हरियाणा में विभिन्न हाईवे, एक्सप्रैस-वे, केएमपी, नारनौल-चंडीगढ़ एक्सप्रैस-वे, 152डी सहित सभी हाईवे पर एक अप्रैल 2023 से टोल दर 7 से 12 प्रतिशत बढाना आमजनों के साथ बड़ा अन्याय : विद्रोही
टोल दरे बढने से बसों का किराया भी 10 से 15 प्रतिशत बढ जायेगा जो आमजन पर बडा बोझ होगा : विद्रोही
सवाल उठता है कि जब एक्सप्रैस-वे व पुलों का पैसा आमजन से ही टोल टैक्स के नाम पर ऐंठा जाता है, तब भाजपा सरकार कथित अच्छे हाईवे बनाने के नाम पर अपने मुह मियां मिठ्ठू क्यों बन रही है? विद्रोही

30 मार्च 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने हरियाणा में विभिन्न हाईवे, एक्सप्रैस-वे, केएमपी, नारनौल-चंडीगढ़ एक्सप्रैस-वे, 152डी सहित सभी हाईवे पर एक अप्रैल 2023 से टोल दर 7 से 12 प्रतिशत बढाने की कठोर आलोचना की। विद्रोही ने कहा कि एक अप्रैल से टोल दरे 7 से 12 प्रतिशत बढाना आमजनों के साथ बड़ा अन्याय है। पहले 5-7 साल में एकबार टोल दरे बढ़ा करती थी, लेकिन मोदी-भाजपा सरकार व हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार तो हर साल एक्सप्रैस-वे, स्टेट हाईवे की टोल दरे बढ़ाकर आमजनों को लूटने में लगी है। एक अप्रैल से टोल दरों के नाम पर हर वाहन को 10 से 40 रूपये प्रति वाहन एक फेरे में ज्यादा टोल देना होगा। वहीं टोल दरे बढने से बसों का किराया भी 10 से 15 प्रतिशत बढ जायेगा जो आमजन पर बडा बोझ होगा। एक ओर पैट्रोल-डीजल के नाम पर मोदी भाजपा सरकार आमजनों को लूट रही है। विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम घटने पर भी पैट्रोल-डीजल भाव कम नही कर रही हैे, वहीं टोल दरे बढ़ाकर लोगों का यातायात और महंगा किया जा रहा है। 

विद्रोही ने सवाल किया कि टोल प्लाजाओं पर वाहनों से वसूला जा रहा टोल आखिर जा कहां रहा है? हाईवे, एक्सप्रैस-वे की जर्जर हालत है, रोड़ जगह-जगह टूटे पड़े है, उनकी मरम्मत तक नही होती है। जगह-जगह गड्डे पड़े हुए है। हाईवे, एम्सप्रैस-वे जिन नागरिक सुविधाओं के नाम पर लोगों से भारी-भरकम टोल हडपा जाता है, पर वहां कथित नागरिक सुविधाएं नदारद है। रात के समय केएमपी जैसे एक्सप्रैस-वे पर कोई पुख्ता सुरक्षा प्रबंध नही है। इस मार्ग पर लोग अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा करते है। यही हालत अन्य हाईवे की है। रात के समय नागरिक भगावन भरोसे है।

सवाल उठता है कि जब एक्सप्रैस-वे व पुलों का पैसा आमजन से ही टोल टैक्स के नाम पर ऐंठा जाता है, तब भाजपा सरकार कथित अच्छे हाईवे बनाने के नाम पर अपने मुह मियां मिठ्ठू क्यों बन रही है? जितना पैसा सरकार इन हाईवे, एक्सप्रैस-वे निर्माण पर खर्च करती है, उससे कहीं ज्यादा पैसा इन सडकों पर चलने वाले वाहनों से टोल के नाम पर वसूल किया जाता है। सरकार इन हाईवे निर्माण का झूठा श्रेय लेती है, वहीं टोल के नाम से लूटा गया पैसा टोल प्लाजा ठेकेदारों व भाजपाई-संघी नेता आपस में बंदर बाट करके मौज ले रहे है। विद्रोही ने मांग की कि सरकार वाहनों पर एकमुश्त रोड़ टैक्स ले ले और लोगों को लूटने का टोल सिस्टम को बंद किया जाये। 

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