ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद हुई, सरकार खराबे की गिरदावरी तुरंत करवा कर दे मुआवजा भारत सारथी/ कौशिक नारनौल। मंडी अटेली में किसानों ने फसलों की स्पेशल गिरदावरी करवाने और उचित मुआवजे की मांग को लेकर शनिवार को अटेली कनीना रोड पर जाम लगा दिया। किसानों ने बताया कि गत शुक्रवार देर शाम हुई ओलावृष्टि के कारण उनकी फसलें पूरी तरह चौपट हो गई हैं। ऐसे में सरकार तुरंत स्पेशल गिरदावरी करवाएं तथा जल्द से जल्द किसानों को मुआवजा दे जाम के कारण मुख्य रोड के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। शुक्रवार शाम को मंडी अटेली क्षेत्र के अनेक गांव में जबरदस्त ओलावृष्टि हुई थी इस ओलावृष्टि के कारण किसानों की गेहूं की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई वहीं सरसों सहित अन्य फसलों को काफी नुकसान हुआ है ऐसे में किसान बहुत परेशान है तथा अब उनको सरकार से ही आज बची है जिसके चलते शनिवार को किसानों ने अटेली से कनीना जाने वाले राजमार्ग पर जाम लगा दिया। जाम लगाने वाले गांव रास्ता मोहल्ला खैरानी और गुमला आदि के किसानों का कहना था कि फरवरी माह में बड़ी जबरदस्त ठंड के कारण उनकी फसलों में पाले से पहले से ही काफी नुकसान हो चुका है। उसके बाद गत रविवार भी क्षेत्र में ओलावृष्टि हुई। वहीं शुक्रवार शाम को क्षेत्र में बैंकर ओलावृष्टि हुई इस ओलावृष्टि के कारण किसानों की सभी फसलें बेकार हो गई। किसान हमारी ईश्वर परेशान है इसलिए वे सरकार से मांग करते हैं कि सरकार तुरंत ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल की विशेष गिरदावरी करवाकर किसानों को तुरंत उचित मुआवजा दे। अटेली क्षेत्र में गत शुक्रवार को हुई भारी बरसात तथा ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं, सरसों तथा सब्जी की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है। इस संबंध में बहुजन समाज पार्टी के नेता प्रमुख समाज सेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट ने ओलावृष्टि प्रभावित गांवों के किसानों की बर्बाद हुई फसलों का जायजा लेने के बाद राज्य सरकार से पीड़ित किसानों को पचास हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने सिलारपुर, रातां कलां, रातां खुर्द, दुलोठ जाट, मोहलड़ा, खैरानी, खारीवाड़ा, मोहम्मद पुर, गढ़ी रुथल, अटाली, दौंगड़ा जाट, दौंगड़ा अहीर आदि दो दर्जन गांवों का दौरा करने के बाद कहा कि ओलावृष्टि से किसानों की फसल पूर्णतया बर्बाद हो गई है। उन्होंने राज्य सरकार से तुरंत स्पेशल गिरदावरी करवाकर पचास हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग की। अतरलाल ने बताया कि किसानों ने उन्हें शिकायत दी है कि राजस्व विभाग के कर्मचारी जानबूझकर नुकसान को 20-25% बता रहे हैं, ताकि किसानों को मुआवजे से वंचित रखा जा सके जबकि फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। उन्होंने राज्य सरकार से फसलों के नुकसान का सही आकलन करके किसानों को तत्काल मुआवजा राशि देने, प्रभावित किसानों के अल्पकालीन फसल बैंक ऋण माफ करने तथा 6 माह का बिजली बिल और नहरी माल भी माफ करने की मांग की। इस अवसर पर उनके साथ सुरेंद्र यादव, दान सिंह प्रजापत, भाग सिंह चेयरमैन, शेर सिंह यादव, कैलाश सेठ आदि कार्यकर्ता मौजूद थे। याद रहे कि गत रविवार को भी क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि हुई थी जिसके कारण फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई थी। इस ओलावृष्टि को लेकर के पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह पूर्व सीपीएस अनीता यादव ने सरकार से मांग की है कि बर्बाद हुई फसलों की विशेष गिरदावरी करके किसानों को तुरंत मुआवजा देखकर उसकी भरपाई की जाए। Post navigation राहुल गांधी की सजा को ओबीसी अपमान से जोड़ना भाजपा की सियासी मजबूरी ? बवानिया में 11 गांवों की महापंचायत