मुख्य आरोपी अजय खोहरी व साथी के पैर में लगी गोली, दोनों हिरासत में

भारत सारथी/ कौशिक 

बहरोड़/ नारनौल। राजस्थान के जिला अलवर थाना बहरोड क्षेत्र के गांव खोहरी में अजय यादव उर्फ मुन्ना खोहरी की हत्या करने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस बहरोड के मुख्य आरोपी को पकड़ लिया है जानकारी के अनुसार रात करीब 3 बजे पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई थी। जिसमें 2 राउंड गोलियां चली। फायरिंग में मुख्य आरोपी अजय खोहरी पुत्र रामनिवास के पैर में गोली लगी। वहीं सरकारी बोलोरो गाड़ी पर भी गोली लगी। आरोपी को गोली लगने के बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया और उपचार के लिए निजी अस्पताल लेकर गए।

सूचना के बाद भिवाड़ी एसपी अनिल कुमार बेनीवाल अस्पताल पहुंचे। जहां पुलिस अधिकारियों से बातचीत की। अभी आरोपी को उपचार करवाने के बाद पुलिस थाने लाया गया है। जहां पुलिस अधीक्षक उससे पूछताछ करेंगे। इस दौरान बहरोड़ डीएसपी आनंद राव, थाना अधिकारी विजेंद्र पाल सिंह, नीमराणा डीएसपी महावीर सिंह शेखावत, डीएसटी 2, क्यूआरटी और पुलिस के जवान मौजूद है।

पूरे मामले को लेकर भिवाड़ी एसपी अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए छह टीमों का गठन किया गया था। प्रशिक्षु अधिकारी सुजीत शर्मा की दूसरी टीम ने मुख्य आरोपी और उसके साथी को पकड़ा है। दोनों को बहरोड थाना क्षेत्र के गांव में निम्भोर-खोहर रोड के बीच में से पकड़ा गया है । सबसे पहले अजय खोहरी को पकड़ा गया। उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि अपने साथी को पीछे छोड़ा है, फिर उसके साथी को पुलिस ने दबोच लिया।

एसपी अनिल बेनीवाल ने बताया कि बदमाशों ने पुलिस को देख कर दो राउंड गोलियां चलाई। एक गोली डीएसटी 2 की सरकारी बोलेरो के बोनट पर लगी है। दूसरी गोली बहरोड थाना अधिकारी विजेंद्र पाल सिंह की बुलेट प्रूफ जैकेट पर लगी है। गनीमत रही कि थाना अधिकारी के द्वारा बुलेट प्रूफ जैकेट पहने होने से जनहानि होने से बच गई।

आपको बता दें कि अलवर के बहरोड़ थाना क्षेत्र के खोहरी गांव में मंगलवार 7 मार्च को शाम करीब 8:30 बजे गांव के हनुमान मंदिर में मेला कार्यक्रम का आयोजन हो रहा था। वहां भाजपा कार्यकर्ता संजय यादव 30 उर्फ मुन्ना अपने साथियों के साथ कुर्सियों पर बैठकर हुक्का पी रहा था। इस दौरान सफ़ेद कैम्पर में आए बदमाशों ने तालीबानी तरीके में फायरिंग कर दी और मुन्ना खोहरी के सिर में पांच गोलियां मार दी। वारदात के बाद संजय को बहरोड़ के कैलाश अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। 

बाद में सामने आया कि संजय यादव उर्फ मुन्ना पुत्र जगराम यादव की हत्या करने वाले उसी के दोस्त हैं। जानकारी के अनुसार हत्याकांड में गांव खोहरी निवासी अजय यादव 32 पुत्र रामनिवास यादव गांव हमीदपुर निवासी संदीप उर्फ बचिया 29 पुत्र शोभाराम और हरियाणा जिला महेंद्रगढ़ के अटेली थाना क्षेत्र के गांव बेगपुर निवासी रवि बेगपुर शामिल है । हत्या में प्रयोग की गई कैंपर गाड़ी बेगपुर के ही सुनील उर्फ सेठिया की है जिसमें सवार होकर बदमाश आए थे और हत्या करके फरार हो गए थे। 

करीब 5 साल पहले वर्ष 2017 में मृतक और बदमाश अजय यादव के बीच झगड़ा हुआ था। झगड़े में संजय ने अजय खोहरी की बेरहमी से पिटाई की थी। संजय के मर्डर के बाद आरोपियों ने फेसबुक लाइव पर कहा कि मुन्ना खोहरी हमारा भाई था। हम उसे अपना भाई मानते थे लेकिन वह गलत था। उसने 2017 में हमारे साथ ठीक नहीं किया था। वह मुझे पहचान नहीं पाया।

विवाद के बाद संजय और अजय के बीच दूरियां हो गई थी इसके बाद संदीप उर्फ बचिया ने योजनानूसार राजीनामा करवाया था। आपस की दुश्मनी एक बार फिर से दोस्ती में बदल गई और यही मौत का कारण बन गई। संदीप दिन भर बदमाशों की गाड़ी को चलाता रहा ।

जैसे ही गोली मारी उसके बाद बदमाश गाड़ी लेकर गांव से बाहर चले गए। यहां से मृतक के दोस्तों को रोते हुए फोन किया और कहा कि भाई को गोली मार दी तुम जल्दी मंदिर में आ जाओ। इतना ही नहीं संदीप मृतक को उठाकर अपने साथ लेकर अस्पताल तक पहुंचा ताकि यह सुनिश्चित हो जाए कि उसकी मौत हो चुकी है।

अस्पताल में ग्रामीणों और परिजनों के साथ-साथ रिश्तेदारों की भीड़ बढ़ गई लोगों को शक हुआ तो उन्होंने संदीप को पकड़ने की कोशिश की। लेकिन उसने तुरंत पुलिस को इशारा किया और पुलिस की गाड़ी में बैठ गया। जब भीड़ ने उसे पुलिस गाड़ी के अंदर बैठा देखा तो हाथापाई करते हुए बाहर निकाल कर पिटाई करने का प्रयास भी किया था।

थुलंडी के दिन बदमाशों ने शराब पार्टी भी की थी। पार्टी में उन्होंने एक वीडियो बनाया और स्टाग्राम पर पोस्ट किया वीडियो में आरोपी कह रहे हैं कि जब हम आएंगे तो गर्मी थोड़ी बढ़ जाएगी। पता चल जाएगा हमारे यहां बदला लेने की परंपरा है । बहुत सहयोग कर चुके हैं कि पुरानी टीम को अर्जेस्ट कर ले।