस्थाओं ने बोधराज सीकरी के पास अपनी बुकिंग भी करा दी है। बोधराज सीकरी ने कहा कि इस मुहिम को चलाने का मुख्य उद्देश्य समाज को जोड़ना और युवा पीढ़ी में धार्मिक भावना और संस्कार जगाना है। उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा से युवाओं के मन में संस्काररूपी बीजों का अंकुरण होगा जिससे आने वाली पीढ़ियां धर्म के प्रति जागरूक होंगी और समाज में समरसता आएगी। इस धार्मिक आयोजन में हर जाति, हर वर्ग के लोग शामिल हुए। एन दो मंदिरों द्वारा हनुमान चालीसा के पठन से पूरा परिवेश भक्तिमय व सकारात्मकता से परिपूर्ण हो गया। भव्य दरबार में अनुशासित साधक थे। पंचमुखी हनुमान जी का विग्रह विराजमान था। इस दौरान बोधराज सीकरी ने मीडिया को पंचमुखी हनुमान की महत्ता बताई और हनुमान चालीसा में छिपे गूढ़ रहस्यों को युवायों को उजागर किया। श्री दुर्गा राम लीला समिति, विशाल राम श्याम मंदिर और शिव दुर्गा मंदिर की पूरी पुरुष और महिला मंडली सेवारत थी। रमेश कालरा मुख्य संरक्षक टेंट डीलर एसोसिएशन का विशेष मार्गदर्शन और सहयोग रहा। इस आयोजन में कमल सलूजा, कपिल सलूजा, रमेश कालरा – यजमान थे। ओम प्रकाश कथूरिया, सुरेंद्र खुल्लर, राम लाल ग्रोवर, रमेश चुटानी, सुभाष गांधी, रवि मनोचा, सुभाष नगपाल, सुभाष ग्रोवर की गरिमामयी उपस्थिति रही। व्यास गद्दी पर गजेंद्र गोसाई, विराजमान थे जिन्होंने लय और ताल से संगीतमय तरीक़े से पाठ किया l गणमान्य व्यक्तियों में यदुवंश चुग, धर्मेंद्र बजाज, रमेश कामरा, ओ पी कालरा, उदय भान ग्रोवर, सी एल शर्मा, किशोरी लाल डुडेजा, चन्द्र भान नागपाल, श्याम लाल ग्रोवर, सतीश माछीवाल, अशोक प्रदीप गुप्ता, राम प्रकाश ठाकुर, नीलम चुग, गीता गुलाटी, नीतू सलूजा, सुमन सलूजा रहे। राजनीतिक दायरे से सीमा पाहुजा, पूनम भटनागर और दलिप साहनी हाज़िर रहे। महिला वर्ग से मंजू शर्मा, ज्योति वर्मा, रचना बजाज ने पूरा सहयोग दिया। राम लीला कमेटी से बनवारी लाल सहित उनकी पूरी टीम उपस्थित रही। पाँच सौ से अधिक श्रद्धालु शामिल रहे। Post navigation उच्च न्यायालय ने अपहरण व दुष्कर्म के आरोपी को नाबालिग मानते हुए स्वीकार की जमानत याचिका भारतीय संस्कृति को सहेजने, महापुरुषों का स्मरण सिर्फ भाजपा ने किया : योगी बालकनाथ