एक माह अंडरपास की मांग को लेकर मंडी अटेली में बैठे हुए हैं लोग

भारत सारथी/ कौशिक 

नारनौल। नेशनल हाईवे 152-डी पर सेहलंग-बाघोत गांव के बीच प्रवेश मार्ग की मांग को लेकर सोमवार से 40 गांवों के ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। धरने के चौथे दिन कांग्रेसी नेता एवं पूर्व सीपीएस अनीता यादव ने धरना स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों की मांग का समर्थन किया है। उधर मंडी अटेली में अटेली बहरोड मार्ग पर ओवर ब्रिज के नीचे कारी डोर रेल लाइन पर अंडरपास बनाने की मांग को लेकर लोग धरने पर बैठे हुए हैं।

कांग्रेसी नेता अनीता यादव ने कहा कि लगभग 40 गांव की पिछले कई दिनों से यह मांग चल रही है कि यहां पर अति शीघ्र काट दिया जाए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की घोषणा होने के बाद भी अभी तक रास्ता नहीं बन पाया फल स्वरुप विभिन्न गांव के लोगों को यहां पर अनिश्चितकालीन धरना प्रारंभ करना पड़ा।

संघर्ष समिति के प्रधान विजय सिंह चेयरमैन नोताना ने बताया कि 40 गांव के ग्रामीणों की मांग पर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कट देने की घोषणा की थी, लेकिन इस पर अमल नहीं हुआ। जिसके विरोध में 40 गांवों के ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। उन्होंने बताया कि इन गांवों के ग्रामीणों की पिछले दिनों बैठक हुई थी। जिसमें इस कट को यथाशीघ्र प्रारंभ करने के लिए मांग की गई थी। सरकार के विभिन्न प्रतिनिधियों को इस बारे में पत्र भी भेजा गया, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ। इसलिए मजबूर होकर धरने पर बैठना पड़ा है।

टैंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे ग्रामीणों ने कहा कि इस मार्ग पर 35 किलोमीटर तक महेंद्रगढ़ व दादरी के बीच कोई कट नहीं हैं, जबकि विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक बागेश्वर धाम, सेंट्रल यूनिवर्सिटी हरियाणा, एनटीपीसी तापीय विद्युत परियोजना झाड़ली जैसे प्रमुख स्थान यहां से बहुत नजदीक है। साथ ही लगभग तीन से चार लाख लोगों की जनसंख्या इस क्षेत्र में रहती है। इन सभी को इस मार्ग पर चढ़ने के लिए दादरी या महेंद्रगढ़ की तरफ जाना पड़ता है, जो यहां से 20 किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर स्थित है। इन 40 गांव के लोगों ने मिलकर यह फैसला लिया कि इस मार्ग पर अवश्य कट दिया जाए। उन्होंने कहा कि राव इंद्रजीत सिंह ने पंचगांव में रैली में कट की मांग को सड़क परिवहन केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंजूर करने की घोषणा भी की थी, लेकिन इसके बावजूद भी इस मार्ग पर कट का कार्य प्रारंभ नहीं हो रहा। आसपास के गांवों के लोगों में इस बात का रोष है कि घोषणा होने के बावजूद भी कट का कार्य प्रारंभ नहीं हो रहा है।

उन्होंने कहा कि आप नदी की भागवत गांव में बागे बागेश्वरी धाम है जहां हजारों लोग दर्शन करने के लिए आते हैं यही नहीं यहां से 10 किलोमीटर की दूरी पर सेंट्रल यूनिवर्सिटी भी है और लगभग 10 से 12 किलोमीटर दूरी पर झाड़ली मैं स्थित एक पावर प्लांट भी है। स्कर्ट के बन जाने के बाद आने जाने वाले लोगों को काफी फायदा मिलेगा मैं उनका समय भी बचेगा।

उन्होंने कहा कि यह अनिश्चितकालीन धरना तब तक जारी रहेगा, जब तक यहां पर कट नहीं बन जाता है। संघर्ष समिति ने लोगों से आह्वान किया कि वे अधिक से अधिक संख्या में प्रतिदिन इस धरना स्थल पर आकर बैठे, ताकि सरकार की आंखें खुले और यह कट आरंभ हो सके। धरना समिति सदस्यों ने बताया कि इस बारे में उन्होंने 26 फरवरी को रामबास में आरती राव भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व राव इंद्रजीत सिंह की बेटी को भी ज्ञापन सौंपा था, जिसमें इस मांग का समर्थन किया था।

