गुड़गांव, 30-03-2023 : एसजीटी यूनिवर्सिटी में उत्तर भारत के सबसे बड़े कृषि सम्मेलन, इनोवेटिव अपरोचेस इन ऐग्रिकल्चर हॉर्टिकल्चर एण्ड अलाएड साइन्सेज (आईएएएचएएस) 2023 के तीन दिवसीय सम्मेलन आरंभ किया, जो 31 मार्च को समाप्त होगा। इस सम्मेलन का आयोजन फैकल्टी ऑफ़ एग्रीकल्चर के द्वारा किया गया। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के तौर पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के सहायक महानिदेशक (एचआरएम) डॉ. एसके शर्मा ने भाग लिया, जबकि आईसीएआर-सीएसएसआरआई (करनाल) के निदेशक डॉ. आरके यादव विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। समारोह की अध्यक्षता एसजीटी यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर डॉ. राकेश कुमार शर्मा व प्रो वाइस चांसलर (एकेडमिक) डॉ विकास धवन ने की। इस तकनीकी सम्मेलन में कई कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में 8 अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कृषि वैज्ञानिकों ने भाग लिया। इस आयोजन के द्वारा प्रतिभागियों को नैशनल अकैडमी ऑफ एग्रीकल्चर साइंस, वेब ऑफ साइंस, स्कूपस और यूजीसी जैसी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में शोध कार्य प्रकाशित करने का अवसर भी मिलेगा। इस सम्मेलन में 60 से भी अधिक विजेताओं को पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उद्घाटन के दौरान, डॉ. आरके यादव ने कृषि क्षेत्र में किसानों की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने, किसानों को आने वाले समय की चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला और कहा कि भूमि की उत्पादन क्षमता बनाए रखना किसानों की सबसे बड़ी चुनौती है, वर्ष 2050 तक 450 लाख टन अन्न प्रतिवर्ष उगाने की आवश्यकता है। डॉ. एसके शर्मा ने शांति और विकास के लिए शिक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कृषि क्षेत्र में औद्योगीकरण करने और किसानों को ध्यान में रखते हुए कृषि क्षेत्र में कई तरह के शोध और खोज करने की सलाह दी। Post navigation बोधराज सीकरी ने सनातन पुरातन वैदिक अनुष्ठान में दिखाई आस्था पंकज डावर ने अपने घर को बनाया राहुल गांधी निवास