मंडी अटेली में अंडरपास को लेकर एक माह से क्रमिक अनशन जारी, 3 साल से रुका है काम

दाह संस्कार के लिए रेलवे लाइन पार करनी पड़ती है

 मंडी अटेली कस्बा में ओवरब्रिज के नजदीक अंडरपास के निर्माण की मांग को लेकर गत दिनों एक महापंचायत हुई थी। महापंचायत में मंडी अटेली कस्बा व गांव तोबड़ा के अलावा अनेक गांव के ग्रामीण शामिल हुए। निर्णय लिया गया कि जब तक अंडरपास का निर्माण नहीं हो जाता जब तक धरने पर बैठे लोग क्रमिक अनशन करेंगे तथा अपना आंदोलन ओर तेज करेंगे।

मंडी अटेली में बने हुए रेलवे ओवर ब्रिज के पास अंडरपास नहीं होने के कारण कस्बा वासियों को काफी परेशानी हो रही है ।अटेली कस्बा के बहरोड़ रोड पर रेलवे ओवरब्रिज बना हुआ है। इसके नीचे से तीन रेलवे लाइन जाती हैं। जिसमें से एक मुख्य लाइन के अलावा 2 लाइनें कारीडोर की है। जो माल गाड़ियों के आवागमन के काम में आती हैं।

ओवरब्रिज के नीचे दोनों और काफी बस्तियां बनी हुई है तथा ब्रिज की लंबाई ज्यादा होने के कारण यहां के लोगों को काफी परेशानी हो रही है। साथ लगते गांव तोबड़ा का श्मशान रेलवे लाइन पार करके है। जब भी किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो दाह संस्कार के लिए जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन पार करके जाना पड़ता है। यहां के लोगों ने अंडरपास बनाने की मांग की थी। लेकिन लंबे समय से उनकी यह मांग पूरी नहीं हो पाई । जिसके चलते यहां के लोगों को रोजाना जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन पार कर आना जाना पड़ता है। 

यहां के लोगों ने रेलवे अंडरपास बनाने के लिए आंदोलन शुरू कर रखा है। जिसके चलते लोग करीब एक माह से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। यहां के लोगों ने बताया कि वह 3 साल से समस्या उठा रहे हैं लेकिन रेलवे विभाग और कारीडोर अधिकारी इस समस्या को दरकिनार कर रहे हैं। इससे पूर्व धरने पर बैठे लोगों के बीच आकर बसपा नेता ठाकुर अतर लाल ने आकर अपना समर्थन देते हुए मांग को उचित ठहराया था।

धरनारत लोगों ने बताया कि इस समस्या के बारे में उन्होंने रेलवे के उच्चाधिकारियों, सांसद व विधायक को भी अवगत करवा दिया है। स्टेशन मास्टर को भी कई बार ज्ञापन दिया है लेकिन इसके बावजूद अंडर पास नहीं बन रहा। अंडर पास के लिए 3 साल से काम पेंडिंग पड़ा हुआ है। अभी पिछले दिनों उनके धरने पर पूर्व हरियाणा विधानसभा उपाध्यक्ष संतोष यादव ने आकर शीघ्र अंडरपास बनाने का आश्वासन दिया था। इसको लेकर उन्होंने केंद्रीय मंत्री भुपेंद्र यादव से मिलकर पूरी समस्या के बारे में विस्तार से बताया था। भूपेंद्र यादव ने रेल मंत्री से मिलकर इसे शीघ्र बनवाने का आश्वासन दिया था। 

लोगों की मांग को बहुजन समाज पार्टी के विधानसभा प्रत्याशी रहे ठाकुर अतरलाल ने भी समर्थन किया था। इसके बाद पूर्व मंत्री राव नरेंद्र सिंह ने धरना स्थल पर आकर मांग को जायज ठहराते हुए अपना समर्थन दिया था।

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